जरूरी एक्स-रे, ईटीडी (विस्फोटक ट्रेस डिटेक्टर) और शारीरिक जांच के बाद ही नारियल को केबिन में ले जाने की अनुमति दी जाएगी। सबरीमाला में भगवान अयप्पा मंदिर नवंबर के मध्य में दो महीने लंबे तीर्थयात्रा सत्र के लिए खुलेगा और तीर्थयात्रा सत्र जनवरी के आखिर तक चलेगा।
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