इन्फोसिस वित्त वर्ष 2025 में 15,000 से 20,000 फ्रेशर्स को नियुक्त करने की योजना बना रही है। इससे पहले वित्त वर्ष 2024 में 11,900 फ्रेशर्स को नियुक्त किया गया था, जबकि पिछले वर्ष 50,000 से अधिक फ्रेशर्स को नियुक्त किया गया था।
मार्च, 2023 से मार्च, 2024 तक के भर्ती आंकड़ों के विश्लेषण से तैयार रिपोर्ट से पता चलता है कि ग्राहकों को अस्थायी रूप से सेवाएं देने वाले पेशेवरों या फ्रीलांस काम में एक साल पहले की तुलना में 184 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
टेस्ला पावर इंडिया के भर्ती अभियान में इंजीनियरिंग, परिचालन, बिक्री, विपणन एवं समर्थन कार्यों से जुड़े पद शामिल होंगे। इससे युवाओं के लिए नौकरी के पर्याप्त अवसर उपलब्ध होंगे।
उत्तरी अमेरिका में नियोक्ताओं ने सबसे मजबूत भर्ती के इरादे की सूचना दी, इसके बाद एशिया प्रशांत (प्लस 31 प्रतिशत), मध्य और दक्षिण अमेरिका (प्लस 29 प्रतिशत) और ईएमईए (प्लस 20 प्रतिशत) का स्थान रहा।
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी (सीएमआईई) के आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल में 88 लाख लोग देश के श्रमबल से जुड़े हैं।
देश में नियुक्ति गतिविधियां जुलाई में पिछले महीने के मुकाबले 11 प्रतिशत बढ़कर अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं। यह कोविड-19 के कारण प्रभावित कारोबार क्षेत्र के उबरने और आर्थिक पुनरुद्धार की मजबूत वापसी दर्शाता है।
23 मार्च की जगह अब 30 अप्रैल तक दे सकेंगे नौकरियों के लिए आवेदन
बिना किसी खबर की पुष्टि किए आगे कदम नहीं उठाना चाहिए। अगर आपने भी तमाम वेबसाइट्स पर LIC Recruitment 2018 के तहत AAO पद के लिए 700 वैकेंसी देखकर खुश हो रहे हैं तो ठहरिए। भारतीय जीवन बीमा निगम ने साफ कहा है कि ये खबर झूठी है, फेक है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी वेबसाइट (www.rbi.org.in) के अलावा अन्य स्त्रोतों से प्राप्त भर्ती से जुड़ी सूचनाओं को लेकर चेतावनी दी है। बैक ने कहा कि कुछ शरारती तत्व केंद्रीय बैंक के अधिकारियों के रूप में खुद को पेश करके फर्जी e-mail भेज रहे हैं।
RBI ने बड़ी मात्रा में फंसे कर्ज की स्थिति के मद्देनजर सार्वजनिक क्षेत्र के देना बैंक के खिलाफ बड़ी शुरू की है। इसके तहत उसने बैंक द्वारा नया कर्ज देने और नयी नौकरियां देने पर रोक लगा दी है।
सहयोगी बैंकों के विलय के बाद देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक SBI ने नई भर्तियों की संख्या कम करने का फैसला लिया है।
ASSOCHAM ने गैर निष्पादित परिसंपत्तियों (NPA) की समस्या से निपटने के लिए विशेष कोष SAF बनाने का प्रस्ताव किया है।
अरब खाड़ी देशों के अरबों डॉलर के निर्माण क्षेत्र में काम कर रहे दक्षिण एशिया के कामगारों को स्थानीय कंपनियों में अपनी नियुक्ति की फीस खुद चुकानी पड़ रही है।
देश में विभिन्न क्षेत्र की ऑनलाइन नियुक्ति गतिविधियों में जून में नरमी आई है।इसकी मुख्य वजह सूचना प्रौद्योगिकी, उत्पादन और विनिर्माण का धीमा पड़ना है।
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