इंडिया टीवी पैसा की टीम आपको बैंक खाता एक ब्रांच से दूसरी ब्रांच में ट्रांसफर करने की पूरी प्रक्रिया बता रहा है।
देश में कोविड-19 के एक दिन में रिकॉर्ड 4,14,188 नये मामले सामने आने के बाद कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले 2,14,91,598 हो गए
इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग उपयोग करने वाले ग्राहकों की संख्या क्रमश: 8.5 करोड़ और 1.9 करोड़ है।
अगली किस्त के तहत एसबीआई यूनिटधारकों के खातों में कुल मिलाकर 2489 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर रहा है। एसबीआई एमएफ पहले ही निवेशकों को 12,084 करोड़ रुपए वितरित कर चुकी है
भारत में फिलहाल 34 लाख सक्रिय मामलें हैं। वहीं देश का रिकवरी रेट 81.77 प्रतिशत है। अब तक संक्रमण से करीब 2 लाख लोगों की मौत हुई है।
स्थानीय प्रतिबंधों के आधार पर बैंकों के एनपीए परिदृश्य को लेकर इस समय किसी भी तरह का आकलन किया जाना जल्दबाजी होगी।
कोविड-19 संक्रमण के मामलों एक बार फिर बढ़ोतरी के मद्देजनर शाखा में ग्राहक की प्रत्यक्ष उपस्थिति के बिना डाक या मेल के जरिये केवाईसी दस्तावेज अनुरोध स्वीकार करने की सलाह दी।
योनो एप के जरिये कर्ज का आवेदन करने वालों को 0.05 प्रतिशत की अतिरिक्त रियायत दी जाएगी।
खारा ने कहा कि बैंक कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों में 50 आईसीयू बिस्तरों की सुविधा वाले कुल मिलाकर 1,000 बिस्तरों की सुविधा के कुछ अस्थाई अस्पताल बनाना चाहता है।
कोरोना संकट के बीच देश में जहां डिजिटल बैंकिंग तेजी से बढ़ी है, वहीं बैंक में हैकर्स की सेंधमारी भी तेजी से बढ़ रही है।
केन्द्रीय निदेशक मंडल की कार्यकारी समिति की बैठक 28 अप्रैल 2021 को होनी है। जिसमें बैंक के द्वारा रकम जुटाने पर विचार किया जायेगा।
यह सुविधा बैंक में नया बचत खाता खोलने की योजना बना रहे ग्राहकों के लिए उपलब्ध होगी।
बीएसबीडीए पर कुछ बैंकों द्वारा रिजर्व बैंक के नियमनों का प्रणालीगत उल्लंघन किया जा रहा है।
बैंक ने अपने ग्राहकों को सजग करते हुए कहा है कि ऐसी कंपनियां धोखाधड़ी करने के लिए उपभोक्ताओं को फर्जी लोन की पेशकश कर रही हैं।
देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों की वजह से संक्रमित लोग अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं और इसकी वजह से हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर पर अत्यधिक दबाव आ गया है।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) जैसे वाणिज्यिक बैंक ग्राहकों को पीपीएफ खाता ऑनलाइन खोलने की अनुमति देते हैं।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के ग्राहक सावधान हो जाएं। एसबीआई ने अपने ग्राहकों के लिए अलर्ट जारी किया है। अपने अलर्ट में एसबीआई ने अपने ग्राहकों से एक महत्तवपूर्ण करने बदलाव करने का अनुरोध किया है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने सितंबर 2013 में स्पष्ट निर्देश दिया था कि ऐसे खाताधारकों को एक महीने में चार बार से ज्यादा निकासी की अनुमति होगी। बैंक ऐसे लेनदेन पर शुल्क नहीं ले सकते।
अब आपको इसके लिए SBI के ब्रांच जाने की जरूरत नहीं है। यह काम पूरी तरह से ऑनलाइन किया जा सकता है।
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