सोमवार को अच्छी बढ़त के साथ खुला घरेलू शेयर बाजार बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ था। पिछले कई हफ्तों से शेयर बाजार में जारी बिकवाली की वजह से लगातार गिरावट देखने को मिल रही है।
ऑटो को छोड़कर, दूसरे सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान पर बंद हुए, जिसमें एफएमसीजी, मेटल, ऑयल एंड गैस और मीडिया में 1-2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
सोमवार को सुबह 09.18 बजे सेंसेक्स की 30 में से 21 कंपनियों के शेयर हरे निशान में और 9 कंपनियों के शेयर लाल निशान में कारोबार कर रहे थे। इसी तरह, निफ्टी 50 की 50 में से 31 कंपनियों के शेयर बढ़त के साथ और 19 कंपनियों के शेयर घाटे के साथ कारोबार कर रहे थे।
पिछले सप्ताह विदेशी कोषों की भारी निकासी से घरेलू बाजार में गिरावट आई।’’ पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 156.61 अंक या 0.19 प्रतिशत नीचे आया। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में 110.2 अंक या 0.44 प्रतिशत की गिरावट आई।
सप्ताह के दौरान आईसीआईसीआई बैंक का बाजार पूंजीकरण 28,495.14 करोड़ रुपये बढ़कर 8,90,191.38 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एचडीएफसी बैंक का मूल्यांकन 23,579.11 करोड़ रुपये बढ़कर 12,82,848.30 करोड़ रुपये हो गया।
शेयर बाजार में जारी भारी गिरावट के बीच छोटे निवेशकों में हाहाकार मचा हुआ है। ऐसे में तमाम निवेशकों के लिए ये जानना बहुत जरूरी है कि गिरते हुए बाजार में अब उन्हें क्या करना चाहिए।
गुरुवार को शेयर बाजार हरे निशान में खुला था लेकिन अंत में ये बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ था। बताते चलें कि ये हफ्ता भी शेयर बाजार और इसके निवेशकों के लिए अच्छा नहीं रहा और नुकसान हावी रहा।
17 अक्टूबर को निफ्टी आईटी हरे रंग में कारोबार करने वाला एकमात्र सेक्टर था। इधर, सेक्टोरल इंडेक्स में इंफोसिस, टेक महिंद्रा, एम्फैसिस, टीसीएस और विप्रो ने प्रमुख रूप से गिरावट दर्ज की।
बुधवार को बीएसई सेंसेक्स 173.52 अंकों की गिरावट के साथ 81,646.60 अंकों पर खुला था और 319 अंक टूटकर 81,501.36 पर बंद हुआ था। इसी तरह, निफ्टी 50 भी कल 48.80 अंकों की गिरावट के साथ 25,008.55 अंकों पर खुला था और अंत में 86.05 अंक की गिरावट के साथ 24,971.30 के लेवल पर बंद हुआ था।
निफ्टी आईटी और निफ्टी ऑटो सूचकांक आज सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रीय सूचकांक रहे, दोनों में 1 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई।
बुधवार को कारोबार शुरू होने पर सुबह 9.18 बजे सेंसेक्स की 30 में से सिर्फ 12 कंपनियों के शेयर ही हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि बाकी की सभी 18 कंपनियों के शेयर लाल निशान में कारोबार कर रहे थे।
15 अक्टूबर को सेक्टोरल इंडेक्स निफ्टी रियल्टी की तेजी में प्रेस्टीज एस्टेट, डीएलएफ, ब्रिगेड एंटरप्राइजेज, फीनिक्स और गोदरेज प्रॉपर्टीज का सबसे बड़ा योगदान रहा।
सोमवार को भारतीय शेयर बाजार हरे निशान में खुला था और शानदार बढ़त के साथ बंद भी हुआ था। जबकि पिछले हफ्ते शुक्रवार को बाजार बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ था।
बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 0.3 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई और स्मॉलकैप इंडेक्स में सपाट गिरावट दर्ज की गई। आज के सत्र में विप्रो, टेक महिंद्रा, एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस, एलएंडटी और एचडीएफसी बैंक निफ्टी 50 में सबसे ज्यादा लाभ वाले स्टॉक के तौर पर उभरे।
कारोबार शुरू होने पर सेंसेक्स की 30 में से 20 कंपनियों के शेयर हरे निशान में और 10 कंपनियों के शेयर लाल निशान में कारोबार कर रहे थे।
आज बाजार ने गिरावट के साथ कारोबार शुरू किया। हालांकि, एक समय सेंसेक्स 81,671.38 अंक और निफ्टी 25,028.65 अंकों के इंट्राडे हाई तक पहुंचा। लेकिन ये मामूली बढ़त भी ज्यादा देर तक नहीं टिकी।
आज बीएसई सेंसेक्स 144.31 अंकों की तेजी के साथ 81,611.41 अंकों पर बंद हुआ। तो वहीं दूसरी ओर एनएसई निफ्टी 50 भी 16.50 अंकों की बढ़त के साथ 24,998.45 अंकों पर बंद हुआ।
बुधवार को भारतीय बाजार में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिला। आज सेंसेक्स एक समय 684.40 अंक और निफ्टी 220.90 अंकों की बढ़त लेकर कारोबार कर रहे थे।
स्वास्तिका इंवेस्टमार्ट के रिसर्च हेड संतोष मीणा का कहना है कि हरियाणा में बीजेपी की सत्ता में वापसी से बाजार की धारणा में सुधार होने की संभावना है।
हफ्ते के दूसरे दिन बीएसई सेंसेक्स 584.81 अंकों की तेजी के साथ 81,634.81 अंकों पर बंद हुआ और एनएसई निफ्टी 50 भी 217.38 अंकों की तेजी के साथ 25,013.15 अंकों पर बंद हुआ।
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