बैंकों ने फंड-बेस्ड रेट लेंडिंग (MCLR) की अपनी मार्जिनल कॉस्ट को 15 बेसिस प्वाइंट्स तक बढ़ा दिया है, जिससे होम लोन और ऑटो लोन समेत सभी तरह के लोन महंगे हो गए हैं।
स्टेट बैंक ग्राहकों को लगातार दूसरे महीने यह झटका लगा है। इससे पहले जनवरी में भी बैंक ने एमसीएलआर में 10 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी की थी। गौरतलब है कि रिजर्व बैंक (RBI) ने पिछले हफ्ते ही रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की बढ़ोत्तरी की थी।
अगर भारत के सबसे बड़े बैंक SBI में आपका अकाउंट है तो आप घर बैठे इसकी व्हॉट्सएप बैंकिंग सर्विस का लाभ उठा सकते हैं। आइए आज आपको इसका इस्तेमाल स्टेप बाई स्टेप बताते हैं।
आपको बता दें कि अप्रैल 2022 से रेपो रेट 2.5 प्रतिशत बढ़कर 4 प्रतिशत से 6.5 प्रतिशत हो गया है। इसके चलते बैंकों ने एफडी पर दी जाने वाल दरों में बढ़ोतरी की है।
अगले कुछ महीनों तक कुल मुद्रास्फीति के मध्यम रहने के बावजूद प्रमुख मुद्रास्फीति बनी रह सकती है और आरबीआई इसी को नियंत्रित करने के लिए नीतिगत दर रेपो में 0.25 प्रतिशत की वृद्धि कर सकता है
खारा ने कहा कि अडाणी समूह की परियोजनाओं को कर्ज देते समय भौतिक संपत्तियों एवं समुचित नकदी प्रवाह को ध्यान में रखा गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस समूह का बकाया कर्ज चुकाने का रिकॉर्ड बहुत अच्छा रहा है।
डानी समूह में गिरावट को देखते हुए RBI (भारतीय रिजर्व बैंक) ने स्थानीय बैंकों से अडानी समूह की कंपनियों, सरकार और बैंकिंग स्रोतों में उनके जोखिम का विवरण मांगा है।
बीते दो कारोबारी सत्रों में अडानी समूह का मार्केट कैप 4.18 ट्रिलियन रुपये घट गया है। अमेरिका स्थित निवेश अनुसंधान फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि समूह एक स्टॉक हेरफेर और लेखा धोखाधड़ी योजना में शामिल था।
बैंक के होम, कार और पर्सनल सहित विभिन्न प्रकार के लोन की ब्याज दरें (Interest Rate) बढ़ गई हैं। नई दरें 15 जनवरी से लागू हो गई हैं।
रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट बढ़ाने के बाद बैंकों में ब्याज दरें बढ़ाने की होड़ लगी हुई है। सरकारी बैंक से लेकर स्मॉल फाइनेंस बैंक और एनबीएफसी तक फिक्स डिपॉजिट पर अच्छा ब्याज दे रहे हैं।
घर खरीदने के लिए हम सभी होम लोन लेते हैं। ऐसे में यह जानकारी जरूरी है कि होम लोन कितने प्रकार के होते हैं।
किसी भी देश की इकोनॉमी के लिए उस देश में मौजूद बैंको का मजबूत होना एक बड़ा कारण माना जाता है। भारत के लिए ये काम देश के दो प्राइवेट और एक सरकारी बैंक कर रहे हैं। ऐसे आरबीआई ने अपने नए सर्कुलर में कहा है।
NEFT-RTGS के जरिए कई बार ग्राहक पैसा ट्रांसफर करते हैं, लेकिन उन्हें इसके बारे में नहीं बता होता है कि इसके लिए बैंक के तरफ से बनाए गए नियम क्या है? यहां अपने सभी सवालों का जवाब जानिए।
वित्तीय विशेषज्ञों का कहना है कि अगर पुरानी एफडी को मैच्योर होने से 6 से 9 महीने का समय बचा है तो उसे तोड़कर नई एफडी करना फायदे का सौदा नहीं होगा।
यदि कोई सीनियर सिटीजंस इस बैंक में FD करवाता है तो उसे 50 बेसिस पॉइंट अधिक यानि 8.25 फीसदी ब्याज मिलेगा।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को संसद में बताया कि बैंकों ने पिछले पांच वित्त वर्षों के दौरान 10,09,511 करोड़ रुपये बट्टे खाते में डाले हैं।
बढ़ी हुई ब्याज दरें मंगलवार 13 दिसंबर से लागू हो गई है। बता दें कि स्टेट बैंक ने दिवाली के मौके पर ब्याज दरों में 22 अक्टूबर को बढ़ोतरी की थी।
अगर आप भी SBI के डेबिट कार्ड होल्डर हैं तो फर्जीवाड़े की आहट होने पर ही आप अपने कार्ड को ब्लॉक करा देंगे। ऐसा कर आप अपना बड़ा नुकसान होने से बचा लेंगे।
आरबीआई ने अभी ई-रुपी को पायलट प्रोजेक्ट पर शुरू किया है। इसके लिए एसबीआई, आईसीआईसीआई, यस बैंक और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक को चुना है।
कुछ सुरक्षा टिप्स को साझा करते हुए, एसबीआई ने सुझाव दिया कि डाउनलोड करने से पहले किसी ऐप की प्रामाणिकता की जांच करना हमेशा बेहतर होता है।
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