चुनाव प्रचार के अलावा, गर्मी की फसल कटाई के मौसम और चिलचिलाती गर्मी के चलते कारों में एसी की मांग बढ़ जाती है, जिससे ईंधन की खपत बढ़नी चाहिए थी। हालांकि इस साल यह रुझान उलट गया है।
कंपनी ने कहा कि सेमीकंडक्टर की कमी की वजह से ज्यादातर बाजारों में यात्री कारों की आपूर्ति प्रभावित हुई है। वहीं इस वजह से फेस्टिव सीजन में ऑटो सेक्टर को भी नुकसान हुआ है।
ऑटो कंपनियों के मुताबिक उद्योग चिप की कमी से जूझ रहे हैं, इसके साथ ही महामारी की तीसरी लहर पर भी कंपनियों की नजर है।
वित्तवर्ष 2022 के पहले चार महीनों में उर्वरक बिक्री में साल-दर-साल 11 प्रतिशत की गिरावट आई थी
आवासीय फ्लैट की कुल बिक्री में पुणे 26 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ सबसे आगे रहा है। मुंबई की इसमें 19 प्रतिशत हैदराबाद की 18 प्रतिशत और दिल्ली-एनसीआर का कुल बिक्री में 17 प्रतिशत हिस्सा रहा
एमएंडएम के ट्रैक्टर की बिक्री जुलाई 2021 में सात प्रतिशत बढ़कर 27,229 इकाई रही, जो पिछले साल इसी महीने में 25,402 इकाई थी।
मारुति सुजुकी इंडिया की बिक्री 3 गुना, टाटा मोटर्स की बिक्री 78 प्रतिशत, महिंद्रा एंड महिंद्रा की ट्रैक्टर बिक्री दोगुना और टीवीएस मोटर की बिक्री 51 प्रतिशत बढ़ गयी है
वित्त वर्ष 2020-21 में वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री 21 प्रतिशत घटकर 5,68,559 इकाई रह गई थी
कंपनियों का मानना है कि कोरोनो वायरस महामारी के बीच आवाजाही को लेकर लोग अपने वाहन को तरजीह देंगे और पुरानी कारों की खरीद-बिक्री में लंबी अवधि के दौरान वृद्धि होगी।
लॉकडाउन की वजह से पिछले साल अप्रैल महीने में सिर्फ 23 वाहन की बिक्री हुई थी, ये वाहन भी गुड्स करियर थे। वहीं लॉकडाउन के दौरान कुल 57332 वाहन एक्सपोर्ट हुए थे।
मार्च तिमाही में कंपनी का मुनाफा पिछले साल के मुकाबले 9.7 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,166 करोड़ रुपये रहा है।
वित्त वर्ष 2020- 21 में दुपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री इससे पिछले साल के मुकाबले छह प्रतिशत गिरकर 1,43,837 इकाई रही। इसमें से भी 1 लाख हल्की गति वाले वाहन हैं।
दोपहिया वाहन बिक्री भी 10.2 प्रतिशत बढ़कर 14,26,865 इकाई हो गयी। पिछले साल की इसी अवधि में डीलर्स ने 12,94,787 इकाइयों की बिक्री की थी। वहीं फरवरी माह में मोटरसाइकिल की बिक्री 11.47 प्रतिशत बढ़कर 9,10,323 इकाई हो गयी।
अशोक लेलैंड की घरेलू बिक्री 20 प्रतिशत बढ़ी, महिंद्रा एंड महिंद्रा की यात्री वाहनों की बिक्री 41 प्रतिशत बढ़ी, निसान मोटर की बिक्री 4 गुना हुई।
फरवरी के महीने में दो-पहिया वाहनों की कुल बिक्री 21 प्रतिशत की बढ़त के साथ 284581 यूनिट रही है। एक साल पहले की इसी अवधि में दोपहिया वाहनों की बिक्री 23891 के स्तर पर थी। घरेलू बाजार में दो-पहिया वाहनों की बिक्री 15 प्रतिशत बढ़ी है।
मौजूदा वित्त वर्ष में अब तक यानि अप्रैल 2020 से फरवरी 2021 तक कुल बिक्री पिछले साल के मुकाबले 18 प्रतिशत घटकर 36 लाख यूनिट रही है। वहीं इस अवधि के दौरान घरेलू बाजार में कुल बिक्री 26 प्रतिशत घटकर 17.20 लाख यूनिट रही, इस दौरान निर्यात 5 प्रतिशत घटा है।
अक्टूबर-दिसंबर 2020 की तिमाही के दौरान, नोटबुक खंड में बिक्री एक साल पहले से 62.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई जो कुल 29 लाख पीसी की बिक्री का तीन-चौथाई से अधिक हिस्सा है।
भारत में यात्री वाहनों की थोक बिक्री जनवरी 2021 में 11.14 प्रतिशत बढ़कर 2,76,554 इकाई हो गई, जबकि जनवरी 2020 में यह आंकड़ा 2,48,840 इकाई था। जनवरी 2020 में डीलरों को दोपहिया वाहनों की आपूर्ति 6.63 प्रतिशत बढ़ी है।
मारुति सुजुकी इंडिया के मुताबिक 2015 में कंपनी की कुल बिक्री में नेक्सा का योगदान पांच प्रतिशत था, जो 2020-21 में बढ़कर 19 प्रतिशत हो गया। कंपनी की कुल बिक्री अप्रैल-जनवरी में 2020-21 11,26,378 इकाई रही है।
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर पर्सनल केयर ब्यूटी और वैलनेस सेग्मेंट में पिछले साल के मुकाबले 95 प्रतिशत और एफएमसीजी और हेल्थकेयर सेग्मेंट में 46 प्रतिशत की बढ़त देखने को मिली है। छोटे शहरों से ऑर्डर में तेज उछाल दर्ज।
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