स्विफ्ट संदेश भेजने वाला एक वैश्विक सॉफ्टवेयर है, जिसका इस्तेमाल वित्तीय संस्थाएं लेनदेन के लिए करती हैं।
स्विफ्ट संदेश भेजने वाला एक वैश्विक सॉफ्टवेयर है, जिसका इस्तेमाल वित्तीय संस्थाएं लेनदेन के लिए करती हैं।
उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक माह के दौरान जुटाई गई कुल रकम में 2.27 अरब डॉलर बाह्य वाणिज्यिक उधारी (ईसीबी) के जरिये जुटाया गया।
सार्वजनिक क्षेत्र के पांच बैंक यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, यूको बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन ओवरसीज बैंक तथा देना बैंक अब भी पीसीए रूपरेखा के दायरे में बने हुए हैं।
केंद्रीय बैंक ने एक विज्ञप्ति में कहा कि महात्मा गांधी श्रृंखला के तहत 100 रुपए के नोटों की नई श्रृंखला को जल्द व्यवस्था में डाला जाएगा। इस पर दास के हस्ताक्षर होंगे।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 13 अप्रैल, 2018 को समाप्त सप्ताह में 426.028 अरब डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर को छू गया था लेकिन तब से इसमें कुल मिला कर काफी गिरावट आई है।
वित्तीय सेवा सचिव राजीव कुमार ने कहा कि सरकार कॉरपोरेशन बैंक में 9,086 करोड़ रुपए और इलाहाबाद बैंक में 6,896 करोड़ रुपए की पूंजी डालेगी।
आरबीआई ने गोपनीय उपबंध का हवाला देते हुए सूचना देने से मना किया था।
केंद्रीय बैंक ने अपने एक बयान में कहा कि सीमित ऑडिट समीक्षा के आधार पर और मौजूदा आर्थिक पूंजी ढांचा को लागू करने के बाद बोर्ड ने 31 दिसंबर 2018 को समाप्त छमाही के लिए केंद्र सरकार को 28,000 करोड़ रुपए का अतिरिक्त लाभांश देने का फैसला किया है।
देना बैंक, विजया बैंक का बैंक ऑफ बड़ौदा में विलय को मंजूरी दी है, इस विलय के बाद सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की संख्या घटकर 18 रह जाएगी।
इस महीने की शुरुआत में रिजर्व बैंक ने प्रमुख नीतिगत रेपो दर को 0.25 प्रतिशत घटाकर 6.25 प्रतिशत कर दिया।
भारतीय रिजर्व बैंक ने बताया कि इसका मुख्य कारण प्रमुख मुद्रा परिसंपत्तियों में कमी आना है।
बैंक ने अपने एक बयान में कहा है कि 30 लाख रुपए तक के सभी होम लोन पर ब्याज दर में 0.05 प्रतिशत की कटौती होगी।
केंद्रीय बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह में देश का आरक्षित स्वर्ण भंडार 76.49 करोड़ डॉलर बढ़कर 22.686 अरब डॉलर हो गया।
एसबीआई ने शेयर बाजार से कहा कि रिजर्व बैंक ने एक कर्जदार को दिए गए पैसे के इस्तेमाल की निगरानी नहीं करने को लेकर यह जुर्माना लगाया है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने गुरुवार को छठी द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा पेश की। इसकी मुख्य बातें निम्नलिखित हैं:
रेपो रेट में कटौती के बाद अब गेंद बैंकों के पाले में चली गई है, इस फैसले से बैंकों के पास लिक्विडिटी बढ़ेगी और बैंक इसका लाभ ब्याज दरों में कटौती करके ग्राहकों तक पहुंचा सकते हैं।
रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिन की मौद्रिक समीक्षा बैठक मंगलवार को शुरू हुई है।
कुल खर्च और राजस्व के बीच के अंतर को राजकोषीय घाटा कहा जाता है।
एनएसई निफ्टी 22.10 अंक यानी 0.20 प्रतिशत की तेजी के साथ 10,934.35 अंक पर बंद हुआ।
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