पिछले सप्ताह बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) के लिहाज से सेंसेक्स की टॉप 10 कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में 36,467.94 करोड़ रुपए की कमी आई। इसमें सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को सबसे अधिक नुकसान उठाना पड़ा।
अमेरिका और चीन द्वारा एक-दूसरे के ऊपर आयात शुल्क लगाने की घोषणा के बाद दुनियाभर में ट्रेड वॉर छिड़ने का डर गहरा गया है, जिसकी वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बिकवाली का दवाब देखा गया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीन से आयात होने वाले सामानों पर लगभग 50 अरब डॉलर का शुल्क लगाने की घोषणा का भारतीय शेयर बाजारों पर नकारात्मक असर देखने को मिला है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 40.50 अंक या 0.39 प्रतिशत के नुकसान से 10,114.75 अंक पर आ गया। कारोबार के दौरान यह 10,207.85 से 10,105.40 अंक के दायरे में रहा।
भारतीय शेयर बाजारों ने गुरुवार को ठोस शुरुआत की। सेंसेक्स आज 71 अंकों की तेजी के साथ 33207 के स्तर पर खुला, वहीं निफ्टी 12 अंकों की तेजी के साथ 10167 पर खुला। लेकिन शुरुआती कारोबार में ही दोनों सूचकांकों ने रफ्तार पकड़ ली।
शेयर बाजार में आज सभी सेक्टर इंडेक्स में तेजी देखी जा रही है। सबसे ज्यादा मजबूती पीएसयू बैंक इंडेक्स में है जो लगभग 2 प्रतिशत की बढ़त के साथ 2923 के ऊपरी स्तर तक पहुंच चुका है।
बंबई शेयर बाजार में पिछले पांच सत्रों की गिरावट पर आज विराम लग गया। सेंसेक्स 74 अंक के लाभ के साथ 32,996.76 अंक पर बंद हुआ।
हफ्ते के पहले दिन भारतीय शेयर बाजारों की हालत खस्ता रही। सोमवार को शेयर बाजार में शुरुआत से बिकवाली का दबाव हावी रहा और पूरे दिन के कारोबार के बाद सेंसेक्स 250 अंक लुढ़क कर 32923 अंकों पर बंद हुआ।
व्यापार बाधाओं को लेकर बढ़ती चिंता के बीच इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा वैश्विक स्तर पर होने वाली गतिविधियों से निर्धारित होंगी। बाजार फिलहाल वैश्विक व्यापार तथा घरेलू राजनीतिक चिंताओं से प्रभावित है।
बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) के लिहाज से सेंसेक्स में शामिल टॉप 6 कंपनियों का बाजार पूंजीकरण बीते सप्ताह कुल मिलाकर 52,000 करोड़ रुपए से अधिक घटा। इनमें आईटी कंपनी टीसीएस के बाजार पूंजीकरण में सबसे अधिक गिरावट दर्ज की गई।
हफ्ते के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई है। शुक्रवार को चौतरफा बिकवाली के दबाव में बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 509 अंक टूट गया।
हफ्ते के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजारों में कमजोरी का रुख दिखाई दे रहा है। शुक्रवार को बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स बिना किसी बदलाव के 33,685.86 के स्तर पर खुला।
मुनाफावसूली की वजह से शेयर बाजार में आज सभी सेक्टर इंडेक्स पर दबाव देखने को मिला है, मीडिया इंडेक्स में सबसे ज्यादा कमजोरी आई है
शेयर बाजार में घटने वाली कंपनियों में सबसे आगे ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के शेयर हैं, रुपए में कमजोरी और कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से इन कंपनियों के शेयरों में गिरावट है
ऐसी आशंका जताई जा रही थी कि शेयर बाजार पर उत्तर प्रदेश और बिहार में हुए लोकसभा की 3 सीटों के लिए उपचुनाव के नतीजों का असर दिख सकता है।
उत्तर प्रदेश और बिहार में हुए उपचुनाव के आज नतीजे आ रहे हैं और शुरुआती रुझान में भारतीय जनता पार्टी गठबंधन को कड़ी टक्कर मिल रही है
सबसे ज्यादा तेजी आंध्रा बैंक के शेयर में दर्ज की गई, बैंक का शेयर 11.54 प्रतिशत की तेजी के साथ 40.10 रुपए पर बंद हुआ, इसके बाद बैंक ऑफ इंडिया में 7.05 प्रतिशत, यूनियन बैंक में 6.97 प्रतिशत, बैंक ऑफ बड़ौदा में 6.62 प्रतिशत तेजी आई
महंगाई दर और इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन के आंकड़े उम्मीद से अच्छे रहे हैं। जनवरी में इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन की ग्रोथ 7.5 प्रतिशत दर्ज की गई है जो अनुमान से कहीं ज्यादा है
सेंसेक्स 610 प्वाइंट की तेजी के साथ 33917.94 के स्तर पर बंद हुआ है। निफ्टी की बात करें तो वह भी 194.55 प्वाइंट की जोरदार तेजी के साथ 10421.40 के स्तर पर बंद हुआ है
हफ्ते के दौरान रिलायंस इंडस्ट्री का मार्केट कैपिटल सबसे अधिक 22530.65 करोड़ रुपए कम हुआ है
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