इन दिनों अमूमन हर व्यक्ति अपने घर में वैक्यूम क्लीनर का इस्तेमाल करते हैं। मार्केट में कई तरह के वैक्यूम क्लीनर उपलब्ध हैं जिनमें रोबोट और हैंडहेल्ड वैक्यूम क्लीनर आम है। अगर आप भी अपने घर के लिए वैक्यूम क्लीनर खरीदना चाहते हैं तो आइए आपको बताते हैं कि कौन सा वैक्यूम क्लीनर बेस्ट है।
घर की सफाई में आपका अधिकतर समय चला जाता है लेकिन फिर भी आपको मनचाही सफाई नहीं मिलती और मेड आपके अनुसार सफाई करती नहीं है तो रोबोट वैक्युम क्लीनर आपके लिए सुटेबल ऑप्शन हो सकता है।
आईआईटी पवई, मुंबई के प्राचार्य मिथलेश सिंह ने रोबोट शालू की कक्षा का निरीक्षण भी किया। सिंह ने रोबोट शालू द्वारा विभिन्न कक्षाओं में पढ़ाए जाने की सराहना की।
19,990 रुपए की कीमत पर आने वाला मिलाग्रो सीगल 800 से 900 वर्ग फुट एरिया वाले घरों की सफाई के लिए सक्षम है।
Covid-19 के कारण रोबोट की बिक्री 15 गुना बढ़ने की उम्मीद, घरेलू सहायक के रूप में कर रहे हैं काम
नियाभर में धीरे-धीरे रोबोट लोगों की नौकरियां खाते जा रहे हैं, कुछेक देश तो ऐसो हो गए हैं जहां पर मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में कुल वर्क फोर्स का 6-7 प्रतिशत हिस्सा रोबोट ले चुके हैं। इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रोबोटिक्स (IFR) के आंकड़ों के मुताबिक दक्षिण कोरिया और सिंगापुर जैसे देशों में मैन्युफैक्चरिंग में सबसे ज्यादा रोबोट काम कर रहे हैं
विशाल सिक्का ने कहा कि ड्राइवर लैस कार तकनीक पर हम गंभीरता से काम कर रहे हैं। इस क्षेत्र में विकास की बहुत संभावनाएं हैं और हमारा पूरा ध्यान इस पर है।
बड़ी और मशहूर कंपनी रेमंड्स अगले तीन साल में अपने मैन्युफैक्चरिंग सेंटर्स में काम कर रहे 10 हजार लोगों को नौकरियों से हटाकर रोबोट्स को ला सकते है।
सौर ऊर्जा संयंत्रों में सोलर पैनलों की सफाई के लिए इजरायल की कंपनी इकोपिया ने सोलर रोबोट के जरिए सफाई की नवीन प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन किया।
दुनिया का पहला रोबोटिक मोबाइल फोन (रोबोट मोबाइल) रोबोहोन जो एक पॉकेट साइज वाकिंग एंड डांसिंग रोबोट है। इसकी बिक्री गुरुवार से जापान में शुरू हो गई।
आईफोन मैन्युफैक्चरर्स फॉक्सकॉन ने मानव इतिहास की सबसे बड़ी छंटनी करने का फैसला किया है। फॉक्सकॉन ने 60,000 कर्मचारियों को नौकरी से हटाने की योजना है।
इकोपिया ने अपने ई-4 रोबोट की मैन्युफैक्चरिंग भारत में करने के लिए मूल एसेंशियल कंपोनेंट्स बनाने वाली कंपनी सनमिना कॉर्पोरेशन के साथ समझौता किया है।
हम जब भी रोबोट की बात करते हैं तो सबसे पहले जापान नाम दिमाग में आता है। लेकिन अब भारत भी रोबोट बनाने वाले देशों लिस्ट में शामिल हो गया है।
एक कंप्यूटर साइंटिस्ट ने दावा किया है कि टेक्नोलॉजी और मशीनों के बढ़ते विकास के चलते 30 वर्षों में दुनिया के आधे लोगों की नौकरी छीन जाएंगी।
लेटेस्ट न्यूज़