सऊदी अरामको ने रविवार को शेयर बाजारों में सूचीबद्ध होने के लिए आईपीओ लाने की घोषणा की। सऊदी के शेयर मार्केट रेग्युलेटर से इसकी मंजूरी मिल गई है।
सऊदी अरब के बहुचर्चित वैश्विक वित्तीय सम्मेलन मंगलवार को यहां पहले दिन 15 अरब डॉलर से अधिक के 23 निवेश समझौतों पर हस्ताक्षर हुए।
सउदी अरब की विशाल पेट्रोलियम कंपनी सउदी आरामको अपने बहुप्रतीक्षित आरम्भिक सार्वजनिक निर्गम के साथ बाजार में उतरने के बाद 11 दिसंबर को पहली बार शेयर बाजार में सूचीबद्ध होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भारत और सऊदी अरब शुद्ध रूप से क्रेता-विक्रेता के संबंधों से आगे अधिक नजदीकी रणनीतिक भागीदारी की ओर बढ़ रहे हैं।
सऊदी अरब भारत की आर्थिक वृद्धि की संभावनाओं को देखते हुए देश में पेट्रो रसायन, बुनियादी संरचना और खनन समेत अन्य क्षेत्रों में 100 अरब डॉलर निवेश करने की संभावनाएं देख रहा है।
जब अरामको के विश्व के दो सबसे बड़े तेल प्रसंस्करण संयंत्रों पर ड्रोन से हमला किया गया, तब इसकी तेज आवाज से न केवल सऊदी अरब के निवासी हिल उठे, बल्कि पूरा वैश्विक तेल उद्योग हिल उठा और व्यापारियों में अफरातफरी मच गई।
प्रधान ने कहा कि जब कच्चे तेल की कीमतें उछलती हैं तो चिंता होती है।
विशेषज्ञों ने कहा कि सऊदी अरब में हमले के बाद अगले 15 दिनों के भीतर कच्चे तेल के दाम रॉकेट की तरह ऊपर जाएंगे।
दुनिया की सबसे बड़ी तेल उत्पादक कंपनी सऊदी अरामको पर ड्रोन हमले के बाद वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की आपूर्ति में प्रति दिन 57 लाख बैरल की कमी आई है, जो कंपनी के कुल उत्पादन का लगभग आधा है। इसके चलते आने वाले महीनों में पूरी दुनिया सहित भारतीय बाजार में कच्चे तेल की आपूर्ति प्रभावित होने का अनुमान है।
सऊदी अरब की सरकारी तेल कंपनी अरामको के दो बड़े ठिकानों पर शनिवार को हुए ड्रोन हमलों के बाद कच्चे तेल की कीमत बीते चार महीने में सबसे अधिक दर्ज की गई है। जो दैनिक वैश्विक तेल आपूर्ति का 5 प्रतिशत है।
सऊदी अरब फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की पूर्ण सदस्यता प्राप्त करने वाला पहला अरब देश बन गया है। जानिए क्या होता है एफएटीएफ।
दुनिया में कच्चे तेल का सबसे बड़ा निर्यातक देश सऊदी अरब भारत में निजी क्षेत्र की प्रमुख पेट्रोलियम कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ मिलकर एक ऑयल रिफाइनरी और पेट्रोकेमीकल प्रोजेक्ट में संयुक्त निवेश के लिए बातचीत कर रहे हैं।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सऊदी अरब के 6 अरब डॉलर के बेलआउट पैकेज को देश के लिए बड़ी राहत बताया है।
पाकिस्तान के मित्र देश सऊदी अरब ने विदेशी मुद्रा संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को समस्या के समाधान के लिए तीन अरब डॉलर का कर्ज देने की पेशकश की है।
नवंबर से ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध लागू होने के बाद भी भारत को तेल की किल्लत का सामना नहीं करना पड़ेगा।
खाड़ी देशों के बीच चल रहे राजनयिक विवाद के बीच सऊदी अरब के एक अधिकारी ने संकेत दिया है कि देश ऐसी एक नहर की खुदाई की योजना के साथ आगे बढ़ रहा हो, जो पड़ोसी देश कतर को एक द्वीप में बदल कर रख देगा।
वित्त वर्ष 2018-19 की पहली तिमाही यानि अप्रैल से जून के दौरान देश से चावल निर्यात में 4 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिली है, वाणिज्य मंत्रालय की संस्था एपीडा की तरफ से यह जानकारी दी गई है
किसी भी देश का विदेशी मुद्रा भंडार उसकी मजबूत अर्थव्यवस्था का संकेत होता है और इस मामले में चीन, भारत से लगभग 8 गुना आगे है। दुनियाभर में सबसे ज्यादा विदेशी मुद्रा रखने वाले 10 बड़े देशों के बारे में जानें तो चीन इस मामले में पहले नंबर पर है जबकि भारत सातवें स्थान पर है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस साल ईरान भारत को तेल निर्यात करने वाला दूसरा सबसे बड़ा देश बन गया है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कहा कि सऊदी अरब के शाह सलमान ने कच्चे तेल का उत्पादन बढ़ाने के उनके आग्रह को मान लिया है। ईरान और वेनेजुएला की ओर से आने वाली कमी को पूरा करने के लिए इसे 20,00,000 बैरल तक बढ़ाया जा सकता है। ट्रंप ने यह बात तब कही है जब करीब एक सप्ताह पहले ही तेल निर्यातक देशों के संगठन ओपेक ने तेल उत्पादन बढ़ाने की घोषणा कर दी है।
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