शुरुआती कारोबार में मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 18 पैसे टूटकर 68.84 पर खुला।
कमजोर विदेशी संकेतों के कारण बुधवार को घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई, लेकिन बाद में बाजार संभला।
घरेलू शेयर बाजारों की शुरुआत बुधवार को फीकी रही। सेंसेक्स में 150 अंक से ज्यादा की गिरावट देखी गयी।
वैश्विक और एशियाई बाजार के सकारात्मक संकेतों के बीच सोमवार को बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी में बढ़त देखी गयी।
सप्ताह के पहले कारोबारी दिन यानी आज सोमवार को बाजार ने सुस्त शुरुआत की है।एशियाई बाजारों में कमजोर कारोबार देखने को मिल रहा है।
देश के पूंजी बाजार में अक्टूबर में भारी निकासी के बाद नवंबर माह में विदेशी निवेशकों का निवेश तेजी से बढ़ा है। नवंबर में अब तक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने करीब 8,285 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
विदेशी पूंजी निकासी से सोमवार को रुपया अंतर बैंकिंग मुद्रा बाजार में शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले 34 पैसे गिरकर 72.79 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया।
वैश्विक बाजार में कच्चा तेल के सात महीने के निचले स्तर पर आ जाने तथा विदेशी निवेशकों की लिवाली से शुक्रवार को अंतर बैंकिंग मुद्रा बाजार में रुपया 31 पैसे मजबूत होकर 73.14 रुपए प्रति डॉलर पर पहुंच गया।
सोमवार को शुरूआती कारोबार में रुपया 36 पैसे गिर कर डॉलर के मुकाबले 73.93 पर पहुंच गया।
गुरुवार को भी रुपए ने एक बार फिर अपनी एतिहासिक गहराई नापी। मुद्रा बाजार के खुलते ही रुपए 10 पैसे टूट गया और 74.30 पर पहुंच गया।
डॉलर के सामने रुपया 19 पैसे की मजबूती के साथ ही 72.41 प्रति डॉलर पर खुला है। फिलहाल डॉलर का भाव घटकर 72.40 रुपए के भी नीचे आ गया है
फिलहाल रुपया करीब 29 पैसे घटकर 72.92 प्रति डॉलर पर कारोबार कर रहा है
मंगलवार को रुपया 72.98 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था जो इसका अबतक का सबसे निचला स्तर है
पिछले हफ्ते शुक्रवार को रुपया 34 पैसों की मजबूती के साथ 71.85 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) ने पिछले पांच कारोबारी सत्रों में पूंजी बाजार से 5,600 करोड़ रुपए की निकासी की है जबकि इससे पहले दो महीनों में उन्होंने लगातार निवेश किया था।
गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपए ने 72.12 का निचला स्तर छुआ है जो इसका अबतक का सबसे निचला स्तर है
पिछले हफ्ते शुक्रवार को यह 70.99 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था जो इसका अबतक का सबसे निचला क्लोजिंग स्तर है
शुरुआती कारोबार में ही रुपया 23 पैसे की गिरावट के साथ घटकर 70.82 प्रति डॉलर के स्तर तक आ गया है जो इसका अबतक का सबसे निचला स्तर है
पिछले हफ्ते शुक्रवार को डॉलर का भाव 70.15 रुपए पर बंद हुआ था जो रुपए का अबतक का सबसे निचला क्लोजिंग स्तर है
रुपए में लगातार गिरावट से 2018-19 में देश का कच्चा तेल आयात बिल 26 अरब डॉलर तक बढ़ सकता है। डॉलर के मुकाबले रुपए की गिरावट जारी रहने से तेल आयात बिल 114 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है।
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