छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति बताने वाला डॉलर सूचकांक 0.06 प्रतिशत घटकर 94.20 रह गया।
सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी आई क्योंकि संकटग्रस्त एवरग्रांड ग्रुप की चिंताओं की वजह से चीन का युआन कमजोर पड़ा है।
पिछले पांच कारोबारी सत्र में रुपये में 59 पैसे की गिरावट आई है। वहीं बीते एक महीने में डॉलर के मुकाबले रुपया 123 पैसे टूटा है।
4 सत्र की गिरावट में रुपया 0.68 प्रतिशत टूटा है, वहीं आज के कारोबार के दौरान रुपया डॉलर के मुकाबले एक महीने के निचले स्तरों पर पहुंच गया
डॉलर सूचकांक आज 0.29 प्रतिशत गिरकर 93.19 पर आ गया। बुधवार को ही रुपया 4 सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंच गया था।
कारोबार के दौरान रुपया डॉलर के मुकाबले 73.66 के उच्चतम और 73.93 के निचले स्तर पर पंहुचा। वहीं डॉलर इंडेक्स में आज 0.02 प्रतिशत की बढ़त रही है।
कारोबार के दौरान डॉलर के मुकाबले रुपये ने 73.52 रुपये का निचला और 73.34 का उच्च स्तर छुआ। वहीं आज डॉलर सूचकांक 0.24 प्रतिशत बढ़कर 92.77 हो गया
एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि अगले हफ्ते रुपया मजबूती के रुख के साथ 72.9 से 74 के सीमित दायरे में बना रह सकता है।
इसबीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.08 प्रतिशत बढ़कर 92.72 पर आ गया। रिलायंस सिक्योरिटीज ने एक शोध नोट में कहा, ‘‘डॉलर की हेजिंग करने वाले आयातकों की तरफ से मुद्रा पर दबाव बना रहेगा।’’
आज की गिरावट के बाद रुपया एक हफ्ते के निचले स्तरों पर पहुंच गया है। वहीं रुपये में आज की गिरावट 19 जून के बाद से रुपये में आई किसी भी कारोबारी सत्र की सबसे बड़ी गिरावट है।
सोमवार को डॉलर इंडेक्स 0.28 प्रतिशत की बढ़त के साथ 92.29 के स्तर पर पहुंच गया। इसका असर रुपये पर देखने को मिला और रुपया गिरावट के साथ बंद हुआ।
भारी विदेशी धन निवेश के साथ आर्थिक गतिविधियों के बढ़ने के बाद रुपया एशियाई मुद्राओं में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली मुद्रा बन गया।
डॉलर के मुकाबले रुपया बढ़त के साथ 2 महीने के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ है, बीते हफ्ते रुपये मे 1 प्रतिशत की मजबूती रही जो 4 महीने के दौरान किसी भी हफ्ते दर्ज हुई सबसे ज्यादा बढ़त है
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा में रुपया डॉलर के मुकाबले 73.46 पर खुला, फिर अपने पिछले बंद के मुकाबले 31 पैसे बढ़कर 73.38 पर पहुंच गया। शुक्रवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 73.69 पर बंद हुआ था।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (CBDC) के लिए चरणबद्ध कार्यान्वयन रणनीति पर काम कर रहा है और इस साल के अंत तक इसे लॉन्च किया जा सकता है।
जानकारों के मुताबिक विदेशी बाजारों में डॉलर के मजबूत होने तथा कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों से डॉलर के मुकाबले रुपये पर दबाव बना। आज डॉलर सूचकांक 0.5 प्रतिशत बढ़कर 92.87 हो गया।
छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.10 प्रतिशत घटकर 93.05 रह गया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में कारोबार की शुरुआत में रुपया 74.23 पर लगभग अपरिवर्तित खुला, लेकिन बाद में यह लुढ़कता हुआ 74.35 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.04 प्रतिशत की गिरावट के साथ 92.87 के स्तर पर आ गया, जिसका फायदा रुपया को मिला।
छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.11 प्रतिशत बढ़कर 93.16 हो गया। इसके साथ ही कच्चे तेल में भी बढ़त देखने को मिली है।
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