SEBI New Order: दो अलग-अलग आदेशों में सेबी ने अपनी पड़ताल में पाया कि ये कंपनियां निवेश सलाहकार के रूप में बिना प्रमाणित सर्टिफिकेट के ही निवेश सलाहकार सेवाओं दे रही थी। कुछ और जानकारी भी सामने आई। अब खबर आ रही है कि उन चारों कंपनियों को बैन कर दिया गया है।
Market Cap: बाजार पूंजीकरण के लिहाज से Top-100 कंपनियों के लिये यह व्यवस्था एक अक्टूबर 2023 से लागू होगी। वहीं बाजार पूंजीकरण के लिहाज से टॉप-250 लिस्टेड कंपनियों के लिये अलग समय तय किया गया है।
SEBI New Order: शेयर बाजार में बढ़ती धोखाधड़ी को कम करने के लिए SEBI ने बेहद जरूरी कदम उठाया है। सेबी के निदेशक मंडल ने बुधवार को हुई बैठक में इसका फैसला लिया है।
SEBI News: सेबी ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि कारोबार के साथ-साथ डीमैट खातों के मूल्यांकन और विभिन्न पक्षों से प्राप्त प्रतिवेदनों के आधार पर यह निर्णय किया गया है। आइए जानते हैं कि पूरी खबर क्या है?
IPO News: किसी भी कंपनी को आईपीओ लाने से पहले सेबी से मंजूरी लेनी होती है। पेटीएम के आईपीओ आने से पहले सेबी आसानी से मंजूरी दे दिया करता था, लेकिन अब उसने नियमों में बदलाव कर दिया है। इसी के कारण 6 कंपनियों के आईपीओ को सेबी ने मंजूरी देने से मना कर दिया है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट।
अरशद वारसी के एक गुमराह करने वाले वीडियो में तो दावा किया गया था कि अडाणी समूह द्वारा साधना ब्रॉडकॉस्ट का अधिग्रहण किया जाएगा।
विकसित देशों के शेयर बाजारों में सोशल इंडेक्स या सामाजिक शेयर बाजारों का प्रचलन पहले से ही है। कई बड़े फंड इनमें निवेश को तरजीह देते हैं।
सेबी ने बिना मंजूरी के निवेश सलाहकार सेवाएं देने को लेकर सख्त कार्रवाई की है और कंपनी को तीन महीने के भीतर ग्राहकों को 1.54 करोड़ रुपये से अधिक की राशि वापस करने का निर्देश दिया गया है।
बाजार नियामक ने लोगों से इस प्रस्ताव पर छह मार्च तक सुझाव देने को कहा है। इसके अलावा, सेबी ने निदेशक, अनुपालन अधिकारी, मुख्य कार्यपालक अधिकारी और मुख्य वित्त अधिकारी के पदों पर नियुक्ति को लेकर समयसीमा का सुझाव दिया है।
हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों को अडाणी समूह ने खारिज कर दिया था। हालांकि, इस हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद समूह की कंपनियों का बाजार पूंजीकरण सामूहिक रूप से 120 अरब डॉलर से ज्यादा गिर गया है।
सेबी ने सुप्रीम कोर्ट को अडाणी समूह के खिलाफ अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों को लेकर बड़ी जानकारी दी है। आज उसका असर कंपनी के शेयर पर भी देखने को मिल रहा है।
FD Investment: भारतीयों के बीच एफडी की लोकप्रियता के पीछे के कारणों को समझने के लिए लगभग 16 लाख निवेशकों का सर्वेक्षण किया गया। सेबी ने भी अलग से एक रिपोर्ट तैयार की दोनों में एक ही बात सामने आई।
टी प्लस वन सेटेलमेंट लागू होने से निवेशकों के सामने डिफॉल्ट का जोखिम कम होगा। साथ ही बाजार में नगदी ज्यादा मात्रा में उपलब्ध कराया जा सकेगा।
सेबी अधिकारियों ने तलाशी और जब्ती अभियान के दौरान मोबाइल फोन, लैपटॉप, डेस्कटॉप, टैबलेट और हार्ड ड्राइव डिस्क समेत अन्य रिकॉर्ड जब्त किये।
सेबी ने सोमवार को पारित अपने 56 पृष्ठ के आदेश में कहा, जो निवेश दर्शाया गया वह विदेशी अनुषंगी कंपनियों में किया गया था।
सेबी की प्रमुख माधवी पुरी बुच ने बैठक के बाद कहा कि नियामक ने शेयर बाजार से शेयर पुनर्खरीद के तरीके में पक्षपात की आशंका को देखते हुए अब निविदा प्रस्ताव मार्ग को वरीयता देने का फैसला किया है।
आखिरकार शेयर बाजार के नए बॉस का नाम फाइनल हो गया है। SEBI ने इसकी मंजूरी दे दी है। इसकी अटकले काफी दिनों से चल रही थी। आइए इस खबर में पूरी स्टोरी समझते हैं।
सेबी ने कहा कि 14-27 नवंबर 2022 तक नयी दिल्ली में होने वाले 41वें भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ- 2022) में 'भारत का शेयर बाजार' नाम से एक स्टॉल स्थापित कर रहा है।
SEBI ने आज एक नया सर्कुलर जारी किया है, जिसमें उसने निवेशकों के हित को ध्यान में रखते हुए कुछ नए नियम बनाएं है। साथ ही, 15 अप्रैल तक मौजूदा अनपेड क्लाइंट सिक्योरिटीज को खत्म करने का आदेश दिया गया है।
सेबी के आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर माह की शुरुआत में 3,001 शिकायतें लंबित थीं। सेबी के पास ये शिकायतें रिफंड, आवंटन, निकासी और ब्याज से संबंधित थीं।
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