एनएसई निफ्टी 302.70 अंक लुढ़ककर 17,213.60 अंक पर बंद हुआ। बजट के बाद से बाजार में तेजी गायब है।
निफ्टी ने 17,500 के अहम स्तर को तोड़ दिया है। 11 बजे तक निफ्टी 17,336.50 अंक पर कारोबार कर रहा था।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा ब्याज दरों में बढ़ोतरी की उम्मीद के बीच वैश्विक स्तर पर बांड प्रतिफल भी बढ़ा है।
समीक्षाधीन सप्ताह में टीसीएस का बाजार पूंजीकरण 46,016.2 करोड़ रुपये के उछाल से 14,11,058.63 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। एचडीएफसी बैंक का बाजार मूल्यांकन 33,861.41 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी के साथ 8,44,922.53 करोड़ रुपये रहा।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष शोध अजित मिश्रा ने कहा, महत्वपूर्ण घटनाक्रमों के बीच बाजार भागीदारों की नजर इस सप्ताह मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की नीतिगत समीक्षा बैठक पर होगी।
सेंसेक्स शेयरों में तीन प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ सबसे अधिक नुकसान में एचडीएफसी का शेयर रहा। इसके अलावा इन्फोसिस, एलएंडटी, कोटक बैंक, बजाज फिनसर्व और टेक महिंद्रा में भी प्रमुख रूप से गिरावट रही।
टेक महिंद्रा, इंफोसिस, विप्रो, बजाज फाइनेंस, एचसीएल टेक और कोटक बैंक के शेयर भी घाटे में रहे।
सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में से 21 के शेयर लाभ में रहे जबकि नौ में घाटा उठाना पड़ा। बजट के अच्छे संकेत तथा वैश्विक स्तर पर सकारात्मक रुख से तेजी बनी रही। ज्यादातर क्षेत्र लाभ में रहे।
अगर आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो यह जानना बहुत जरूरी है कि किस शेयर को बजट से फायदा मिलेगा और किसको नुकसान।
सेंसेक्स में सबसे अधिक दो प्रतिशत की बढ़त पावरग्रिड में हुई। इसके अलावा आईटीसी, एक्सिस बैंक, कोटक बैंक, बजाज फाइनेंस, इंडसइंड बैंक और बजाज फिनसर्व के शेयर भी बढ़त में देखे गए।
सेंसेक्स में सबसे अधिक 7.57 प्रतिशत की बढ़त टाटा स्टील में हुई। इसके अलावा सन फार्मा, इंडसइंड बैंक, एलएंडटी, अल्ट्राटेक सीमेंट, आईटीसी और एचसीएल टेक भी बढ़त दर्ज करने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे।
जानाकारों का कहना है कि बजट पेश होने के दौरान बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
शेयर बाजार खुलने के साथ सेंसेक्स में 700 से ज्यादा अंकों की बढ़त देखने को मिली थी। वहीं, निफ्टी ने डबल सेंचुरी मारी और 200 अंकों की बढ़त के साथ खुला था।
AK Spintex: यह मल्टीबैगर स्टॉक 24.50 रुपये से बढ़कर 103.10 रुपये के भाव पर पहुंच गया है। एक महीने में इस स्टॉक में लगभग 320 प्रतिशत का उछाल आया है।
सेबी के आंकड़ों के अनुसार, भारतीय बाजारों में पी-नोट्स के जरिये निवेश का मूल्य दिसंबर, 2021 के अंत तक बढ़कर 95,501 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो नवंबर के अंत तक 94,826 रुपये था।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष शोध अजित मिश्रा ने कहा, यह सप्ताह न केवल शेयर बाजार के लिए, बल्कि व्यापक रूप से अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है।
इस बार वित्त मंत्री की बजट पोटली से पांच अहम सेक्टर को बंपर सौगात मिल सकती है। जिन सेक्टर को इस बार बजट में खास तवज्जो मिलने की उम्मीद है उनमें कृषि, रियल एस्टेट, ऑटो (ईवी), मैन्युफैक्चिरिंग और हेल्थकेयर शामिल है।
भारतीय बाजर में गुरुवार को बड़ी गिरावट अमेरिकी फेड के ब्याज दर में बढ़ोतरी फैसले के कारण आया है। इसके साथ ही ब्रेंट क्रूड 90 डॉलर के करीब पहुंचने का असर भी भारतीय बाजार पर देखने को मिल रहा है।
मार्केट एक्सपर्ट संदीप जैन ने इंडिया टीवी को बताया कि बाजार में और बड़ी गिरावट आने की आशंका है। निफ्टी 16,300 से लेकर 16,500 तक जा सकता है। ऐसे में निवेशकों को न्यू एज कंपनियों यानी (स्टार्टअप) से दूरी बनाने की जरूरत है।
ब्रोकरेज फर्मों का कहना है कि अगले सात दिन बाजार में बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। इसके पीछे वैश्विक और घरेलू धनाक्रम शामिल हैं जिनमें अमेरिकी फेड के फैसले और आम बजट है।
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