कंपनी ने कहा कि ये सुविधाएं ग्रुप के खुद के इस्तेमाल के तहत संचालित होंगी, जिसमें इंजीनियरिंग, खरीद, निर्माण, परिचालन और रखरखाव के लिए एक स्पेशल यूनिट (एसपीवी) का गठन किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट में हुंडई मोटर इंडिया की 26 प्रतिशत और FPEL की 74 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी होगी।
देश में बिजली की कुल स्थापित उत्पादन क्षमता में रिन्युएबल ऊर्जा की हिस्सेदारी 46 प्रतिशत पर पहुंच गई है। देश की कुल बिजली उत्पादन क्षमता 452.69 गीगावॉट तक पहुंच गई है। इसमें नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी 46.3 प्रतिशत से अधिक है।
सौर क्षेत्र में 20.1 गीगावाट (27.9 प्रतिशत) की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। सौर ऊर्जा क्षमता बढ़कर 92.12 गीगावाट हो गई है, जो पिछले साल इसी महीने में 72.02 गीगावाट थी। कार्यान्वयन के अधीन और निविदा वाली परियोजनाओं सहित संयुक्त कुल सौर क्षमता अब अक्टूबर में 250.57 गीगावाट है।
रीन्यूएबल एनर्जी कंपनी के अनुसार, आईपीओ सोलर मॉड्यूल मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा देने और तय समय के अंदर पांच गीगावाट वाले लक्ष्य को पाने के लिए दो गीगावाट सोलर सेल मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करके कंपनी की ग्रोथ को गति देगी।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की विविधता, पैमाने, क्षमता, संभावना और प्रदर्शन, सभी अद्वितीय हैं। केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व की सराहना की, जिसने भारत को अक्षय ऊर्जा में वैश्विक नेता बनने में मदद की है।
रिलायंस ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि उसका लक्ष्य वित्त वर्ष 2024-25 के अंत तक सोलर फोटोवोल्टिक (पीवी) मैन्यूफैक्चरिंग प्लांट के पहले स्टेज को शुरू करना और साल 2026 तक चरणबद्ध तरीके से इसे 20 गीगावाट तक बढ़ाना है।
सचिव ने फोरम को संबोधित करते हुए, ‘भारत में 2030 तक 500 अरब डॉलर से अधिक के निवेश के बड़े अवसर मौजूद हैं, खासकर नवीकरणीय ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन और इलेक्ट्रिक वाहन सहित स्वच्छ ऊर्जा मूल्य श्रृंखला में।’
अदानी ग्रुप गुजरात के खवाड़ा में दुनिया का सबसे बड़ा रिन्युएबल पार्क बना रहा है। यह पार्क 30 गीगावाट इनर्जी पैदा करने की क्षमता से लैस होगा। इस पार्क का क्षेत्रफल 538 वर्ग किलोमीटर है जो पेरिस जैसे शहर से पांच गुना बड़ा है।
Budget 2024 में सरकार की ओर से रिन्यूएबल एनर्जी पर कई बड़े ऐलान किए गए हैं, जिसका सीधा फायदा सोरल एनर्जी, विंड एनर्जी जैसे सेक्टर्स को मिलेगा।
Budget 2024: बजट में वित्त मंत्री की ओर से पंचामृत लक्ष्यों के तहत रिन्यूएबल एनर्जी पर कई बड़े ऐलान किए गए हैं।
छमाही के दौरान नेट एनपीए 5.97 प्रतिशत से घटकर 4.87 प्रतिशत के स्तर पर आ गये । वहीं मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी को 110 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ है
भारत सरकार ने 2030 तक 500 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता स्थापित करने का लक्ष्य रखा है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी कहा कि देश अगले दशक के मध्य तक पूर्ण रूप से स्वच्छ ऊर्जा हासिल करेगा।
अडानी ग्रुप के पास वर्तमान में 4920 मेगावाट ऑपरेशनल रिन्यूएबल एनर्जी जनरेशन कैपेसिटी है और 5124 मेगावाट निर्माणाधीन है।
दोबारा भौतिक रूप में लौटने पर आरईआई को वैश्विक हितधारकों से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली है, जिसमें यूके पार्टनर कंट्री और यूरोपीय संघ इंटरनेशनल पार्टनर के रूप में शामिल हो रहे हैं।
जापान सरकार के मुताबिक 2030 तक कुल ऊर्जा आपूर्ति में नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी 36 से 38 प्रतिशत होनी चाहिए जबकि मौजूदा लक्ष्य 22 से 24 प्रतिशत है। हाइड्रोजन और अमोनिया जैसे नये ईंधन की हिस्सेदारी एक प्रतिशत होगी
पिछले साल अक्टूबर में एनटीपीसी ने एनटीपीसी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड के नाम से अपने नवीकरणीय ऊर्जा व्यवसाय के लिए एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी का गठन किया था।
मुकेश अंबानी ने कहा कि अब 2021 में, हम नया ऊर्जा कारोबार शुरू करने जा रहे हैं। इसका लक्ष्य भारत और दुनिया में हरित ऊर्जा को लेकर अंतर को दूर करना है।
प्रधानमंत्री मोदी के मुताबिक भारत की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता फिलहाल 1,36,000 मेगावाट है जो हमारी कुल क्षमता का 36 प्रतिशत है। हमारी नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन क्षमता 2022 तक 2,20,000 मेगावाट होगी।
प्रधानमंत्री ने ‘एक विश्व, एक सूर्य, एक ग्रिड’ परियोजना का भी उल्लेख किया। इसका मकसद विभिन्न देशों के बीच स्वच्छ ऊर्जा की आपूर्ति की बड़ी व्यवस्था से है। प्रधानमंत्री के मुताबिक इस परियोजना से पूरी दुनिया में एक बड़ा बदलाव लाया जा सकता है।
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