शेट्टी ने कहा, हम निजी पूंजीगत व्यय में अच्छी मांग देख रहे हैं। बुनियादी ढांचे के लिए वित्तपोषण मुख्य रूप से सड़कों, नवीकरणीय ऊर्जा और कुछ रिफाइनरियों से आ रहा है।
इंटरनेट बैंकिंग के जरिये एसबीआई के डेबिट कार्ड को आसानी से कॉन्टैक्टलेस ट्रांजैक्शन के लिए इनेबल कर सकते हैं। इसके जरिये हर खरीदारी पर रिवॉर्ड प्वाइंट्स भी हासिल कर सकते हैं।
SBI नियमित ग्राहकों को 7.1% ब्याज दर और अमृत कलश सावधि जमा में निवेश करने वाले वरिष्ठ नागरिकों को 7.6% ब्याज दर की पेशकश कर रहा है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) 7 से 9 अक्टूबर को होने वाली अगली मीटिंग रेपो रेट पर फैसला करेगी। अगस्त में खुदरा महंगाई 0.11 प्रतिशत बढ़कर 3.65 प्रतिशत हो गई, जो जुलाई में 3.54 प्रतिशत थी।
क्रेडिट कार्ड का अनुशासित इस्तेमाल कर आप अच्छी बचत कर सकते हैं। हालांकि, इसके लिए जरूरी है आपके पास सही क्रेडिट कार्ड हो। इसलिए हमेशा अपनी जरूरत के अनुसार ही क्रेडिट कार्ड का चुनाव करें।
अगर किसी खाताधारक की मृत्यु हो जाती है तो उसके खाते में जमा सारे पैसे उसके द्वारा बनाए गए नॉमिनी को दे दी जाती है। अगर किसी व्यक्ति ने एक से ज्यादा नॉमिनी बनाए हैं तो उन सभी नॉमिनी को बराबर पैसे दिए जाते हैं।
इस स्कीम में खाता खुलवाने वाली महिलाओं को सरकार की गारंटी के साथ 7.5 प्रतिशत का ब्याज दिया जाता है। इस स्कीम में किया गया निवेश 2 साल में मैच्यॉर हो जाता है। यानी मैच्यॉरिटी पर आपको गारंटीड रिटर्न मिलेगा।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) इस बात से संतुष्ट नहीं है कि एक विदेशी संस्था के पास येस बैंक जैसी बड़ी वित्तीय संस्था में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी हो। जापान की एसएमबीसी और अमीरात एनबीडी के रूप में दो खरीदार येस बैंक में हिस्सेदारी खरीदने के लिए मैदान में हैं।
आरबीआई आने वाले दिनों में ब्याज दर में कटौती कर सकता है। उसके बाद बैंक एफडी पर ब्याज घटाएंगे। अभी एफडी पर सबसे अधिक ब्याज पाने का सुनहरा मौका है।
सावधि जमा गारंटीकृत रिटर्न प्रदान करते हैं, जो उन्हें बाजार से जुड़े साधनों से अलग करता है और उन्हें अपनी पूंजी को सुरक्षित करने का एक आदर्श विकल्प बनाता है।
बैंक वित्त वर्ष 2025 में 14-16 प्रतिशत की ऋण वृद्धि का लक्ष्य लेकर चल रहा है, और अपनी देनदारियों के उच्च आधार को देखते हुए 8-10 प्रतिशत की जमा वृद्धि के साथ इसे आसानी से बनाए रख सकता है।
नए चेयरमैन ने कर्मचारियों को भरोसा दिलाया कि एसबीआई को देश का सर्वश्रेष्ठ बैंक बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि ने कहा कि यह भारत का दशक है।
होम लोन की ब्याज दरें आपके क्रेडिट स्कोर पर काफी निर्भर करती हैं। अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो आपको कम ब्याज दर भी लोन मिल सकता है और अगर आपका क्रेडिट स्कोर खराब है तो आपको ज्यादा ब्याज दर पर लोन मिलेगा।
आपने 8.20 प्रतिशत की ब्याज दर पर 30 साल के लिए होम लोन लिया है और आपकी EMI 22,000 रुपये बन रही है। तो फिक्स्ड रेट होम लोन में पूरे 30 साल तक आपको 8.20 फीसदी की ब्याज दर से ही लोन चुकाना होगा और आपको पूरे 30 साल तक हर महीने 22,000 रुपये की ही EMI देनी होगी।
घर में नए कमरे बनवाना, बाथरूम की संख्या बढ़ाना या फर्नीचर के काम में मोटा खर्च आता है। इतना ही नहीं, पर्सनल लोन सबसे महंगा लोन होता है। जिसके लिए आपको 13 से 15 प्रतिशत तक का ब्याज चुकाना पड़ता है।
अर्थशास्त्रियों ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही के लिए अनुमानित जीडीपी वृद्धि 7.0-7.1 प्रतिशत होगी, और सकल मूल्य वर्द्धन 6.7-6.8 प्रतिशत रहेगा।
अलग-अलग क्रेडिट कार्ड अलग-अलग तरह से कैशबैक डील ऑफर करते हैं। कुछ कार्ड सभी ट्रांजैक्शन पर एक समान कैशबैक देते हैं, जबकि कुछ कार्ड ग्रोसरी, फूड या फ्यूस जैसे स्पेशल कैटेगरी के लिए ज्यादा कैशबैक देते हैं।
किसी भी बैंक से कार लोन लेने से पहले ब्याज दर, प्रोससिंग फीस, प्री पेमेंट चार्ज समेत तमाम टर्म एंड कंडिशन की अच्छी तरह समझ लें। ऐसा कर आप बाद की परेशानी से बच जाएंगे।
अगर आप होम लोन लेने की सोच रहे हैं तो यह बेहतरी समय है। आप एसबीआई से होम लोन लेकर बड़ी बचत कर सकते हैं। दरअसल, एसबीआई होम लोन पर अभी प्रोसेसिंग फीस नहीं ले रहा है।
एसबीआई के पास होम लोन के लिए अप्लाई करने से पहले आपको होम लोन की ब्याज दरों के बारे में जान लेना सबसे ज्यादा जरूरी है। देश का सबसे बड़ा कर्जदाता एसबीआई 8.50 प्रतिशत की शुरुआती ब्याज दरों से होम लोन देता है।
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