अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी और घरेलू स्तर पर रुपए में भारी गिरावट की वजह से बुधवार को भारतीय शेयर बाजार पर एक बार फिर से दबाव देखने को मिला है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भारी गिरावट के साथ बंद हुए हैं, सेंसेक्स 272.93 प्वाइंट घटकर 35217.11 और निफ्टी 97.75 प्वाइंट की गिरावट के साथ 10671.40 पर बंद हुआ है
विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी के बीच आयातकों एवं बैंकों की ओर से अमेरिकी मुद्रा की मांग आने से आज शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 30 पैसे गिरकर 19 महीने के निम्नतम स्तर 68.54 रुपए प्रति डॉलर पर आ गया।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उठाव के बावजूद गुरुवार को तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में फिर से कटौती की है। गुरुवार को पेट्रोल की कीमतों में 11 पैसे से लेकर 16 पैसे प्रति लीटर तक की कटौती की गई है जबकि डीजल की कीमतों में 10 पैसे से लेकर 14 पैसे प्रति लीटर की कटौती हुई है। गुरुवार को हुई कटौती के बाद मुंबई में अब पेट्रोल का दाम 84 रुपए के नीचे और डीजल का दाम 72 रुपए के नीचे आ गया है
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 3 दिन से किसी तरह की कटौती नहीं हुई है लेकिन संभावना जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में इनके दाम और घट सकते हैं क्योंकि विदेशी बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में भारी कटौती हुई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में अमेरिकी कच्चे तेल का भाव घटकर ढाई महीने के निचले स्तर तक आ गया है जबकि ब्रेंट क्रूड का दाम करीब डेढ़ महीने के निचले स्तर पर है।
भारतीय करेंसी रुपए में एक बार फिर से भारी गिरावट देखी जा रही है, डॉलर का भाव फिर से 68 रुपए के पार हो गया है, फिलहाल प्रति डॉलर रुपए 68.02 के स्तर पर कारोबार कर रहा है और इसमें करीब 40 पैसे की भारी गिरावट देखी जा रही है। डॉलर में आई इस तेजी के पीछे अमेरिका में बढ़ी हुई ब्याज दरों को वजह माना जा रहा है।
शुक्रवार को हुई कटौती के बाद दिल्ली में अब पेट्रोल का दाम 20 मई के बाद सबसे निचले स्तर पर आ गया है और 29 मई को छुए रिकॉर्ड स्तर से 2.08 रुपए सस्ता हो गया है। हालांकि तेल कंपनियों की तरफ से शुक्रवार को डीजल की कीमतों में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) रुपए को समर्थन देने तथा विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) के प्रवाह में कमी से निपटने के लिए प्रवासी भारतीय बांड के जरिये 30 से 35 अरब डॉलर जुटा सकता है। BofAML की एक रिपोर्ट में यह कहा गया है।
भारतीय शेयर बाजारों में पिछले सप्ताह सीमित दायरे में कारोबार देखा गया मगर इस सप्ताह तेजी आने की संभावना है। बाजार की चाल हालांकि सप्ताह के दौरान जारी होने वाले आर्थिक आंकड़ों, मानसून की प्रगति और विदेशी बाजार के संकेतों से तय होगी।
लगातार 16 दिन तक दाम बढ़ाने के बाद अब तेल कंपनियां लगातार दाम घटा भी रही है लेकिन जिस रफ्तार से कीमतों में बढ़ोतरी हुई थी उस रफ्तार से कटौती नहीं हो रही है। मंगलवार को तेल कंपनियों ने लगातार 7वें दिन पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती की है, लगातार 7 दिन हुई कटौती के बाद दिल्ली में पेट्रोल का दाम रिकॉर्ड स्तर से 60 पैसे और डीजल 43 पैसे सस्ता हुआ है। लगातार 16 दिन में जब दाम बढ़ रहे थे तो दिल्ली में पेट्रोल 3.80 रुपए और डीजल 3.38 रुपए सस्ता हुआ था
अमेरिकी करेंसी डॉलर के मुकाबले भारतीय करेंसी रुपए में पिछले 12 दिन से जोरदार रिकवरी देखी जा रही है, आज डॉलर का भाव घटकर 66.85 रुपए तक आ गया है जो करीब 4 हफ्ते में सबसे अधिक भाव है, 12 दिन पहले डॉलर का भाव 68.47 रुपए के ऊपरी स्तर तक चला गया था, लेकिन अब डॉलर सस्ता हो रहा है और रुपए में मजबूती आने लगी है, रुपए में आई इस मजबूती का असर हम सबकी जेब पर पड़ सकता है।
16 दिन तक पेट्रोल और डीजल की कीमतों में एकतरफा तेजी के बाद आज बुधवार को पहली बार कटौती हुई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट के बाद तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल की कीमतें घटाई हैं। हालांकि लगातार 16 दिन तक दाम जिस तरह से बढ़े हैं उसके सामने आज हुई कटौती नाम मात्र है। आज देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 60 पैसे और डीजल 56 पैसे सस्ता हुआ है।
