आरबीआई ने महंगाई को काबू में करने के लिए रेपो दर में मई से अबतक 1.40 प्रतिशत की वृद्धि की है। इस दौरान रेपो दर चार प्रतिशत से बढ़कर 5.40 प्रतिशत पर पहुंच चुकी है।
आसमान छूती महंगाई को काबू करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) एक बार फिर रेपो रेट में 0.50 प्रतिशत की वृद्धि कर कर सकता है।
MPC की 3 से 5 अगस्त तक हुई बैठक में प्रमुख नीतिगत दर Repo Rate को 0.50% बढ़ाकर 5.40 % करने का फैसला किया गया था।
SBI FD Interest Rate: बैंकिंग प्रणाली में लिक्विडिटी कम होने के कारण अधिकांश बैंक डिपॉजिट को बढ़ावा देने के लिए अपनी जमा दरों (Deposit Rate) में वृद्धि कर रहे हैं। SBI ने भी FD पर इंटरेस्ट रेट बढ़ाने का फैसला किया है।
Reserve Bank of India: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने शुक्रवार को रेपो रेट (Repo Rate) में 0.50 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि की है। आखिर आरबीआई को रेपो रेट बढ़ाने पर क्यों मजबूर होना पड़ा? अगर रेपो रेट नहीं बढ़ाया जाता तो किस तरह की समस्या खड़ी हो जाती?
Loan Rate Hike: रिजर्व बैंक (RBI) की ओर से ताजा बढ़ोत्तरी के बाद Repo Rate अब 5.40 फीसदी हो गई है। तीन महीनों में Reserve Bank ने Repo Rate में 1.40 बेसिस पॉइंट की बढ़ोत्तरी की है।
RBI: भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank Of India) की दर निर्धारण समिति की तीन दिन की बैठक बुधवार को शुरू हो गई है। अनुमान जताया जा रहा है कि रेपो रेट में बढ़ोतरी हो सकती है।
RBI Repo Rate: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) एक बार फिर से ब्याज दर में बढ़ोतरी करने जा रहा है। नए रेपो रेट (Repo Rate) में 0.25 से 0.35 प्रतिशत की वृद्धि की जा सकती है। हाल ही में अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व (Fed) द्वारा भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी की गई थी।
RBI Policy: ब्याज दर में 50 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि संभव, Home-Car Loan समेत सभी लोन की बढ़ेगी ईएमआई RBI Policy 50 basis points increase in interest rate possible, EMI of all loans including home-car loans will increase
रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट बढ़ाए जाने के फौरन बाद निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक ने भी 8 जून 2022 से अपनी बाहरी बेंचमार्क उधार दर (EBLR) में बदलाव किया।
आने वाले दिनों में आप पर ईमएआई का बोझ और बढ़ने वाला है। आपकी होम, कार लोन समेत दूसरी लोन की ईएमआई बढ़ेगी।
अर्थशास्त्रियों ने मुद्रास्फीति पर रूस-यूक्रेन युद्ध के असर को लेकर किए गए अध्ययन में यह पाया है कि कीमतों में हुई कम-से-कम 59 प्रतिशत की वृद्धि के पीछे इस युद्ध से पैदा हुए भू-राजनीतिक हालात रहे हैं।
इन दोनों बैंकों ने रेपो रेट से जुड़ी ब्याज दरों (external benchmark linked loan interest rates) में बढ़ोतरी कर दी है।
एसबीआई की रिपोर्ट कहती है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) को मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) के दायरे के बाहर रिवर्स रेपो दर में 20 आधार अंकों की बढ़ोतरी करनी चाहिए
आरबीआई ने फिस्कल इयर 2022 की चौथी तिमाही के लिए GDP ग्रोथ का अनुमान 6.1 फीसदी से कम करके 6 फीसदी कर दिया है
आरबीआई की मौद्रिक नीति समीक्षा में रेपो रेट 4 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट 3.35 फीसदी पर बरकरार रखा गया है।
फिलहाल रेपो रेट 4 प्रतिशत और रिवर्स रेपो रेट 3.35 प्रतिशत पर है। यदि आरबीआई शुक्रवार को नीतिगत दरों में यथास्थिति बनाए रखता है, तो यह लगातार आठवीं बार होगा जब ब्याज दर अपरिवर्तित रहेगी।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने पॉलिसी की घोषणा करते हुए बताया कि इस बार भी ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
रिसर्जेंट इंडिया के प्रबंध निदेशक ज्योति प्रकाश गाडिया ने कहा कि रिजर्व बैंक नीतिगत दरों से छेड़छाड़ नहीं करेगा।
RBI ने वित्त वर्ष 2020-21 में वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर में 9.5 प्रतिशत गिरावट का अनुमान दिया है। इसमें चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 9.8 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 5.6 प्रतिशत और चौथी तिमाही में 0.5 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान रखा गया था। हालांकि दूसरी तिमाही के आंकड़े अनुमान से बेहतर रहे हैं।
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