शुरुआती कारोबार में रुपया 17 पैसे की कमजोरी के साथ 67.68 पर खुला लेकिन इसके बाद इसमें बिकवाली बढ़ी और अभी यह करीब 24 पैसे की भारी कमजोरी के साथ ट्रेड हो रहा है। डॉलर का भाव बढ़कर 67.75 रुपए हो गया है जो करीब डेढ़ साल में सबसे ज्यादा भाव है।
बैंकों और आयतकों की ओर से डॉलर की सतत मांग के चलते अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया आज पांच पैसे की गिरावट के साथ 15 माह के ताजा निम्न स्तर 67.32 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ
अमेरिकी करेंसी डॉलर में आई तेजी की वजह से भारतीय करेंसी रुपए में एकतरफा गिरावट देखी जा रही है। डॉलर का भाव बढ़कर 67 रुपए के पार चला गया है जो फरवरी 2017 के बाद सबसे अधिक भाव है। रुपए में आई इस गिरावट से मौजूदा हालात में फायदा कम और नुकसान ज्यादा नजर आ रहा है।
एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के मुख्य अर्थशास्त्री यासुयुकी सवादा ने आज कहा कि भारत को मुद्रा के उतार-चढ़ाव के बारे में अभी चिंता नहीं करनी चाहिए
भारत में नोट बंदी वाकई में बे-असर हो गई है? आरबीआई के ताजा आंकड़े तो यही स्थिति बयां कर रहे हैं।
रुपए में आई इस कमजोरी की वजह से मौजूदा हालात में फायदा कम और नुकसान ज्यादा होता नजर आ रहा है, इसका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा
महंगे क्रूड और कमजोर रुपए की वजह से तेल कंपनियों की लागत बढ़ गई है और इस लागत को ग्राहकों से वसूलने के लिए तेल कंपनियां पेट्रोल और डीजल की कीमतों में और बढ़ोतरी कर सकती हैं
निर्यातकों और बैंकों की सतत डॉलर कटान के कारण रुपए में लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में तेजी कायम रही और आज यह 14 पैसे की तेजी के साथ करीब दो सप्ताह के उच्च स्तर 64.87 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
कच्चे तेल की कीमतों में हुई बढ़ोतरी और घरेलू स्तर पर भारतीय करेंसी रुपए में आई गिरावट की वजह से ऑयल कंपनियों को पेट्रोल और डीजल की कीमतों को बढ़ाने के लिए मजबूर होना पड़ा है
अमेरिकी करेंसी डॉलर के मुकाबले रुपए में आ रही गिरावट के पीछे 3 मुख्य वजह हैं, इन 3 वजहों से ही रुपया लगातार घट रहा है
घरेलू शेयर बाजारों में मजबूती लौटने के बीच निर्यातकों और बैंकों की ओर से डॉलर की बिकवाली के चलते उसके मुकाबले रुपया आज आठ पैसे की तेजी के साथ 64.32 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
रुपये में आज लगातार दूसरे सत्र में तेजी आई। रुपया आज अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले दो पैसे की मामूली तेजी के साथ 63.86 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
कच्चे तेल की वैश्विक कीमत में वृद्धि तथा बढ़ते ब्यापार घाटे के कारण विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में आज भारी उतार चढ़ाव दिखाई दिया तथा अंत में रुपया दो सप्ताह के निम्न स्तर 64.04 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
मंगलवार क डॉलर का भाव घटकर 63.48 रुपए पर पहुंच गया था जो जुलाई 2015 के बाद सबसे कम भाव है
2017 के दौरान डॉलर के मुकाबले रुपये में करीब 6 प्रतिशत का उछाल आया है और अब 2018 की शुरुआत भी रुपए की मजबूती के साथ हुई है
विदेशों में पढ़ाई करने और नए साल की छुट्टियों को विदेश में बिताने के लिए भी पहले के मुकाबले कम कीमत चुकानी पड़ेगी।
सेंसेक्स और निफ्टी ने मजबूती के साथ शुरुआत की है, सेंसेक्स और 130 प्वाइंट की बढ़ोतरी के साथ 33,732.08 के स्तर पर खुला है
शुरुआती कारोबार में रुपया 11 पैसे की कमजोरी के साथ खुला है। शुरुआती कारोबार में डॉलर का भाव घटकर 64.15 रुपए देखा गया
वृहद आर्थिक आंकड़ों की घोषणा से पहले अमेरिकी मुद्रा की सतत बिकवाली के चलते रुपये की विनिमय दर आज आठ पैसे की तेजी के साथ एक सप्ताह के उच्च स्तर 64.37 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुई।
ठीक सौ साल पहले 30 नवंबर 1917 को ही यह एक रुपए का नोट सामने आया जिस पर ब्रिटेन के राजा जॉर्ज पंचम की तस्वीर छपी थी
लेटेस्ट न्यूज़