क्रूड की तरह ही गैस पर भी संकट के बाद मंडरा रहे हैं। पेट्रोल डीजल से इतर गैस भी आपकी जेब को खाक करने की तैयारी में है।
रूस और यूक्रेन के बीच संकट से मार्केट पहले ही भारी गिरावट देख चुका है। युद्ध के आगाज़ के साथ ही बाजार में एक और बड़ी गिरावट आई है।
बता दें कि रूस (Russia) दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा तेल उत्पादक है, जो मुख्य रूप से यूरोपीय रिफाइनरियों को कच्चा तेल बेचता है।
यह पाइपलाइन गैस के भंडार रूस के साइबेरिया को बाल्टिक सागर के रास्ते जर्मनी से जोड़ती है। यह प्रोजेक्ट जितना जरूरी रूस के लिए है उतना ही जर्मनी और यूरोप के लिए भी है।
विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपये में 29 पैसे की भारी गिरावट आई। इसी के साथ 74.84 प्रति डॉलर पर आ गया
यूक्रेन संकट, कच्चे तेल में उछाल से अछूता नहीं रहेगा भारत: सीतारमण India will not remain untouched by Ukraine crisis, crude oil surge: Sitharaman
रूस ने अपनी सेना को वापस बैरक में भेज भले ही फौरी तौर पर युद्ध का खतरा टाल दिया है, लेकिन इन ठंडे देशों में सैन्य तनाव की गर्मी बदस्तूर जारी है
नौ जुलाई को समाप्त सप्ताह में 1.883 अरब डॉलर बढ़कर रिकॉर्ड 611.895 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
पाइपलान का आकार 56 इंच डायमीटर रखने पर सहमति बनी है जो देश में अगले 30-40 वर्षों के लिए एनर्जी जरूरत को पूरा करेगी।
कोकिंग कोयला इस्पात निर्माण के लिये महत्वपूर्ण कच्चा माल है। घरेलू कंपनियां इस महत्वपूर्ण कच्चे माल के लिये कुछ देशों से आयात पर निर्भर हैं। देश में कोकिंग कोयले की मांग का 85 प्रतिशत हिस्सा आयात होता है।
पुतिन ने पाकिस्तान को अपने टॉप डिप्लोमेट के जरिये यह संदेश भिजवाया है कि मॉस्को हर प्रकार से इस्लामाबाद की मदद करने को तैयार है।
भारत में रूस की कोरोना वैक्सीन Sputnik V को आपातकालीन इस्तेमान के लिए मंजूरी दे दी गई है। इस वैक्सीन की कीमत कितनी है इस खबर में हम आपको इसकी जानकारी देंगे।
दुनिया के सबसे बड़े विदेशी मुद्रा भंडार वाले देशों की सूची में चीन शीर्ष पर है। इसके बाद क्रमश: जापान और स्विट्जरलैंड का स्थान है।
रूसी दूरसंचार ऑपरेटर एमटीएस ने घोषणा की है कि इसने मॉस्को में ट्रायल यूज के लिए देश के पहले 5जी नेटवर्क को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया है।
भारतीय सेना को 7.7 लाख AK 203 रायफल मिलेंगी। इसमें से 1 लाख को तैयार कर भारत भेजा जाएगा वहीं बाकी का निर्माण भारत में ही किया जाएगा। ये रायफल AK 47 का उन्नत रूप है।
कोरोना वायरस महामारी पर काबू पाने के लिए विभिन्न देशों ने लॉकडाउन, यात्रा प्रतिबंध और अन्य उपाय किए हैं, जिसका सीधा असर कच्चे तेल की कीमतों पर पड़ा है।
सूत्रों के मुताबिक ओपेक प्लस की बैठक अब 9 अप्रैल को हो सकती है।
शुक्रवार को तेल उत्पादकों की बैठक में कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती की उम्मीद थी। रुस इसके लिए सहमत नहीं हुआ। इसके जवाब में सऊदी अरब ने रविवार को तेल कीमतों को लेकर युद्ध छेड़ दिया
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रूस के उद्योग एवं व्यापार मंत्री डेनिस मांटुरोव मॉस्को में भारत-रूस रक्षा उद्योग सहयोग सम्मलेन में रक्षा उद्योग के प्रतिनिधियों को मंगलवार को संबोधित करेंगे।
भारत ने वैश्विक तेल बाजार को संतुलित रखने के लिए रूस से तेल निर्यातक देशों के संगठन ओपेक पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल करने का दबाव डाला है। भारत ने कच्चे तेल की पर्याप्त आपूर्ति और कीमतों को उचित स्तर पर बनाए रखने के मकसद से यह कदम उठाया है।
लेटेस्ट न्यूज़