रुपया बुधवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 71.27 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
यह लगातार तीसरा कारोबारी दिन है जिसमें रुपया कमजोर हुआ है। इस दौरान घरेलू मुद्रा 24 पैसे कमजोर हुई है।
डॉलर के मुकाबले रुपए की विनिमय दर सोमवार को प्रारंभिक कारोबार में 31 पैसे नीचे गिर कर 72.11 रुपए प्रति डॉलर पर चल रही थी।
ऐेसे माहौल में ब्रेंट क्रूड का वायदा भाव 4.5 प्रतिशत बढ़कर 69.23 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
फ्यूचर कारोबार में ब्रेंट क्रूड 0.51 प्रतिशत गिरकर 63.92 डॉलर प्रति बैरल रहा।
बैंकों और आयातकों की मांग बढ़ने से सोमवार को शुरुआती कारोबार में मजबूती के साथ खुलने के बाद अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया दो पैसे गिरकर 71.73 रुपए प्रति डॉलर रहा।
रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को विशेष प्रवासी रुपया खाते (एसएनआरआर खाते) का दायरा बढ़ाने और घरेलू मुद्रा को विदेशों में लोकप्रिय बनाने के लिए कदम उठाया है।
अमेरिका-चीन व्यापार करार को लेकर ताजा चिंताओं के बीच गुरुवार को शेयर बाजार सतर्क रुख के साथ खुले।
शुक्रवार को रुपया अमेरिकी करेंसी के मुकाबले 71.78 पर बंद हुआ था।
धर, हांगकांग में उग्र विरोध प्रदर्शन के कारण शंघाई, हांगकांग, तोक्यो और सोल 1.82 प्रतिशत तक गिरावट के साथ बंद हुए।
स्थानीय बाजार में विदेशी पूंजी निवेश का लगातार बने रहने और कच्चे तेल में नरमी के रुझान के बीच डालर के मुकाबले रुपये की विनियम दर सोमवार को शुरुआती कारोबार में 16 पैसे बढ़कर 70.65 रुपए प्रति डॉलर पर चल रही थी।
हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन आज शुक्रवार को घरेलू शेयर बाजार गिरावट के साथ खुला, सेंसेक्स और निफ्टी लाल निशान पर खुले। वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख से बीएसई के सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी में शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में गिरावट देखी गई।
शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले सोमवार को रुपया नौ पैसे टूटकर 71.03 पर खुला। इसकी प्रमुख वजह कच्चे तेल की कीमतों में तेजी होना और अमेरिका-चीन के बीच व्यापार तनाव की चिंताएं बढ़ना है। इसके चलते निवेशकों का रुख सावधानी भरा रहा।
शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया बृहस्पतिवार को 24 पैसे टूटकर 71.36 पर खुला। इसकी प्रमुख वजह अमेरिकी फेडरल रिजर्व का नीतिगत ब्याज दरों में कटौती करना रही। सुबह के कारोबार में अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार पर भारी उतार-चढ़ाव का दौर देखा गया।
शुरुआती कारोबार में बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 9.51 बजे 99.97 अंकों की मजबूती के साथ 36,581.06 पर खुला
कच्चे तेल के दाम में आई जोरदार तेजी के कारण डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल सोमवार को एक बार फिर मंद पड़ गई। डॉलर के मुकाबले रुपये में तकरीबन एक फीसदी की कमजोरी आई, जो कि देसी करेंसी में दो अगस्त के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है।
विदेशी विनिमय बाजार में सोमवार को भारी उतार चढ़ाव देखा गया। इस दौरान रुपया 71.50 से 71.73 प्रति डॉलर के बीच रहा।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 30 अगस्त को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों में कमी आने से 44.6 करोड़ डॉलर घटकर 428.60 अरब डॉलर रह गया। रिजर्व बैंक की ओर से शुक्रवार को जारी ताजा आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।
बैंकों एवं आयातकों की ओर से डॉलर की मांग आने और विदेशी पूंजी निकासी से रुपया सोमवार को शुरुआती कारोबार में 42 पैसे गिरकर 72.08 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया। मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि अमेरिकी-चीन के बीच व्यापार मोर्चे पर टकराव बढ़ने के संकेतों से भी रुपये पर दबाव रहा।
घरेलू शेयर बाजार शुक्रवार लगातार दूसरे दिन मजबूत कारोबारी रुझान से गुलजार दिखा। विदेशी बाजारों से मिले मजबूत संकेतों और सकारात्मक घरेलू कारकों से शुरूआती कारोबार के दौरान सेंसेक्स करीब 380 अंकों की तेजी के साथ 37,700 के मनोवैज्ञानिक स्तर के ऊपर चला गया। वहीं, निफ्टी भी 100 अंक से ज्यादा उछला।
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