महंगे पेट्रोल-डीजल की मार झेल रहे भारत के लोगों के लिए एक बड़ी खबर ओपेके से आई है। वियना में शुक्रवार को आयोजित 14 ओपेक देशों की बैठक में कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने पर सहमति बन गई है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल का भाव 80 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच जाने के बाद प्रधान ने तेल निर्यातक देशों के संगठन ओपेक के प्रमुख सदस्य देश सऊदी अरब को कीमत स्थिर और नरम रखने का आग्रह किया है।
देश में पेट्रोल और डीजल के दाम भले ही रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुके हों लेकिन जिस रफ्तार से अमेरिका में ऑयल रिग्स की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है उसे देखते हुए लग रहा है कि सस्ते पेट्रोल और डीजल वाले अच्छे दिन फिर से वापस लौट सकते हैं। अमेरिका में ऑयल रिग्स के बारे में आंकड़े जारी करने वाली संस्था बेकर हग्स के ताजा आंकड़ों के मुताबिक ऑयल रिग्स की संख्या 3 साल के ऊपरी स्तर तक पहुंच गई है
क्रूड ऑयल की लगातार बढ़ती कीमतों के बीच सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री खालेद अल फालेह ने कहा कि वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की ऊंची कीमतें वहन करने की क्षमता है।
दुनिया की सबसे बड़ी तेल उत्पादक कंपनी सऊदी अरामको महाराष्ट्र की 44 अरब डॉलर लागत वाली रिफाइनरी सह पेट्रोरसायन परियोजना में 50% हिस्सेदारी खरीदेगी।
अपना मार्केट बचाए रखने के लिए रूस, सऊदी अरब और अमेरिका उत्पादन बढ़ाते हैं तो इससे कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट आएगी और भारत में इससे पेट्रोल और डीजल के भाव कम हो सकते हैं
सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने सोमवार को पहली बार मूल्य संवर्धित कर (VAT) लागू किया। बीबीसी की खबर के मुताबिक, राजस्व को बढ़ाने के लिए अधिकांश वस्तुओं एवं सेवाओं पर पांच फीसदी कर लगाया गया है।
बड़ी संख्या में विदेशी श्रमिकों को रोजगार देकर उन्हें कर-मुक्त जीवनशैली का भरोसा देने वाले सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात जैसे खाड़ी देश भी अब कर लगाने की राह पर चलने की योजना बना रहे हैं।
भारत को कच्चा तेल निर्यात करने के मामले में इराक ने सऊदी अरब को पछाड़ दिया है। इसी के साथ चालू वित्त वर्ष में इराक भारत को कच्चे तेल की आपूर्ति करने वाला शीर्ष देश बन गया है।
अप्रैल से सितंबर के दौरान देश से 62,73,674 टन चावल निर्यात हुआ है जो किसी भी वित्तवर्ष की पहली छमाही में अबतक का सबसे अधिक निर्यात है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है जिस वजह से तेल कंपनियां घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल के भाव बढ़ा सकती हैं
1 जुलाई से नई अप्रत्यक्ष कर प्रणाली गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स (GST) ही लागू होने नहीं जा रहा है, बल्कि इस तारीख से कई और भी बड़े बदलाव होने जा रहे हैं।
सऊदी अरब समेत कुछ देशों द्वारा कतर पर पाबंदियां लगाए जाने के बाद दोहा को होने वाले भारत के इंजीनियरिंग निर्यात पर बुरा असर पड़ा है।
तेल से होने वाली कमाई में गिरावट आने के चलते सऊदी अरब में पहली बार सिगरेट और एनर्जी ड्रिंक्स पर 100 फीसदी टैक्स लगाया गया है।
भारत से कतर की हवाई यात्रा में अब अधिक समय लगेगा क्योंकि विमानन कंपनियों को पाकिस्तान व ईरान से होकर लंबा मार्ग अपनाना पड़ रहा है।
क्षेत्रीय राजनयिक संकट गहराने के बीच सऊदी अरब और बहरीन ने कतर एयरवेज का परिचालन लाइसेंस रद्द कर दिया है।
भारत की सबसे बड़ी नेचूरल गैस आयातक कंपनी पेट्रोनेट एलएनजी ने सोमवार को कहा है कि उसे ऐसा नहीं लगता कि कतर से होने वाली गैस आपूर्ति पर इसका कोई असर पड़ेगा।
कतर के साथ संबंध खत्म करने वाले प्रमुख खाड़ी के देशों में UAE भी शामिल हो गया है जिसके बाद एतिहाद ने कतर के लिए उड़ानें निलंबित करने का फैसला किया है।
सरकार ने इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड से लागत से कम मूल्य पर रसायन सैचुरेटेड फैटी अल्कोहल के इंपोर्ट की जांच शुरू की है। एंटी डंपिंग ड्यूटी लग सकती है।
सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री खालिद अल फालिह ने कहा कि तेल उत्पादक देशों (OPEC) को हो सकता है कि उत्पादन में कटौती को तय समय से आगे बढ़ाना पड़े!
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