जियो ने कहा, ‘‘नीलामी के माध्यम से स्पेक्ट्रम आवंटन भारतीय कंपनियों को विदेशी कंपनियों के साथ सीधे प्रतिस्पर्धा करने का अवसर प्रदान करेगा। विदेशी कंपनियों ने पहले आओ, पहले पाओ पर आधारित आईटीयू (अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ) प्राथमिकता लिस्ट को बाधित किया है और अपने खुद के समूह की योजना बनाई है।’’
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, ‘‘स्टारलिंक को लाइसेंस हासिल करने के लिए सभी नियमों का पालन करना होगा। आपको इसे सुरक्षा के नजरिए से भी देखना होगा। वे ऐसा करने की प्रक्रिया में हैं। एक बार सभी आवश्यकताएं पूरी हो जाने पर उन्हें लाइसेंस मिल जाएगा।’
स्पेक्ट्रम मूल्य और आवंटन पद्धति पर होने वाला फैसला पूरे भारत में इलॉन मस्क के स्वामित्व वाली स्टारलिंक, भारती ग्रुप-समर्थित वनवेब और जियो सैटेलाइट कम्युनिकेशंस जैसी कंपनियों से सैटेलाइट-बेस्ड ब्रॉडबैंड सर्विसेज के रास्ते खोलेगा।
Jio-Airtel: एयरटेल ने कहा कि 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन पर आए उच्चतम न्यायालय के फैसले में प्राकृतिक संसाधनों का आवंटन सिर्फ नीलामी से ही किए जाने के बारे में कोई निर्देश नहीं दिया गया था। पूरी रिपोर्ट पढ़ सकते हैं।
वनवेब भूमध्य रेखा से 36,000 किलोमीटर ऊंचाई पर भूस्थैतिक कक्षा (जीईओ) में स्थापित उपग्रहों का उपयोग करने के पारंपरिक तरीके के बजाय एलईओ उपग्रहों का उपयोग कर ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा प्रदान करती है।
भारती एंटरप्राइजेज के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल ने सोमवार को कहा कि भारती ग्रुप की अनुषंगी वनवेब इसरो की सुविधाओं के माध्यम से भारतीय जमीन से उपग्रह प्रक्षेपण करने वाली पहली निजी कंपनी होगी।
वनवेब इस साल अलास्का (अमेरिका), कनाडा और ब्रिटेन सहित आर्कटिक क्षेत्र में और भारत में 2022 की दूसरी छमाही में सेवाएं शुरू करने की योजना बना रही है।
सरकार ने जीसैट 7 सी जैसे उपग्रहों के आयात पर प्रतिबंध लगाया
दोनो पक्ष मिलकर सेटेलाइट कंपनी में 100 करोड़ डॉलर का निवेश करेंगे
रिलायंस जियो ने भारत के ग्रामीण और दूर-दराज के इलाकों को अपने 4जी एलटीई-आधारित वॉइस और डाटा सर्विस से जोड़ने के लिए सेटेलाइट का उपयोग करने की योजना बनाई है।
सरकारी दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने सैटेलाइट फोन सेवा शुरू करने के एक साल के भीतर 4000 सैटलाइट हैंडसेट बेच डाले हैं।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) जल्द ही देश का सबसे वजनी कम्युनिकेशन सैटेलाइट जीसैट-11 लॉन्च करने वाला है। इस सैटेलाइट का वजन 5.6 टन है।
रिलायंस और पार्टनर बीपी पीएलसी केजी-डी6 ब्लॉक में खोजे गए छह सैटेलाइट गैस ब्लॉक में 2022 तक उत्पादन शुरू करने के लिए तकरीबन 1.5 अरब डॉलर का निवेश करेंगी।
सरकार ने सैटेलाइट फोन सेवाएं देने पर किसी तरह का अंकुश नहीं लगाया है। BSNL 2 साल में आम लोगों के लिए सैटेलाइट फोन की सर्विस शुरू करेगी।
BSNL का अगले 12 महीनों में बाजार की 11 फीसदी हिस्सेदारी प्राप्त करने का लक्ष्य है। इसके अलावा कंपनी यूएसओएफ के साथ करार किया है।
सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी BSNL का इरादा दो साल में देश के सभी नागरिकों के लिए सैटेलाइट फोन सेवा पेश करने का है।
सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने बुधवार को इनमारसैट (INMARSAT) के जरिये सैटेलाइट फोन सर्विस की शुरुआत की है।
SpaceX धरती के इर्द-गिर्द ऐसे सैटेलाइट का नेटवर्क तैयार करने की योजना बना रही जो इंटरनेट सर्विस उपलब्ध कराएगा।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बुधवार को भारत के काटरेसैट-2 श्रृंखला और 19 अन्य उपग्रहों के प्रक्षेपण के लिए सोमवार सुबह उलटी गिनती शुरू कर दी।
राडबैंड इंडिया फोरम (बीआईएफ) का अनुमान है कि क्षेत्रवार सुधारों से उपग्रह संचार क्षेत्र में अगले एक दशक में 2-5 अरब डॉलर का विदेशी निवेश आएगा।
लेटेस्ट न्यूज़