देश के रियल एस्टेट कारोबार में इस साल बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। इसके तहत 2023 की अप्रैल तिमाही में मुंबई में मकानों की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है।
रियल एस्टेट मामलों के विशेषज्ञ प्रदीप मिश्रा ने इंडिया टीवी को बताया कि अगर आप एंड यूजर्स हैं और अपने रहने के लिए घर खरीद रहें हैं तो नई प्रॉपर्टी लेना फायदे का सौदा होगा।
मिली जानकारी के मुताबिक, यमुना अथॉरिटी के इस स्कीम में 120 मीटर, 162 मीटर, 200 मीटर और 300 मीटर के प्लॉट हैं।
Real-Estate Sector: दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में ऐसे मकानों की बिक्री तीन गुना हो गई है। लेकिन फिर भी यह रिपोर्ट चिंता पैदा कर रही है।
दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में ऐसे मकानों की बिक्री तीन गुना हो गई। समीक्षाधीन अवधि में ऐसे 1,050 मकान बेचे गए, जबकि पिछले साल की समान अवधि में ऐसे 350 मकानों की बिक्री हुई थी।
सीबीआरई साउथ एशिया ने आंकड़ों पर आधारित एक रिपोर्ट में कहा कि साल की पहली छमाही में रिटेल स्पेस की सप्लाई पिछले साल की तुलना में 148 प्रतिशत बढ़ गई।
जिन शहरों में सर्वेक्षण किया गया, उनमें मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर), बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद, चेन्नई और कोलकाता शामिल हैं।
कोरोना महामारी के बाद देश के सात प्रमुख शहरों में बेहतर सुविधाओं वाले बड़े अपार्टमेंट की भारी मांग है।
जिस घर में आप रहते हैं, उसे निवेश नहीं माना जाना चाहिए। जिसमें आप नहीं रहते हैं, उसे निवेश मान सकते हैं। इस निवेश में स्थान का बहुत महत्व है। इससे दो तरह के रिटर्न मिलते हैं।
जिन लोगों ने अपना जॉब अभी शुरू किया है, उनके लिये घर खरीदना बड़ी चुनौती होती है। ऐसा इसलिए कि उनके पास सेविंग नहीं होती है।
चेन्नई में घरों की बिक्री 6,951 इकाइयों से तीन प्रतिशत बढ़कर 7,150 इकाई हो गई। दिलचस्प बात यह है कि चेन्नई में कार्यालय स्थल की मांग दोगुना होकर 45 लाख वर्ग फुट पर पहुंच गई।
मुंबई में अप्रैल-जून में कार्यालय स्थल को पट्टे पर लेने का सकल आंकड़ा सालाना आधार पर नौ प्रतिशत गिरकर 27.3 लाख वर्गफुट रह गया।
रिपोर्ट के अनुसार, देश के टॉप 7 शहरों में कुल बिक्री में एमएमआर (मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन) और पुणे की हिस्सेदारी 51% से अधिक रही, जिसमें पुणे में सबसे अधिक 65% वार्षिक उछाल देखा गया।
Real Estate News: अब लोग बड़े साइज वाले फ्लैट खरीदना पसंद कर रहें हैं। यह बदलाव कोरोना महामारी के बाद आया है। इस नई रिपोर्ट ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
रियल एस्टेट कंपनी अंतरिक्ष इंडिया के सीएमडी राकेश यादव ने इंडिया टीवी को बताया कि कोविड-19 महामारी ने लोगों के काम करने, सीखने और जीने के तरीके को बदल दिया है, जिससे आवास की मांग में बदलाव आया है।
ईडी के मुताबिक, उसे जांच में पता चला कि सैकड़ों करोड़ रुपये की राशि M3M ग्रुप के जरिये भी भेजे गए।
रियल एस्टेट सलाहकार एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, ‘‘रेपो दर को यथावत रखने के फैसले से घरों की बिक्री की रफ्तार बनी रहेगी। अबतक 2023 में आवास क्षेत्र का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है।’’
आंकड़ों के अनसार, सर्वे में शामिल 50 शहरों में से सात शहरों में घरों के दाम नीचे आए हैं। आवास ऋण पर ब्याज दर कोविड-पूर्व के समय से भी कम बनी हुई हैं, जिससे इस क्षेत्र में वृद्धि बनी हुई है।
ईडी ने आरोप लगाया है कि एम3एम समूह के प्रवर्तकों- बसंत बंसल, रूप कुमार बंसल, पंकज बंसल एवं अन्य प्रमुख लोग तलाशी अभियान के दौरान जांच-पड़ताल से जानबूझकर बचते रहे।
इस प्रोजेक्ट को चार चरणों में विभाजित किया गया है, जिसमें से पहले चरण में 393 प्लॉट्स शामिल होंगे, जिनकी डिलीवरी 2 साल के भीतर होने की उम्मीद है।
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