स्टॉक ब्रोकरों से सेबी को ऐसी प्रतिक्रिया नहीं मिली, जैसी वह चाहता था। लिहाजा विस्तारित समय योजना को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है।
जब कोई ब्रोकर या निवेशक गोपनीय जानकारी के आधार पर किसी कारोबार में शामिल होता है, उसे ‘फ्रंट रनिंग’ कहते हैं। यह ऐसी संवेदनशील जानकारी होती है, जिससे शेयर की कीमत प्रभावित होती है।
बीएसई ने कहा कि यदि उक्त राशि देनी पड़ती है, तो वित्त वर्ष 2006-07 से वित्त वर्ष 2022-23 तक के लिए कुल अतिरिक्त सेबी विनियामक शुल्क 68.64 करोड़ रुपये के अलावा जीएसटी होगा। इसमें 30.34 करोड़ रुपये का ब्याज शामिल है।
sebi rose valley refund : सेबी रोज वैली ग्रुप की जिन संपत्तियों की नीलामी करने जा रहा है, उन संपत्तियों का कुल रिजर्व प्राइस 8.6 करोड़ रुपये रखा गया है।
कंपनी के प्रमोटर हरीश गंगाराम अग्रवाल, दिनेश गंगाराम अग्रवाल और अक्षिता हरीश अग्रवाल पर तीन-तीन लाख रुपये का जुर्माना लगाया जा रहा है।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड ने रवींद्र बालू भारती की पत्नी शुभांगी रवींद्र भारती और निदेशकों - राहुल अनंत गोसावी और धनश्री चंद्रकांत गोसावी को भी प्रतिभूति बाजार से प्रतिबंधित कर दिया है।
पुराने स्कोर्स में दर्ज की गई निस्तारित शिकायतों को स्कोर्स 2.0 पर देखा जा सकता है। नियामक ने कहा कि पुराने ऐप को बंद कर दिया गया है और उसकी जगह नया ऐप जल्द लॉन्च किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि मेरा मंत्र बहुत सरल है। सही काम करो, चाहे कितना भी कठिन क्यों न हो। कोई कसर न छोड़ें, चाहे कितनी भी मुश्किल क्यों न हो।
Stock Market: भारतीय शेयर बाजार में 28 मार्च से T+0 सेटेलमेंट लागू होने जा रहा है। फिलहाल ये सुविधा केवल 25 शेयरों पर मिलेगी, जिसकी लिस्ट बीएसई द्वारा जारी की गई है।
SEBI की ओर से एसएम आरईआईटी के नियम जारी कर दिए गए हैं। इससे निवेशकों को रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश करने के अधिक मौके मिलेंगे।
यह बयान तब आया जब सेबी ने नियामक मानदंडों का उल्लंघन करने के लिए कंपनी को ऋण प्रतिभूतियों के सार्वजनिक निर्गम के लिए अग्रणी प्रबंधक के रूप में कार्य करने के लिए नए मैनडेट्स स्वीकार करने से रोक दिया।
जुलाई, 2023 में नियामक ने खुलासा मानदंडों के उल्लंघन के लिए धीरज और कपिल वधावन पर 10-10 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था। लेकिन दोनों ने ही जुर्माना नहीं चुकाया।
जानकारों का कहना है कि अनेक ब्रोकिंग हाउस, चैनल और कई सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर इस तरह के काम करते हैं। वे पहले शेयर खरीदने की सिफारिश करते हैं, जिन्हें वे बेचना चाहते हैं। जब निवेशक खरीदना शुरू करते हैं तो शेयरों की कीमतें बढ़ जाती हैं। फिर यही लोग अपने शेयर बेच कर मुनाफा कमा लेते हैं।
SEBI की ओर से बड़ा फैसला लेते हुए 'नेकेड शॉर्ट सेलिंग'को पूरी तरह से बैन कर दिया गया है। सेटेलमेंट के समय आपको डिलीवरी देनी होगी। अगर ऐसा नहीं करने पर ब्रोकर्स के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी।
SEBI की ओर से डीमैट और म्यूचुअल फंड में नॉमिनेशन की तारीख को आगे बढ़ा दिया गया है। आप ऑनलाइन आसानी से नॉमिनेशन दर्ज करा सकते हैं। इस स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस हम इस आर्टिकल में बताने जा रहे हैं।
नियामक के अनुसार, सेबी प्रमुख अपने शेष कार्यकाल में, मौजूदा 500 रुपये से 250 रुपये के एसआईपी को व्यवहार्य बनाने पर काम करेंगी। मुझे लगता है कि यह भविष्य के विकास और आगे के लचीलेपन के लिए अगले कई वर्षों की नींव रखेगा।
नवंबर 2007 में पूर्ववर्ती रिलायंस पेट्रोलियम लिमिटेड (आरपीएल) के शेयरों में कथित हेराफेरी से संबंधित मामले में मुकेश अंबानी और दो अन्य कंपनियों पर जुर्माना लगाया गया था।
बंबई उच्च न्यायालय के खंडपीठ ने कहा कि उसके विचार से सेबी ने उसके आदेश का पालन नहीं करने के लिए सभी संभव प्रयास किए हैं। पीठ ने कहा कि अब जबकि निपटान आदेश रद्द कर दिया गया है, सेबी कंपनी को जारी कारण बताओ नोटिस पर तेजी से फैसला करेगा। सेबी को उसके आदेश का तत्काल पालन करने का निर्देश दिया।
सेबी की तरफ से छोटे और मध्यम रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट (रीट) सेट अप करने का फैसला लिया गया है। यह नया नियम जमीन-जायदाद के क्षेत्र के विकास को गति देने में सक्षम होगा। यह पहल खासकर इससे अपरिचित खुदरा निवेशकों के लिए फायदेमंद है।
SEBI की बोर्ड बैठक में T+0 सेटलमेंट को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है। मार्च 2024 तक इसके लागू होनें की उम्मीद है। स्मॉल और मीडियम REITs के लिए रास्ता खोल दिया है।
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