EPFO सदस्यों को 50,000 रुपए तक का लॉयल्टी-कम-लाइफ बेनेफिट मिलेगा। यह लाभ योजना में 20 साल या अधिक तक योगदान करने के बदले रिटायरमेंट के समय दिया जाएगा।
पेंशन भोगी समाज बनाने के लिए भारत को एक योजनाबद्ध तरीके से पेंशन व्यवस्था पर काम करने की जरूरत है। यह बात बुधवार को FICCI-KPMG की एक रिपोर्ट में कही गई है।
पीएसयू के एक उपक्रम छोड़कर दूसरे उपक्रम अथवा राज्य सरकारों के प्रतिष्ठानों में जाने वाले कर्मचारियों के सेवानिवृति लाभ यथावत बने रहेंगे।
NPS स्कीम में अगर आप 25 साल की उम्र से प्रति माह 2,000 रुपए जमा करते हैं और औसत रिटर्न 12 फीसदी मिले तो रिटायरमेंट के समय आप करीब 1.22 रुपए जमा कर सकते हैं।
रिटायरमेंट प्लान के बारे में कहा जाता है कि शुरुआत ‘जितना जल्दी हो, उतना ही बेहतर होता है’, लेकिन इसकी शुरूआत कभी भी की जा सकती है।
बचत और निवेश की शैली में भी शादी के बाद परिवर्तन होना स्वाभाविक है। अगर आप शुरु से ही बचत-प्रेमी हैं तो शादी के बाद भी नियमित बचत के अनुशासन को मत छोड़ें।
अगर आप भी रिटायरमेंट के बाद आज की तरह ही सुख सुविधाओं वाली जिंदगी जीना चाहते हैं तो इसके लिए आज से ही Future Planning प्लानिंग शुरू कर दें।
आम धारणा है कि लोग यहां फ्यूचर की चिंता तो बहुत करते हैं, लेकिन वे अपने भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित बनाने के लिए समय से फाइनेंशियल प्लानिंग नहीं करते।
अगर आप 25 साल की उम्र से 5 हजार रुपये का निवेश शुरू करते हैं और इस पर सालाना 10% का रिटर्न मिलता है तो 60 साल की उम्र में आपको 49 लाख से अधिक मिल जाएगा।
सेवानिवृत्ति के बाद एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि भारत में काम करने वाले 47 फीसदी लोग अपने भविष्य के लिए बचत करना शुरू नहीं किया या उन्होंनें रोक दी है।
While planning for retirement remember these four points.
ईपीएफओ आधारित पेंशन योजना के तहत अपने अंशधारकों को नियोक्ताओं के अनिवार्य योगदान के अलावा पेंशन योजना में स्वैच्छिक योगदान देने की अनुमति दे सकती है।
After retirement one can opt for mutual funds for fixed monthly income. For this SWP i.i Systematic Withdrawal Plan is a good option
Most of people make investment planning, but few will succeed in achieving goal. do follow these five things in Investment Planning for better future life.
Retirement planning is must for any individual but lots of person make some mistake in planning. this suffers a lot in long term.
आम नौकरीपेशा के सामने सबसे बड़ा सवाल यह है कि वह रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए 60 साल पुराने EPF (इंप्लॉई प्रोविडेंट फंड) को चुने या फिर एनपीएस को।
रिटायरमेंट का नाम सुनते ही उम्र का साठवां बरस हमारी जेहन में आ जाता है। लेकिन आप प्लान करें तो 45 की उम्र में भी नौकरी को गुडबाय कह कर रिटायर हो सकते हैं।
लोग एफडी, इंश्योरेंस की बजाए म्यूचुअल फंड में इंवेस्टमेंट को तवज्जो दे रहे हैं। म्यूचुअल फंड कंपनियां भी अलग-अलग इंवेस्टमेंट प्लान पेश कर रही हैं।
रिटायरमेंट के लिए सभी लोग अच्छीखासी बचत करना चाहते हैं, लेकिन अधिकांश लोग बचत के तरीकों से अनजान होते हैं, जिससे वह अपने जमा लक्ष्य से चूक जाते हैं।
सरकार वरिष्ठ नागरिकों के लिए नकदी रहित (कैशलेस) स्वास्थ्य बीमा योजना पर काम कर रही है, जिसकी घोषणा आगामी बजट 2016-17 में की जा सकती है।
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