इंडियाटीवी पैसा की टीम युवा रीडर्स को बनाने जा रही है फाइनेंशियल प्लानिंग की ऐसी खास बातें, जिन पर पहली सैलरी से ही अमल करना जरूरी होता है।
बहुत से लोग सेविंग अकाउंट को निवेश और बचत का आखिरी जरिया भी बना लेते हैं। जबकि आप इस पर FD के बराबर 8 फीसदी ब्याज हासिल कर सकते हैं।
रिटायरमेंट का नाम सुनते ही उम्र का साठवां बरस हमारी जेहन में आ जाता है। लेकिन आप प्लान करें तो 45 की उम्र में भी नौकरी को गुडबाय कह कर रिटायर हो सकते हैं।
आज मोबाइल के एप्स स्टोर में आपके लिए कई एेसी एप्स मौजूद हैं, जिनके जरिए न सिर्फ आप अपने खर्चों पर कंट्रोल कर पाएंगे, वहीं एक अच्छा अमाउंट बचा भी पाएंगे।
नौकरी के दिनों में अक्सर लोग लाइफस्टाइल पर फिजूलखर्ची करने लगते हैं। हम आपको बताते हैं कि किस तरह आप स्मार्ट तरीके से इंवेस्ट कर सिक्योर हो सकते हैं।
बच्चों को बैंकिंग वर्ल्ड से रूबरू करवाने का एक बेहतरीन जरिया है बैंक अकाउंट। 10 साल की उम्र का बच्चा सेविंग्स एकाउंट खोल भी सकता है और खुद चला सकता है।
आरामदायक रिटायरमेंट जीवन पाना बहुत आसान है। रियारमेंट प्लानिंग आपके फाइनेंशियल लक्ष्यों के लिए सबसे अहम होता है। अक्सर लोग इस पर ध्यान नहीं देते हैं।
रिटायरमेंट फंड चलाने वाली संस्था कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) इस साल अगस्त से पीएफ ऑनलाइन का पैसा ऑनलाइन निकालने की सर्विस शुरू कर सकती है।
अमेरिका में करीब 1.3 करोड़ लोग अपनी बचत या क्रेडिट कार्ड अपने लिव इन पार्टनर से छुपाते हैं।पुरुषों की तुलना में यह काम महिलाएं ज्यादा करती हैं।
छोटी सी बीमारी आपको लाखों रुपए की चपत लगा सकती है। जीवन की इन्हीं अनिश्चितताओं से रक्षा के लिए हेल्थ इंश्योरेंस एक बेहतरीन विकल्प है।
फाइनेंशियल प्लानिंग करते वक्त सेविंग्स और इंवेस्टमेंट के बीच का अंतर करना भूल जाते हैं। कैरियर के शुरुआती दौर में जब हमारा फोकस निवेश पर होना चाहिए।
सरकार पीपीएफ (पब्लिक प्रॉविडेंट फंड), एनएससी (नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट) समेत पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर मिलने वाले ब्याज में कमी कर सकती है।
अक्सर हम निवेश और फाइनेंशियल प्लानिंग में इन पांच बातों का ख्याल रखें तो हमारा भविष्य न सिर्फ सुरक्षित होगा वहीं खुशहाल भी बन जाएगा।
नए साल पर लोगरिजोल्यूशन बनाते है। लेकिन हमें अपनी फाइनेंशियल स्थिति को मजबूत बनाने के लिए भी रिजोल्यूशन तय कर उन्हें पूरा करने के प्रयास करने चाहिए।
अक्सर हड़बड़ी में ली गई इंश्योरेंस पॉलिसी आपके लिए फायदेमंद नहीं होती और आप इसे बीच में बंद करना पड़ता हैं। निवेश करने से पहले इन बातों का रखें ख्याल।
आपकी ओर से किया गया निवेश या बचत उसी हालत में फायदेमंद होती है, जब वह मौजूदा महंगाई दर को पीछे छोड़ सके।
डाक घर की बचत और पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) जैसी स्मॉल सेविंग स्कीम में निवेश करते आ रहे हैं। तो अब हो सकता है कि आपको पहले जितनी यील्ड न मिले।
पोस्ट ऑफिस की कई स्कीम्स हैं, जो आपको शॉर्ट टर्म से लेकर लॉन्ग टर्म में ठीक-ठाक लेकिन सिक्योर्ड रिटर्न और निवेश पर टैक्स में छूट देती हैं।
शादी जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पल होता है। हर कोई चाहता है कि वह अच्छे से अच्छा इंतजाम करे। इस चक्कर में लोग अपनी आर्थिक क्षमता से ज्यादा खर्च कर देते हैं।
अक्सर बेहतर रिटर्न के लिए बैंक के सेविंग अकाउंट के अलावा दूसरे विकल्पों की भी तलाश में रहते हैं। ऐसे में डबल रिटर्न जैसी योजनाओं के जाल में फंस जाते हैं
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