15 अक्टूबर को सेक्टोरल इंडेक्स निफ्टी रियल्टी की तेजी में प्रेस्टीज एस्टेट, डीएलएफ, ब्रिगेड एंटरप्राइजेज, फीनिक्स और गोदरेज प्रॉपर्टीज का सबसे बड़ा योगदान रहा।
सोमवार को भारतीय शेयर बाजार हरे निशान में खुला था और शानदार बढ़त के साथ बंद भी हुआ था। जबकि पिछले हफ्ते शुक्रवार को बाजार बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ था।
बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 0.3 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई और स्मॉलकैप इंडेक्स में सपाट गिरावट दर्ज की गई। आज के सत्र में विप्रो, टेक महिंद्रा, एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस, एलएंडटी और एचडीएफसी बैंक निफ्टी 50 में सबसे ज्यादा लाभ वाले स्टॉक के तौर पर उभरे।
कारोबार शुरू होने पर सेंसेक्स की 30 में से 20 कंपनियों के शेयर हरे निशान में और 10 कंपनियों के शेयर लाल निशान में कारोबार कर रहे थे।
आज बाजार ने गिरावट के साथ कारोबार शुरू किया। हालांकि, एक समय सेंसेक्स 81,671.38 अंक और निफ्टी 25,028.65 अंकों के इंट्राडे हाई तक पहुंचा। लेकिन ये मामूली बढ़त भी ज्यादा देर तक नहीं टिकी।
आज बीएसई सेंसेक्स 144.31 अंकों की तेजी के साथ 81,611.41 अंकों पर बंद हुआ। तो वहीं दूसरी ओर एनएसई निफ्टी 50 भी 16.50 अंकों की बढ़त के साथ 24,998.45 अंकों पर बंद हुआ।
बुधवार को भारतीय बाजार में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिला। आज सेंसेक्स एक समय 684.40 अंक और निफ्टी 220.90 अंकों की बढ़त लेकर कारोबार कर रहे थे।
स्वास्तिका इंवेस्टमार्ट के रिसर्च हेड संतोष मीणा का कहना है कि हरियाणा में बीजेपी की सत्ता में वापसी से बाजार की धारणा में सुधार होने की संभावना है।
हफ्ते के दूसरे दिन बीएसई सेंसेक्स 584.81 अंकों की तेजी के साथ 81,634.81 अंकों पर बंद हुआ और एनएसई निफ्टी 50 भी 217.38 अंकों की तेजी के साथ 25,013.15 अंकों पर बंद हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) निफ्टी 50 सूचकांक पर ट्रेंट, एचडीएफसी बैंक, अपोलो हॉस्पिटल्स और इंडसइंड बैंक शीर्ष लाभार्थी हैं, जबकि शीर्ष पिछड़ने वालों में टाटा स्टील, पावर ग्रिड, जेएसडब्ल्यू स्टील, बीपीसीएल और नेस्ले इंडिया शामिल हैं।
शेयर बाजार में आज दर्ज की गई गिरावट की वजह से निवेशकों के 8,90,153.84 करोड़ रुपये डूब गए। पिछले हफ्ते शुक्रवार को सेंसेक्स 808.65 अंक टूटकर 81,688.45 अंकों पर बंद हुआ। वहीं दूसरी ओर निफ्टी 50 भी 200.25 अंक टूटकर 25,049.85 अंकों पर बंद हुआ था।
घरेलू बाजार में शुक्रवार, 20 सितंबर से शुरू हुए गिरावट का दौर लगातार जारी है। आज हफ्ते के पहले दिन बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिली। आज सेंसेक्स की 30 में से 23 कंपनियों के शेयर नुकसान में और सिर्फ 7 कंपनियों के शेयर फायदे में रहे।
एनएसई ने 07 अक्टूबर 2024 को एफएंडओ बैन लिस्ट में जीएनएफसी, बंधन बैंक, बिड़लासॉफ्ट, ग्रेन्यूल्स इंडिया, हिंदुस्तान कॉपर, मणप्पुरम फाइनेंस और आरबीएल बैंक को शामिल किया है।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव का सीधा असर शेयर बाजार पर देखने को मिल रहा है। बाजार में 5 दिनों से जारी गिरावट की वजह से शेयर बाजार निवेशकों को 16.26 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है।
शुक्रवार को सेंसेक्स की 30 में से 22 कंपनियों के शेयर लाल निशान में और बाकी की 8 कंपनियों के शेयर हरे निशान में बंद हुए। इसी तरह निफ्टी 50 की भी 50 में से 37 कंपनियों के शेयर लाल निशान में और 13 कंपनियों के शेयर हरे निशान में बंद हुए।
इस हफ्ते भारतीय बाजार में गिरावट हावी रही। सोमवार को बीएसई सेंसेक्स 1272.07 अंकों की गिरावट के साथ 84,299.78 अंकों पर बंद हुआ तो वहीं दूसरी ओर निफ्टी 50 भी 368.10 अंकों के नुकसान के साथ 25,810.85 अंकों पर बंद हुआ।
बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 27 सितंबर को 477.93 लाख करोड़ रुपये के लाइफटाइम हाई पर पहुंच गया था। उसी दिन सेंसेक्स ने 85,978.25 अंक के अपने लाइफटाइम हाई को छुआ था। बीएसई सेंसेक्स ने कैलेंडर ईयर 2024 में अब तक 12,026.03 अंक यानी 16.64 प्रतिशत की छलांग लगाई है।
मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार बिल्कुल सपाट रहे। बीएसई सेंसेक्स 33.49 अंकों की गिरावट के साथ 84,266.29 अंकों पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी 50 भी 13.95 अंकों की गिरावट के साथ 25,796.90 अंकों पर कारोबार बंद किया।
बीते सत्र यानी 30 सितंबर को शेयर बाजार में कोहराम मच गया था। बीएसई सेंसेक्स 1,272.07 अंक गिरकर 84,299.78 अंकों पर बंद हुआ था।
शेयर बाजार में इस एक दिन की गिरावट से निवेशकों में हाहाकार मच गया। दरअसल, सिर्फ 1 दिन की गिरावट से निवेशकों के 3.57 लाख करोड़ रुपये डूब गए। एक्सपर्ट्स का कहना है कि पश्चिमी एशिया में बढ़ रहे तनाव और जापानी बाजार में गिरावट की वजह से भारतीय बाजार में भी बिकवाली का जोर रहा।
लेटेस्ट न्यूज़