दुनिया की तमाम बड़ी एजेंसियां कीमतों में गिरावट भविष्यवाणी कर रहे थे, इसी बीच सोना कब 30 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम पहुंच गया किसी को नहीं पता चला।
डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होता जा रहा है। एशियाई करेंसी में मजबूती के बावजूद हफ्ते के पहले दिन रुपया शुरुआती कारोबार में 23 पैसे टूटकर 30 महीने के न्यूनतम स्तर 68.69 पर आ गया।
अगर आप सोना खरीदने का मन बना रहे हैं तो अभी इंतजार करें। गोल्डमैन सैक्स के मुताबिक इस साल इंटरनेशनल मार्केट में सोने के दाम 17 फीसदी तक कम हो सकते हैं।
मांग बढ़ने और विदेशों में तेजी से पिछले हफ्ते सोने-चांदी की कीमतों में तेजी दर्ज की गई। इसके चलते सोना 27,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गया।
शेयर बाजार में तेजी जारी। सेंसेक्स लगातार तीसरे कारोबारी में बढ़त बरकरार रखते हुए आज के शुरुआती कारोबार के दौरान करीब 160 अंक चढ़कर 24,645.70 पर पहुंच गया।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया आज शुरुआती कारोबार में 42 पैसे लुढ़कर 68 रुपए के स्तर से नीचे गिर गया।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपए में गुरुवार को भारी गिरावट दर्ज की गई है। भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले 28 माह के निचले स्तर पर पहुंच गया है।
सोने-चांदी के लिहाज से यह हफ्ता शानदार रहा। सोना 900 रुपए से ज्यादा की तेजी के साथ 26,000 रुपए प्रति 10 ग्राम के ऊपर बंद होने में कामयाब रहा।
नोटों पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर छपी होती है लेकिन अब इन नोटों पर भीमराव आंबेडकर और स्वामी विवेकानंद की फोटो छापे जाने पर विचार किया जा रहा है।
निवेशकों को 2015 में दोहरा झटका लगा है। शेयर और सोना दोनों ने ही निवेशकों को निराश किया। इस साल सोना और सेंसेक्स ने दिया 6% निगेटिव रिटर्न दिया है।
रिजर्व बैंक ने 2005 से पहले के विभिन्न मूल्यों के नोटों को बदलने की समय सीमा को 6 महीने बढ़ा दिया गया है। अब आप 30 जून तक ने नोट एक्सचेंज कर सकते हैं।
कमजोर ग्लोबल संकेत और ज्वैलर्स की ओर से सुस्त मांग के कारण शनिवार को सोना 26,000 रुपए के मनोवैग्यानिक स्तर के नीचे फिसल गया। सोना 470 रुपए सस्ता हुआ है।
शेयर बाजार एक्सपर्ट्स के मुताबिक छुट्टियों के कारण कम कारोबारी सत्र वाले चालू सप्ताह के दौरान घरेलू शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
व्हाट्सएप पर हाथ से लिखे करंसी नोटों के संबंध में ट्रेंड कर रहे मैसेज पर आरबीआई गवर्नर राजन ने स्थिति को स्पष्ट करने के लिए वॉइस मैसेज भेजा है।
एक दशक बाद अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने का असर भारतीय बाजारों पर असर दिखना शुरू हो गया है। कारोबार के शुरुआती में आई तेजी गायब होती नजर आ रही है।
पेट्रोल के दाम में 50 पैसे और डीजल के दाम में 46 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई। पेट्रोलियम प्रोडक्ट के दाम में यह कटौती उम्मीद से काफी कम मानी जा रही है।
सोमवार के कारोबारी सत्र में डॉलर के मुकाबले रुपया 21 पैसे की बड़ी गिरावट के साथ 67.09 के स्तर पर बंद हुआ। यह रुपए का बीते 27 महीने में सबसे निचला स्तर है।
जीएसटी विधेयक को लेकर राजनीतिक घटनाक्रमों और अनिश्चित ग्लोबल संकेतों से बाजार को दिशा मिलेगी। एनालिस्टों के मुताबिक आईआईपी के आंकड़े बाजार के लिए अहम है।
डॉलर के मुकाबले रुपए में गिरावट का सिलसिला जारी है। हफ्ते के पहल कारोबारी दिन के शुरूआती कारोबार में 8 पैसे टूटकर दो साल के निचले स्तर 66.84 पर आ गया।
डॉलर के मुकाबले रुपया 23 पैसे की कमजोरी के साथ 66.80 पर खुला और देखते ही देखते 66.90 के स्तर पर आ गया, जो कि सितंबर 2013 के बाद का निचला स्तर है।
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