भारतीय शेयर बाजार के लिए सोमवार को ज्यादातर परिस्थियां अनुकूल हो गई जिस वजह से बाजार मजबूती के साथ बंद होने में कामयाब रहा। समय से पहले मानसून की आहट, रुपए में आई शानदार रिकवरी और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट से शेयर बाजार को सहारा मिला है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 240.61 प्वाइंट की शानदार बढ़त के साथ 35165.48 पर बंद हुआ जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 83.50 प्वाइंट की बढ़त के साथ 10688.65 पर बंद होने में कामयाब हुआ।
ट्रोल-डीजल की मार्केट के जानकारों के मुताबिक हाल के दिनों में कच्चे तेल की कीमतों में जिस तरह से गिरावट आई है और रुपए में जो रिकवरी देखने को मिल रही है, उसे देखते हुए लग रहा है कि इस हफ्ते पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 3-5 प्रतिशत तक यानि 2-3 रुपए प्रति लीटर की कटौती हो सकती है
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई भारी गिरावट और मानसून के जल्द केरल पहुंचने की उम्मीद में हफ्ते के पहले कारोबारी दिन आज सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में मजबूती देखी जा रही है। शुरुआती कारोबार में ही बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 35000 के ऊपर पहुंच गया है, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 10650 के ऊपर कारोबार कर रहा है। फिलहाल सेंसेक्स 144.09 प्वाइंट की बढ़त के साथ 35068.99 और निफ्टी 45 प्वाइंट की मजबूती के साथ 10650 पर कारोबार कर रहा है
पेट्रोल और डीजल के दाम आम आदमी की पहुंच से लगभग दूर हो चुके हैं, मंगलवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों ने नई रिकॉर्ड ऊंचाई को छुआ है। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में तो डीजल का भाव 74 रुपए प्रति लीटर हो गया है जो देश की सभी राज्यों की राजधानियों में अबतक का सबसे अधिक भाव है
देश में डीजल की कीमतें पहले ही रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गई हैं और गुरुवार को लगातार चौथे दिन दाम बढ़ने के बाद अब पेट्रोल भी रिकॉर्ड तोड़ने के करीब पहुंच गया है। तेल कंपनियों ने गुरुवार को एक बार फिर से पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाने की घोषणा कर दी है। तेल कंपनियों ने पेट्रोल के दाम में 22-23 पैसे और डीजल के दाम में 22-24 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी का ऐलान किया है
भारतीय करेंसी रुपए में बुधवार को एक बार फिर से उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है, रुपए ने अमेरिकी करेंसी डॉलर के मुकाबले रुपया 7 पैसे की कमजोरी के साथ शुरुआत की लेकिन बाद में इसमे तेजी से रिकवरी देखने को मिली है
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार दूसरे दिन बढ़ोतरी दर्ज की गई है, करीब 20 दिन बाद सोमवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में पहली बार बढ़ोतरी की गई थी, लेकिन उसके बाद मंगलवार और आज बुधवार को फिर से दाम बढ़ा दिए गए हैं। इस बढ़ोतरी के बाद देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल का दाम 75 रुपए प्रति लीटर के पार हो गया है और डीजल का दाम नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है।
मंगलवार को शेयर बाजार में हुई जोरदार उठापटक का असर भारतीय करेंसी रुपए पर पड़ा है, जिस तरह से शेयर बाजार में जोरदार तेजी के बाद भारी गिरावट आई है उसी तरह रुपये में भी शानदार रिकवरी के बाद जबरदस्त बिकवाली देखने को मिली है। डॉलर का भाव 68 रुपए के पार हो गया है। प्रति डॉलर रुपया 60 पैसे घटकर 68.12 पर आ गया है जो 15 महीने में सबसे निचला स्तर है
कर्नाटक विधानसभा चुनाव नतीजों के शुरुआती रुझानों के बाद रुपए में जो गिरावट आई थी वह रुझानों के बदलते ही अब तेजी में तब्दील हो चुकी है। दिन के निचले स्तर से रुपया करीब 30 पैसे तक रिकवर हो चुका है। सुबह जब बाजार खुला था तो रुपया 67.79 के स्तर तक लुढ़क गया था जो करीब डेढ़ साल में सबसे निचला स्तर है, लेकिन अब रुपए में फिर से रिकवरी आई है और यह 67.49 प्रति डॉलर पर कारोबार कर रहा है
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