विश्लेषकों ने कहा कि अधिकांश भारतीय बीमा कंपनियों को अभी भी देश के बुनियादी ढांचा क्षेत्र के उभरने का लाभ उठाना बाकी है। बीते एक साल में एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस के शेयर 1,314 रुपये से बढ़कर 1,621.20 रुपये पर पहुंच गए हैं। इस तरह इसने 23 प्रतिशत रिटर्न दिया है।
निवेशक- एसबीआई शाखाओं, योनो एसबीआई और योनो लाइट (मोबाइल बैंकिंग ऐप), और एसबीआई इंटरनेट बैंकिंग (आईएनबी) के माध्यम से "अमृत वृष्टि" में निवेश कर सकते हैं।
बैंक ने चुनिंदा अवधियों पर अपने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड-बेस्ड लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) में 10 बेसिस पॉइंट्स (बीपीएस) तक की बढ़ोतरी की है।
सबसे अधिक लाभ में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) रही। पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 522.74 अंक या 0.65 प्रतिशत के लाभ में रहा। सेंसेक्स शुक्रवार को 622 अंक या 0.78 प्रतिशत उछलकर 80,519.34 के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ था।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) आम नागरिकों को 7 प्रतिशत और वरिष्ठ नागरिकों को 7.5 प्रतिशत ब्याज दे रहा है। कोटक महिंद्रा बैंक भी 3 साल की जमाराशि पर आम लोगों को 7 प्रतिशत और वरिष्ठ नागरिकों को 7.6% की दर से ब्याज दे रहा है।
किसी भी बैंक में एफडी कराने से पहले ब्याज दर को जरूर चेक कर लें। एफडी पर अधिक रिटर्न पाना है तो वैसे बैंक का चुनाव करें जो अधिक ब्याज दे रहा हो।
क्रेडिट कार्ड से जुड़े नए नियम के अलावा, पेटीएम, एसबीआई कार्ड सहित कुछ बैंक भी अपनी तरफ से नए नियम तय करने वाले हैं। पेटीएम पेमेंट्स बैंक 20 जुलाई, 2024 को जीरो बैलेंस राशि वाले और पिछले वर्ष या उससे अधिक समय में कोई लेनदेन न करने वाले निष्क्रिय वॉलेट बंद कर देगा।
बैंकों के मुताबिक किसी भी क्रेडिट कार्ड या पर्सनल लोन के मुताबिक ओवरड्राफ्ट के जरिए पैसा लेना सस्ता होता है। ओवरड्राफ्ट में आपको बाकी लोन के मुकाबले कम ब्याज लगता है।
रिपोर्ट में बताया गया कि पिछले एक दशक में भारतीय बैंक की बैलेंस शीट काफी मजबूत हुई है और मुनाफा चार गुना तक बढ़ गया है। रिपोर्ट में कहा गया कि नॉन-परफॉर्मिंग लोन (नेट एनपीएल), जो पहले भारतीय बैंकिंग सेक्टर पर एक बड़ा बोझ था, यह बीते एक दशक में काफी नीचे चला गया है।
बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 299.41 अंक या 0.39 प्रतिशत के लाभ में रहा। 13 जून को सेंसेक्स 77,145.46 अंक के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंचा।
स्विट्जरलैंड, स्वीडन, कनाडा और यूरो क्षेत्र जैसी उन्नत अर्थव्यवस्थाओं के कुछ केंद्रीय बैंकों ने वर्ष 2024 के दौरान दरों को कम करने का चक्र शुरू कर दिया है। दूसरी ओर, अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में कटौती की बाजार उम्मीदें, जो पहले अधिक थीं, अब कम हो गई हैं।
भारत के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक, एचडीएफसी बैंक ने 10 जून, 2024 से 2 करोड़ रुपये से कम की FD के लिए ब्याज दरों में संशोधन किया है। बैंक सामान्य ग्राहकों को 7 दिनों से लेकर 10 साल तक की अवधि पर 3% से 7.25% की ब्याज दर प्रदान कर रहा है।
जनवरी में एसबीआई ने Basel III-compliant additional tier-I perpetual बांड्स बेचकर 50 अरब रुपये (लगभग 600 मिलियन डॉलर) जुटाए थे।
आपको बता दें कि आज के समय में करीब-करीब सभी सरकारी और प्राइवेट बैंक ऑनलाइन केवाईसी अपडेट करने की सुविधा मुहैया करा रहे हैं। आप घर बैठे आसानी से इस काम को निपटा सकते हैं।
किसी भी बैंक में एफडी करने से पहले ब्याज दर को जरूर चेक करें। एफडी पर ज्यादा ब्याज ही रिटर्न को बढ़ाने का काम करता है। साथ ही किस अवधि के लिए बैंक सबसे ज्यादा ब्याज दे रहे हैं यह भी पता करें।
किसी भी बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट आंख मूंदकर नहीं करें। यह नुकसान का सौदा हो सकता है। सही रिसर्च का अच्छे बैंक का चयन करें जो आपको एफडी पर ज्यादा रिटर्न दे। ऐसा कर आप निवेश पर शानदार रिटर्न प्राप्त कर लेंगे।
हाल के दिनों में बैंकिंग फ्रॉड की घटना तेजी से बढ़ी है। इसको देखते हुए बैंकों ने अपने कस्टमर को इससे बचने की सलाह दी है। बैंकों ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसकी जानकारी दी है।
वित्तीय सेवा संस्थान ब्यूरो (एफएसआईबी) दिनेश खारा के उत्तराधिकारी का चयन करने के लिए इंटरव्यू लिया जा रहा था। मौजूदा एसबीआई चेयरमैन दिनेश खारा 28 अगस्त को रिटायर हो जाएंगे।
पिछले 10 वर्षों में सरकारी बैंकों में जबरदस्त बदलाव देखने को मिले हैं। बैंकों की बैलेंस शीट मजबूत हुई। साथ ही नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) में बड़ी गिरावट देखने को मिली है।
बैंकों का मुनाफा हाल के वर्षों में सबसे अधिक प्रॉफिटेबल ग्रुप रहे आईटी सर्विसेज की तुलना में कहीं अधिक है। लिस्टेड आईटी सर्विस कंपनियों ने वित्त वर्ष 2024 में लगभग ₹1.1 लाख करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया है।
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