सेंसेक्स बुधवार को शुरुआती कारोबार में 300 अंकों से अधिक की तेजी लेकर 57,600 के स्तर पर पहुंच गया।
यूक्रेन के पूर्वी इलाकों की तरफ रूसी सेना को बढ़ने का आदेश जारी होने का एशियाई बाजारों पर गहरा असर देखने को मिला और मंगलवार को इनमें तेज गिरावट दर्ज की गई।
इंडिया VIX का पूरा नाम ही Voltility Index है। जब यह इंडेक्स चढ़ता है तो इससे पता चलता है कि निवेशक घबराए हुए हैं।
तीस शेयरों के सूचकांक सेंसेक्स में शामिल सभी शेयर नकारात्मक स्तर पर कारोबार कर रहे थे। इन सभी कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट दर्ज की गई।
सेंसेक्स में शामिल तीस में से 21 शेयर लाल निशान के साथ बंद हुए। सन फार्मा, टीसीएस और आईटीसी के शेयरों को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा।
पूर्वी यूरोप में भू-राजनीतिक तनाव के बीच वैश्विक बाजारों में बिकवाली से सोमवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 600 अंक से अधिक लुढ़क गया।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने फरवरी माह में अबतक भारतीय बाजारों से 18,856 करोड़ रुपये निकाले हैं।
मुद्रास्फीति की चिंता, एफआईआई की लगातार बिकवाली और मासिक वायदा एवं विकल्प के निपटान से अगले सप्ताह अस्थिरता और बढ़ सकती है।
टीसीएस का बाजार पूंजीकरण 36,694.59 करोड़ रुपये बढ़कर 14,03,716.02 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
सेंसेक्स में विप्रो, टेक महिंद्रा, इंफोसिस और एचसीएल टेक सहित प्रमुख आईटी शेयरों में गिरावट देखने को मिली।
सेंसेक्स में गिरावट का प्रमुख कारण आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और इंडसइंड बैंक की अगुवाई में अन्य बैंक शेयरों में बिकवाली है।
घरेलू शेयर बाजार में सुस्ती के चलते रुपया गुरुवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 14 पैसे की गिरावट के साथ 75.18 पर आ गया।
सेंसेक्स 1,736.21 अंक यानी 3% से अधिक उछलकर फिर 58,142 अंक के पार बंद हुआ।बाजार में जोरदार तेजी आने से निवेशकों को सिर्फ एक दिन में 6 लाख करोड़ की कमाई हो गई।
एचयूएल, टेक महिंद्रा, टाइटन और इंफोसिस जैसे कंपनियों के शेयरों में 1.5 प्रतिशत की तेजी से सेंसेक्स में शुरूआती कारोबार के दौरान मजबूती देखी गई।
दुनियाभर समेत भारतीय शेयर बाजार में गिरावट है। यह गिरावट आने वाले कुछ समय तक चल सकती है। हालांकि, इसके बाद बाजार में फिर से तेजी लौटेगी।
बीएसई सेंसेक्स 1747 अंक टूटकर 56,405 अंक पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी भी अपना अहम सपोर्ट तोड़ते हुए 531 अंक लुढ़कर 17 हजार के नीचे 16,842 अंक पर बंद हुआ।
आने वाले दिनों में निफ्टी 16300-16500 तक जा सकता है। वहीं, सेंसेक्स 54,500 के स्तर को टच कर सकता है। यानी आने वाले समय में और बड़ी गिरावट आ सकती है।
सोमवार को बाजार में बड़ी बिकवाली आने से निवेशकों को एक झटके में 4 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो गया।
पिछले कुछ महीने से गिरावट का रुझान है। कई लॉर्ज कैप और मिड कैप शेयरों में 40% तक करेक्शन आ चुका है।
एक से 11 फरवरी के दौरान एफपीआई ने शेयरों से 10,080 करोड़ रुपये और ऋण या बांड बाजार से 4,830 करोड़ रुपये तथा हाइब्रिड माध्यमों से 24 करोड़ रुपये की निकासी की है।
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