राहुल गांधी के नौकरियों के संकट को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में अर्थशास्त्री रघुराम राजन ने कहा कि आज वक्त की जरूरत है कि लोगों को सिर्फ सरकारी नौकरी पर निर्भर ना रखा जाए, उनके लिए नए अवसर पैदा किए जाएं।
देश के बैंकों ने तकनीकी तौर पर 50 बड़े विलफुल डिफाल्टर्स के 68,607 करोड़ रुपए के कर्ज की बड़ी राशि को को बट्टा खाते में डाल दिया है।
आरबीआई ने कहा कि वह सतर्क है और कोविड-19 के आर्थिक प्रभाव को कम करने और वित्तीय स्थिरता को बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक बिजली, दूरसंचार, सड़क, कपड़े और उर्वरक क्षेत्रों की कंपनियों को सबसे अधिक लाभ
कोविड-19 की वजह से लागू राष्ट्रव्यापी बंद को देखते हुए बढ़ाया गया समय
फिच के मुताबिक महंगाई दर का दबाव कम होने से रिजर्व बैंक के पास राहत की और गुंजाइश बनेगी
कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए सरकार द्वारा 25 मार्च से देश में लागू किए गए 21 दिन के लॉकडाउन की वजह से यूपीआई के जरिये होने वाले लेनदेन पर विपरीत असर पड़ा है।
मूडीज का अनुमान है कि NBFC कर्ज की बजाय खुद की नकदी स्थिति को मजबूत करने ज्यादा ध्यान दे सकते हैं।
निजी क्षेत्र के सबसे बड़े एचडीएफसी बैंक के निदेशक मंडल ने बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक आदित्य पुरी के उत्तराधिकारी के चयन के सिलसिले में क्रमवार तीन उम्मीदवारों का नाम छांटा है।
इंडस्ट्री के मुताबिक इन कदमों से प्रभावित क्षेत्रो को मदद मिलना आसान होगा
RBI के मुताबिक कृषि क्षेत्र से संकेत राहत भरे हैं, बुवाई में बढ़त दर्ज हुई है वहीं मॉनसून के सामान्य रहने का अनुमान है
शुक्रवार के कारोबार में ऑटो, बैंकिंग और रियल्टी सेक्टर के स्टॉक्स में तेजी देखने को मिली
महंगाई के बारे में शक्तिकांत दास ने कहा कि उपभोक्ता मुद्रास्फीति में मार्च में गिरावट आई है और इसमें आगे और गिरावट की उम्मीद है।
पूरी दुनिया में फैली कोरोना वायरस महामारी के बीच भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) गवर्नर शक्तिकांत दास ने अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए शुक्रवार को कई बड़े ऐलान किए।
बैंकों द्वारा अपने धन को रिजर्व बैंक के पास रखने और रिजर्व बैंक द्वारा इस जमा धन पर दिए जाने वाले ब्याज दर को रिवर्स रेपो रेट कहा जाता है।
कोरोना संकट के बीच RBI Governor शक्तिकांत दांस ने शुक्रवार को कई बड़े ऐलान किए, रिवर्स रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती की।
लॉकडाउन के दौरान करेंसी मार्केट का समय सुबह दस बजे से 2 बजे तक कर दिया गया है
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस संकट ने देश की अर्थव्यवस्था पर दबाव बढ़ाया है। इसके प्रसार को सीमित करने के लिए देशभर में 21 दिन का लॉकडाउन लागू किया गया है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, ‘‘इस परिदृश्य में यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि वित्त, जो अर्थव्यवस्था की जीवन रेखा है, अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में निर्बाध रूप से बहता रहे।’’
भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले वित्त वर्ष 1961-62 में बैंकों की वितरित ऋण की वृद्धि दर 5.38 प्रतिशत रही थी।
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