केंद्र सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक से मुद्रास्फीति को 2 प्रतिशत की घट-बढ़ के साथ 4 प्रतिशत के दायरे में रखने को कहा है। लेकिन खुदरा मुद्रास्फीति इस दायरे को पार कर काफी ऊंची चल रही है।
आवास ऋण कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड ने ब्याज की दर 0.05 प्रतिशत कम करने की घोषणा की है।
देशभर में प्याज की आसमान छूती कीमतों ने अब रिजर्व बैंक को भी परेशान करना शुरू कर दिया है।
देश की अर्थव्यवस्था में जारी सुस्ती में फिलहाल सुधार होता नहीं दिख रहा। बिजली, खनन और विनिर्माण क्षेत्रों के कमजोर प्रदर्शन के कारण औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) अक्टूबर महीने में 3.8 प्रतिशत घट गया।
सरकार ने खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी किए हैं। खुदरा मुद्रास्फीति नवंबर में बढ़कर 5.54 प्रतिशत हो गई जो पिछले महीने अक्टूबर में 4.62 प्रतिशत थी।
त्योहारी मांग से यात्री वाहनों की खुदरा बिक्री नवंबर महीने में एक प्रतिशत बढ़कर 2,57,271 इकाई पर पहुंच गई। इसके मुकाबले नवंबर 2018 में 2,55,535 यात्री वाहनों की बिक्री हुई थी।
भारतीय रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही के लिए अपने मुद्रास्फीति के अनुमान को बढ़ाकर 5.1- 4.7 प्रतिशत कर दिया है।
खाद्य समूह की मुद्रास्फीति सितंबर के 5.11 प्रतिशत से उछलकर अक्टूबर में 7.89 प्रतिशत पर पहुंच गई।
खरीफ प्याज की आवक शुरू हो गई है और कीमतों में स्थिरता के साथ गिरावट का रुख है।
वहीं दूसरी ओर थोक मूल्य सूचकांक आधारित (डब्ल्यूपीआई) मुद्रास्फीति सितंबर महीने में गिरकर 0.33 प्रतिशत पर आ गई।
केंद्र सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में टमाटर की औसत खुदरा कीमत बुधवार को बढ़कर 54 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गई, जबकि एक अक्टूबर को इसका भाव 45 रुपए प्रति किलो पर था।
बीते 10 दिनों में देश की राजधानी दिल्ली में टमाटर का दाम डेढ़ गुना बढ़ गया है जबकि एक पखवाड़े में टमाटर का भाव दोगुने से भी ज्यादा हो गया है। दिल्ली में लोगों को एक किलो टमाटर के लिए 80 रुपए से ज्यादा चुकाने पड़ रहे है, जबकि एक पखवाड़े पहले दिल्ली में टमाटर 30-40 रुपए किलो मिल रहा था।
प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर केंद्र सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाया है। केंद्र सरकार ने प्याज की जमाखोरी रोकने के लिए प्याज कारोबारियों पर स्टॉक लिमिट लागू कर दी है।
भारतीय रिजर्व बैंक अगले महीने मौद्रिक समीक्षा बैठक में नीतिगत दरों में और कमी कर सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि मुद्रास्फीति की दर रिजर्व बैंक के अनुमान के अनुरूप रहने की संभावना है। ऐसे में केंद्रीय बैंक दरों में और कटौती कर सकता है।
गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आधार पर मापी जाने वाली औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर एक साल पहले जुलाई में 6.5 प्रतिशत रही थी।
भारतीय रिजर्व बैंक इस बात को लेकर काफी नाराज है कि बैंक रेपो रेट में काफी कटौती किए जाने के बाद भी ब्याज दर कम नहीं कर रहे हैं। रिजर्व बैंक 2019 में चार बार रेपो रेट में कुल मिलाकर 1.10 प्रतिशत की कटौती कर चुका है।
एमजी मोटर इंडिया ने रविवार को कहा कि अगस्त में उसने 2,018 वाहनों की खुदरा बिक्री की। कंपनी ने इस साल जुलाई में 1,508 इकाइयों की बिक्री की थी।
भारत के यूजर्स जल्द ही एप्पल के खुद के वेबसाइट से एप्पल के डिवाइसों की खरीद सकेंगे, जिस पर उन्हें कंपनी द्वारा दिए गए कई ऑफर्स और छूट प्राप्त होंगे। हालांकि, एप्पल ने कहा कि देश में उनके पहले ब्रांडेड स्टोर की घोषणा करने में थोड़ा समय लगेगा।
देश के सबसे बड़े ऑनलाइन लेंडिंग प्लेटफॉर्म को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवंबर 2018 में लॉन्च किया था। इसका उद्देश्य एमएसएमई के लिए ऋण और बैंकिंग को पारदर्शी और बाधा रहित बनाना है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जुलाई में खाद्य पदार्थों की मुद्रास्फीति 6.15 प्रतिशत रही, जो इससे पूर्व के माह यानि जून में 6.98 प्रतिशत थी।
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