Dollar vs Rupees: डॉलर में मजबूती के कारण रुपये पर दबाव देखा जा रहा है और यह गिरकर अपने अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है।
भारतीय रुपये के लिए साल 2022 बेहद खराब रहा है। अमेरिकी डॉलर ने 7 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। आइए जानते हैं कि साल 2023 में रुपये की चाल कैसी रहने वाली है?
Dollar Vs Rupees: US Fed ने बुधवार को उम्मीद के मुताबिक ब्याज दरों में 0.75 फीसदी की बढ़ोतरी की है। इसका असर भारतीय शेयर मार्केट से लेकर रुपये पर देखने को मिल रहा है। गुरुवार को शुरुआती कारोबार में रुपया में 51 पैसे की रिकॉर्ड गिरावट आई है। एक डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया टूटकर 80.48 हो गया है।
रिलायंस सिक्यूरिटीज ने अपने रिसर्च नोट में कहा कि ब्रिटेन में नए कोरोना वायरस स्ट्रेन के बाद आर्थिक रिकवरी में फिर से व्यवधान आने की आशंका के चलते अमेरिकी डॉलर की मांग बढ़ गई है।
कारोबार के दौरान डॉलर सूचकांक 0.11 प्रतिशत बढ़कर 93.45 पर पहुंचा
कारोबार के दौरान डॉलर सूचकांक 0.04 प्रतिशत बढ़कर 94.72 पर पहुंचा
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया कमजोर रुख के साथ 75.83 पर खुला और फिर पिछले बंद भाव के मुकाबले 21 पैसे की कमजोरी दर्शाता हुआ 75.85 पर आ गया।
फ्यूचर कारोबार में ब्रेंट क्रूड 0.51 प्रतिशत गिरकर 63.92 डॉलर प्रति बैरल रहा।
कारोबारियों ने कहा कि विदेशी बाजारों में अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के नरम पड़ने से भी रुपए को तेजी मिली।
डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार सुधार जारी है। शुरुआती कारोबार में शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रूपया 53 पैसे और मजबूत होकर 71.84 पर खुला।
31 अगस्त को रुपए में एक और रिकॉड स्तर को पार किया। अब से कुछ देर पहले भारतीय रुपए की कीमत 71 रुपए से भी नीच पहुंच गई।
निर्यातकों और निगमित कंपनियों की डॉलर बिकवाली से रुपए में आज फिर से तेजी लौटी और यह 20 पैसे की मजबूती के साथ 69.91 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने आज कहा कि देश में 2017- 18 में आयकर संग्रह 10.03 लाख करोड़ रुपये के रिकार्ड स्तर पर रहा। इस दौरान 1.31 करोड़ अधिक रिटर्न भरे गये।
शेयर बाजार में भारी तेजी और कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट से रुपए की विनिमय दर आज 20 पैसे की तेजी के साथ एक सप्ताह के उच्च स्तर 68.57 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुई।
भारतीय करेंसी रुपए में बुधवार को एक बार फिर से उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है, रुपए ने अमेरिकी करेंसी डॉलर के मुकाबले रुपया 7 पैसे की कमजोरी के साथ शुरुआत की लेकिन बाद में इसमे तेजी से रिकवरी देखने को मिली है
एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के मुख्य अर्थशास्त्री यासुयुकी सवादा ने आज कहा कि भारत को मुद्रा के उतार-चढ़ाव के बारे में अभी चिंता नहीं करनी चाहिए
भारत में नोट बंदी वाकई में बे-असर हो गई है? आरबीआई के ताजा आंकड़े तो यही स्थिति बयां कर रहे हैं।
रुपये में आज लगातार दूसरे सत्र में तेजी आई। रुपया आज अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले दो पैसे की मामूली तेजी के साथ 63.86 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
कच्चे तेल की वैश्विक कीमत में वृद्धि तथा बढ़ते ब्यापार घाटे के कारण विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में आज भारी उतार चढ़ाव दिखाई दिया तथा अंत में रुपया दो सप्ताह के निम्न स्तर 64.04 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
सरकार द्वारा 500 और 1,000 का नोट बंद करने की घोषणा के बाद देशभर में करीब 1.55 लाख डाकघरों में 32,631 करोड़ रुपये की राशि जमा हुई है।
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