भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 12 सितंबर को कहा था कि चलन से हटाए गए 2,000 रुपये मूल्य के कुल 93 प्रतिशत नोट बैंकों में वापस आ गए हैं।
आपको बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 2,000 रुपये के नोटों को चलन से वापस लेने की घोषणा की थी। इन नोटों को बैंक खातों में जमा करने या बदलने के लिए जनता को 30 सितंबर तक का समय दिया था।
करीब 92,000 करोड़ रुपये बचत खातों में जमा किए जाएंगे जिसका 60 प्रतिशत यानी करीब 55,000 करोड़ रुपये निकासी के बाद लोगों के पास खर्च के लिए पहुंच जाएंगे।
Temple Rs 2,000 Notes: RBI के 2,000 रुपये के नोट बैन करने के ऐलान के बाद से मंदिरों में इस नोट को तेजी से चढ़ाया जा रहा है। एक रिपोर्ट में हैरान करने वाली जानकारी सामने आई है।
जानकारों का कहना है कि नोटबंदी के दौरान भी बड़ी मात्रा में ब्लैक मनी रियल एस्टेट में खपा था। इस बार भी इसकी उम्मीद काफी है क्योंकि बड़े रकम को जगह लगाना रियल एस्टेट में ही संभव है।
आरबीआई ने 500 रुपये का नया नोट भी जारी किया। आरबीआई ने 10 रुपये, 20 रुपये, 50 रुपये, 100 रुपये और 200 रुपये के नए बैंक नोट भी जारी किए हैं।
कुछ स्थानीय कारोबारियों ने बताया कि 2000 रुपये के 100 नोट लेने के लिए उन्हें 2.2 लाख से लेकर 2.4 लाख रुपये तक देने पड़ रहे हैं।
आरबीआई ने बताया कि 2019-20 के दौरान कुल 2,96,695 नकली बैंक नोट पकड़े गए। इनमें से 4.6 प्रतिशत नकली नोट रिजर्व बैंक ने पकड़े, जबकि 95.4 प्रतिशत नकली नोटों की पहचान अन्य बैंकों द्वारा की गई। पिछले साल की तुलना में नकली नोटों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है।
खुद वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने संसद को बताया कि सरकार ने दो सार्वजनिक बैंकों भारतीय स्टेट बैंक और इंडियन बैंक को अपने एटीएम को 500 रुपए और 200 रुपए के बैंक नोट के लिए रिकन्फीगर करने के लिए कहा है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले साल एक आरटीआई के जवाब में कहा था कि केंद्रीय बैंक ने 2000 रुपए के नए नोटों की छपाई बंद कर दी है।
3rd DeMo anniversary: बड़ी संख्या में 2000 रुपए के नोटों की जमाखोरी की गई है। यह नोट अब सर्कुलेशन में नहीं हैं।
मोदी सरकार ने शुक्रवार को संकेत दिया है कि 2,000 रुपए के नोटों की छपाई को फिलहाल के लिए रोक दिया गया है क्योंकि चलन में यह नोट पर्याप्त मात्रा में हैं।
नोटबंदी के बाद प्रचलन में आए 2000 रुपए के नोट को लेकर सरकार ने एक अहम फैसला लिया है।
आरबीआई की पूर्ण अनुषंगी भारतीय रिजर्व बैंक नोट मुद्रण का दावा है कि मुद्रा की छपाई और संबंधित गतिविधियां लोगों के साथ साझा नहीं की जा सकती क्योंकि इससे नकली मुद्रा का प्रसार होगा
रिजर्व बैंक के नियमों के मुताबिक फटे हुए नोटों को किसी भी बैंक में आसानी से बदला जा सकता है, लेकिन नोट के बदले में पूरी रकम हासिल करने की कुछ शर्ते हैं
देश में इस समय जनता के हाथ में मुद्रा का स्तर 18.5 लाख करोड़ रुपये से ऊपर पहुंच गया है जो इसका अब तक अधिकतम स्तर है। यह नोटबंदी के दौर की तुलना में दोगुने से अधिक है। नोटबंदी के बाद जनता के हाथ में मुद्रा सिमट कर करीब 7.8 लाख करोड़ रुपये रह गयी थी। भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों से यह जानकारी सामने आयी है।
सुभाष चंद्र गर्ग ने बताया कि मौजूदा समय में 2000 रुपए के 7 लाख रुपए से ज्यादा की कीमत के नोट सर्कुलेशन में हैं जो जरूरत से ज्यादा है, ऐसे में नए 2000 रुपए के नोट जारी नहीं हो रहे हैं
मार्केट में आने के करीब 17 महीने के बाद 2000 रुपए के नोट की सप्लाई अब बंद की जा चुकी है। मंगलवार को केंद्र सरकार की तरफ से कहा गया है कि फिलहाल थोड़े समय के लिए 2000 रुपए के नोट की सप्लाई बंद हो चुकी है, हालांकि सिर्फ सप्लाई बंद हुई है नोट बंद नहीं हुए हैं।
आयकर विभाग के मुताबिक किसी भी पंजीकृत ट्रस्ट को कैश में 2000 रुपए से अधिक का दान न दें। उलंघन करने पर जुर्माना हो सकता है
एटीएम मशीनों से 200 रुपए का नोट हासिल करने के लिए अभी आपको 5 से 6 महीने का और इंतजार करना होगा।
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