नोटबंदी के 21 माह बीत जाने के बाद भी सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के 18,135 एटीएम को अभी भी नए नोटों के अनुरूप नहीं ढाला जा सका है।
देशभर में एटीएम को 100 रुपए के नये नोट के अनुरूप बनाने में 100 करोड़ रुपए खर्च करने की जरूरत होगी।
एटीएम को 200 रुपए के नोट के अनुकूल बनाने में देरी देश के कुछ हिस्सों में नकदी संकट की एक वजह है। सूत्रों ने कहा कि रिजर्व बैंक द्वारा 200 रुपए का नोट पेश किए जाने के बाद एटीएम को इसके अनुकूल बनाने का फैसला किया गया।
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