भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में नीतिगत दरों के मोर्चे पर यथास्थिति कायम रखने के बीच बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज 205 अंक टूटकर 32,597.18 अंक पर आ गया।
मंगलवार को बिटकॉइन 11,755.85 डॉलर के स्तर पर बंद हुआ था और आज इसका भाव 12,771.35 डॉलर तक पहुंच गया है
फिलहाल देश में 2000 रुपए तक की ट्रांजेक्शन पर MDR की दर 0.75 प्रतिशत है और 2000 रुपए से ऊपर की ट्रांजेक्शन पर यह दर बढ़कर 1 फीसदी हो जाती है।
रेपो रेट को 6 फीसदी पर बरकरार रखा गया है, इसी तरह रिवर्स रेपो रेट 5.75 फीसदी और बैंक रेट 6.25 फीसदी पर कायम रहेगी।
निफ्टी पर सबसे ज्यादा गिरावट मेटल सेक्टर की कंपनियों हिंडाल्को, वेदांत और टाटा स्टील में देखने को मिल रही है। RBI पॉलिसी से पहले ज्यादातर बैंक कंपनियों पर भी दबाव है
दिसंबर के 6 दिन में ही इसका भाव 25 फीसदी से ज्यादा बढ़ चुका है। 30 नवंबर को बिटकॉइन का भाव 9,677 डॉलर था लेकिन आज यह बढ़कर 12,135 डॉलर हो गया है
MPC की दो दिन की बैठक के नतीजे कल आएंगे। सभी अंशधारकों मसलन उद्योग और शेयर बाजारों की निगाह बैठक पर है।
निफ्टी पर आज सबसे ज्यादा तेजी भारतीय स्टेट बैंक के शेयर में ही आई है। इसके अलावा यस बैंक, इंडसइंड बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक के शेयरों में भी तेजी आई है।
रिजर्व बैंक (RBI) इस बुधवार को अपनी मुख्य नीतिगत ब्याज दर वर्तमान स्तर पर ही बनाए रख सकता है तथा उसका ध्यान महंगाई नियंत्रण पर केंद्रित रहने की संभावना है
देश के शेयर बाजारों में अगले सप्ताह निवेशकों की नजर RBI (भारतीय रिजर्व बैंक) द्वारा ब्याज दरों पर किए जाने वाले फैसले पर रहेगी।
एक बार फिर देश का विदेशी मुद्रा भंडार 400 अरब डॉलर के स्तर को पार कर गया है। पिछले पांच हफ्तों से इसमें लगातार गिरावट आ रही थी।
ठीक सौ साल पहले 30 नवंबर 1917 को ही यह एक रुपए का नोट सामने आया जिस पर ब्रिटेन के राजा जॉर्ज पंचम की तस्वीर छपी थी
HDFC बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी का मानना है कि हाल फिलहाल बैंकों का कर्ज और सस्ता होने की संभावना कम हैं।
इस्लामिक बैंक को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक के रेड सिग्नल के बाद अब सरकार की तरफ से भी इसको लेकर रुख साफ किया गया है।
वित्त मंत्रालय ने बैंकों को सतर्कता बरतने और कर्ज न चुकाने वाले पुराने प्रवर्तकों को संबंधित सम्पत्ति पर पुन: सस्ते में दाव लगाने से रोकने के निर्देश दिए हैं
भारतीय कंपनियों का विदेशों में निवेश अक्टूबर माह में सालाना आधार पर 58 प्रतिशत घटकर 1.35 अरब डॉलर रह गया। आरबीआई के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
विश्लेषकों का मानना है कि बढ़ती महंगाई दर को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति अगली समीक्षा बैठक में नीतिगत दर को शायद ही कम करे।
RBI के आंकड़ों के मुताबिक, सिंतबर महीने में केंद्रीय बैंक ने 3.788 अरब डॉलर की खरीदी की, जबकि हाजिर बाजार में 2.529 अरब डॉलर की बिक्री की।
सरकार ने रिजर्व बैंक को कहा था कि वह देश में इस्लामिक बैंकिंग शुरू करने की दिशा में उठाये गये कदमों की विस्तृत जानकारी मुहैया कराए
देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट थमने का नाम नहीं ले रही है। तीन नवंबर को समाप्त सप्ताह में यह 2.22 करोड़ डॉलर घटकर 398.739 अरब डॉलर रह गया
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