रिपोर्ट के अनुसार, इन शहरों के प्रमुख बाजारों में औसत आवासीय किराये में पिछली तिमाही की तुलना में दूसरी तिमाही (अप्रैल-जून) 2024 में दो से चार प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। 2024 की पहली तिमाही में इन बाजारों में किराये में 2023 की चौथी तिमाही के मुकाबले चार से नौ प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।
सर्वेक्षण दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, अहमदाबाद, पुणे, लखनऊ, जयपुर, भोपाल, पटना, रांची, चंडीगढ़, देहरादून, लुधियाना और कोच्चि समेत 17 शहरों में किया गया।
Bad News for Students: बाहर पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए आज एक बुरी खबर आई है। अब उन्हें पहले से अधिक पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं।
आज कल चर्चा का बाजार गर्म है कि मकान नहीं खरीद कर, उस रकम का सिप करा लें। सिप पर आपको 20 साल में ज्यादा रिटर्न मिलेगा और आप रिटायरमेंट के समय कई मकान खरीद लेंगे। हालांकि, कई वित्तीय जानकारों का कहना है कि यह सही नहीं है।
एक शहर से दूसरे शहर में या फिर राज्य में जाने के लिए सेल्फ ड्राइव कार रेंट पर ले सकते हैं। धीरे-धीरे लोग सेल्फ ड्राइविंग कार की ओर आकर्षित हो रहे हैं। क्या आप भी कोई कार रेंट पर लेने की तैयारी में है? सेल्फ ड्राइविंग कार को रेंट पर लेते समय इन बातों का रखें ध्यान।
गर्मियों के मौसम में सीलिंग फैन से कम नहीं चलने पर लोग घर में एसी लगवाते हैं। पंखे के मुकाबले इसकी कीमत बहुत ज्यादा होती है। अगर आपके पास ऐसी खरीदने के लिए बजट नहीं है तो इसे आप एसी रेंट पर भी ले सकते हैं। इन 3 ऐप्स से आज ही रेंट पर लें एसी। सर्विसिंग चार्ज से भी पा सकते हैं छुटकारा।
टैक्स बचाने के लिए Rent Agreement की जरूरत पड़ती है। इसके बिना ITR फाइल करते समय HRA टैक्स की बचत कर पाना मुस्कील है। इसके लिए रेंट एग्रीमेंट बनवाते समय 5 इंपोर्टेंट प्वाइंट्स को जोड़ना न भूलें। इनमें मंथली किराया, एग्रीमेंट की समय अवधि और अतिरिक्त खर्च शामिल हैं।
नोएडा के सेक्टर-150 में औसत किराये में सबसे अधिक 23 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस क्षेत्र में किराया वर्ष 2019 में 15,500 रुपया हुआ करता था लेकिन पिछले साल यह लगभग 19,000 रुपये प्रति माह हो गया।
देश में कई कंपनियों ने क्रेडिट कार्ड के जरिए किराया चुकाने की सुविधा शुरू कर दी है। आज बाजार में CRED, नो ब्रोकर, Payzapp, RedGirraffe और Paytm जैसे कई मोबाइल ऐप हैं, जिनके जरिए आप क्रेडिट कार्ड से अपने किराए का भुगतान कर सकते हैं।
Rented House: अगर आप किराए के मकान में रहते हैं और आप अपने आधार कार्ड पर अपना पता चेंज कराना चाहते हैं तो ये खबर आपके लिए है।
महामारी की दूसरी लहर के बाद किरायेदारों का बड़े आकार के घरों की ओर रूझान बढ़ा है।
रेंट पर मकान ढूंढना हमेशा मुकिश्ल होता है। सबसे पहले बजट और लोकेशन दोनों सही मिलना मुश्किल होता है। हालांकि, ऐसा नहीं है कि यह नामुमकिन है। सही जानकारी होने पर आप कम बजट में भी सही मकान ले सकते हैं।
मध्य दिल्ली के कनॉट प्लेस में किराया 11.1 प्रतिशत बढ़कर 1,000 रुपये प्रति वर्ग फुट पर पहुंच गया। इन तीनों स्थानों में सालाना आधार पर भी प्रतिशत में किराया वृद्धि इतनी ही रही है।
मॉडल टेनेंसी एक्ट या आदर्श किरायेदारी कानून के मसौदे को मंजूरी दे दी है, जिसे अब राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को भेजा जायेगा।
इस एक्ट का उद्देश्य किरायेदारों और मकान मालिकों की हितों की रक्षा के साथ साथ किराये के मकानों को देने या लेने के पूरे सिस्टम को व्यवस्थित करना है
जिस जगह घर स्थित है वो पूरी दुनिया के सबसे महंगे रिहाय़शी इलाकों में गिना जाता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2020 में इस क्षेत्र के घरों की औसत कीमत 1 करोड़ डॉलर के करीब थी।
क्रेडिट कार्ड से महीने में होने वाले अन्य खर्चों, जैसे बच्चों की ट्यूशन फीस और मेड या सर्वेंट की सैलरी का भी पेमेंट करने की सुविधा को शुरू किया जाएगा।
किराये की अवधि जितनी अधिक होगी, मासिक शुल्क उसी हिसाब से कुछ कम होता चला जाएगा।
देश में कॉमर्शियल ऑफिस एरिया लीजिंग के लिए 2019 सबसे अच्छा साल रहा, जब करीब 4.5 करोड़ वर्ग फीट की लीजिंग हुई थी, लेकिन इस साल जनवरी से लेकर अक्टूबर तक महज 1.4 करोड़ वर्ग फुट की लीजिंग हुई है। कोरोना की वजह से कंपनियां कम किराए की जगहों पर शिफ्ट हो रही हैं।
अफोर्डेबल रेंटल हाउसिंग स्कीम में प्राइवेट कंपनियों को शामिल करने के लिए अभिरुचि पत्र भी जारी किया गया है। इसे जारी करते हुए मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि रेंटल हाउसिंग स्कीम के तहत काफी सारी रियायतें दी जाएंगी
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