टीसीएस का बाजार पूंजीकरण 36,694.59 करोड़ रुपये बढ़कर 14,03,716.02 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
सेंसेक्स में विप्रो, टेक महिंद्रा, इंफोसिस और एचसीएल टेक सहित प्रमुख आईटी शेयरों में गिरावट देखने को मिली।
सेंसेक्स में गिरावट का प्रमुख कारण आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और इंडसइंड बैंक की अगुवाई में अन्य बैंक शेयरों में बिकवाली है।
घरेलू शेयर बाजार में सुस्ती के चलते रुपया गुरुवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 14 पैसे की गिरावट के साथ 75.18 पर आ गया।
सेंसेक्स 1,736.21 अंक यानी 3% से अधिक उछलकर फिर 58,142 अंक के पार बंद हुआ।बाजार में जोरदार तेजी आने से निवेशकों को सिर्फ एक दिन में 6 लाख करोड़ की कमाई हो गई।
एचयूएल, टेक महिंद्रा, टाइटन और इंफोसिस जैसे कंपनियों के शेयरों में 1.5 प्रतिशत की तेजी से सेंसेक्स में शुरूआती कारोबार के दौरान मजबूती देखी गई।
दुनियाभर समेत भारतीय शेयर बाजार में गिरावट है। यह गिरावट आने वाले कुछ समय तक चल सकती है। हालांकि, इसके बाद बाजार में फिर से तेजी लौटेगी।
बीएसई सेंसेक्स 1747 अंक टूटकर 56,405 अंक पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी भी अपना अहम सपोर्ट तोड़ते हुए 531 अंक लुढ़कर 17 हजार के नीचे 16,842 अंक पर बंद हुआ।
आने वाले दिनों में निफ्टी 16300-16500 तक जा सकता है। वहीं, सेंसेक्स 54,500 के स्तर को टच कर सकता है। यानी आने वाले समय में और बड़ी गिरावट आ सकती है।
सोमवार को बाजार में बड़ी बिकवाली आने से निवेशकों को एक झटके में 4 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो गया।
पिछले कुछ महीने से गिरावट का रुझान है। कई लॉर्ज कैप और मिड कैप शेयरों में 40% तक करेक्शन आ चुका है।
एक से 11 फरवरी के दौरान एफपीआई ने शेयरों से 10,080 करोड़ रुपये और ऋण या बांड बाजार से 4,830 करोड़ रुपये तथा हाइब्रिड माध्यमों से 24 करोड़ रुपये की निकासी की है।
शीर्ष 10 कंपनियों में सिर्फ रिलायंस इंडस्ट्रीज के बाजार पूंजीकरण में बढ़ोतरी हुई। समीक्षाधीन सप्ताह में रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार मूल्यांकन 30,474.79 करोड़ रुपये बढ़कर 16,07,857.69 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
सप्ताह के दौरान अडाणी एंटरप्राइजेज, कोल इंडिया, आयशर मोटर्स, अंबुजा सीमेंट्स, नेस्ले इंडिया, स्पाइसजेट और जेट एयरवेज के तिमाही नतीजे आने हैं।
इन्फोसिस, एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी, कोटक महिंद्रा बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और पावरग्रिड के शेयर भी फायदे में रहे।
सेंसेक्स की कंपनियों में मारुति का शेयर चार प्रतिशत से अधिक की मजबूती के साथ सर्वाधिक लाभ में रहा।
सेंसेक्स में सबसे अधिक 2.13 प्रतिशत की बढ़त टेक महिंद्रा में हुई। इसके अलावा विप्रो, एचसीएल टेक, टाइटन, इंफोसिस, बजाज फिनसर्व, मारूति और बजाज फाइनेंस भी बढ़त दर्ज करने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे।
प्राइम डाटाबेस के आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल की दिसंबर तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में छोटे निवेशकों की हिस्सेदारी एनएसई में सूचीबद्ध 871 कंपनियों में बढ़कर 7.32 फीसदी पर पहुंच गई है।
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा स्टील का शेयर 3.10 प्रतिशत की तेजी के साथ सर्वाधिक लाभ में रहा। इसके अलावा बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एशियन पेंट्स और टाइटन में भी प्रमुख रूप से तेजी रही।
बाजर विशेषज्ञों का कहना है कि बाजार ने फेड और रूस-यूक्रेन तनाव से संभावित नतीजों पर प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया है।
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