शनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 249.55 अंक यानी 1.53 प्रतिशत के उछाल के साथ 16,594 अंक के स्तर पर जाकर बंद हुआ।
बाजार में दो दिन जोरदार तेजी आने से निवेशकों की संपत्ति सिर्फ दो दिन में करीब 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक बढ़ गई है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में 331.90 अंक की देखी दर्ज की गई और कारोबार के अंत में यह 16,345.35 अंक पर बंद हुआ।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली से यह एक समय 581.93 अंक यानी 1.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 52,260.82 अंक पर आ गया था।
2 फरवरी को बीएसई सेंसेक्स 59,558 अंक पर था, वह टूटकर 53,000 के करीब पहुंच चुका है।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में सबसे बड़ी गिरावट इंडसइंड बैंक के शेयर में देखने को मिली। इंडसइंड बैंक के शेयर 8.11% टूटकर 829 रुपये पर बंद हुए।
सेंसेक्स 1700 अंक टूटकर पहली बार 53 हजार के नीचे 52640 अंक पर कारोबार कर रहा है। वहीं, निफ्टी भी 450 अंक गिरकर 15793 अंक पर कारोबार कर रहा है।
स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, भू-राजनीतिक अनिश्चितता अभी भी बनी हुई है।
रिलायंस सिक्योरिटीज के शोध प्रमुख मितुल शाह ने कहा, रूस-यूक्रेन संकट के कारण भू-राजनीतिक परिदृश्य खराब होने से घरेलू शेयर नुकसान के साथ बंद हुए।
सेंसेक्स में सर्वाधिक करीब दो फीसदी की बढ़त इंडसइंड बैंक के शेयर में हुई। इसके अलावा पॉवरग्रिड, एनटीपीसी, विप्रो, टाटा स्टील और टेक महिंद्रा के शेयर भी लाभ में रहे।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में मारुति सुजुकी को सर्वाधिक छह प्रतिशत का नुकसान उठाना पड़ा। डॉ रेड्डीज, एशियन पेंट्स, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के शेयर भी नुकसान के साथ बंद हुए।
सेंसेक्स में सर्वाधिक 3.46 फीसदी की गिरावट आईसीआईसीआई बैंक के शेयर में हुई। इसके अलावा एशियन पेंट्स, मारुति, एचडीएफसी, कोटक बैंक और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयर भी लाल निशान में थे
मार्च, 2020 के बाद 24 फरवरी को सेंसेक्स और निफ्टी में दूसरी बड़ी गिरावट आई।
सेंसेक्स 389 अंक बढ़कर 56247 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी भी 136 अंक बढ़कर 16794 के स्तर पर बंद हुआ।
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशक बाजार की वोलाटिलिटी को मौके के तौर पर इस्तेमाल कर अपने पार्टफोलियो मजबूत करने के साथ शानदार कमाई कर सकते हैं।
सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में लगभग 870 अंक गिरकर 55,000 के स्तर से नीचे खुला। इसी तरह एनएसई निफ्टी भी 233.80 अंक की गिरावट के साथ 16,424.60 पर खुला।
फरवरी, 2022 में एफपीआई की निकासी मार्च, 2020 के बाद सबसे ऊंची रही है। उस समय एफपीआई ने भारतीय बाजारों से 1,18,203 करोड़ रुपये निकाले थे।
अगले हफ्ते भी बाजार पर रूसी-यूक्रेन संकट छाया रहेगा। इसके अलावा, घरेलू मोर्चे पर, आने वाले कई महत्वपूर्ण व्यापक आर्थिक आंकड़े जैसे 28 फरवरी को जीडीपी आंकड़े, इंफ्रास्ट्रक्चर आउटपुट डेटा और 1 मार्च को ऑटो बिक्री के आंकड़े आएंगे। ये शेयर बाजार की चाल को प्रभावित करेंगे।
एचडीएफसी बैंक का बाजार मूल्यांकन 31,597.65 करोड़ रुपये टूटकर 8,06,931.95 करोड़ रुपये रह गया। हिंदुस्तान यूनिलीवर का पूंजीकरण 33,234.97 करोड़ के नुकसान से 5,09,990.53 करोड़ रह गया।
निवेशकों को एक कारोबारी दिन में 1,357,622 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है। बाजार में गिरावट आने से सेंसेक्स और निफ्टी के सभी शेयर बड़ी गिरावट के साथ बंद हुए हैं।
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