आरबीआई ने एक बड़े बैंक से पैसा निकालने पर रोक लगा दी है। आरबीआई के इस बड़े फैसले के बाद अब इस बैंक के ग्राहक 6 महीने तक बैंक से पैसे नही निकाल पाएंगे।
RBI ने कहा है कि समझदार बनें उतना ही उधार लें जितना आप चुका सकें।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को पूरा भरोसा जताया कि आरबीआई अगले वित्त वर्ष के लिए 12 लाख करोड़ रुपये की भारी भरकम सरकारी उधारी को बिना किसी बाधा के जुटा लेगा।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) सितंबर से एक बड़ा बदलाव करने जा किसी है, जिससे आपका चैक जल्दी क्लियर हो जाएगा साथ ही गड़बड़ी की संभावनाएं भी समाप्त हो जाएंगी।
डिजिटल पेमेंट डॉक्यूमेंट में यह बताया गया है कि आरबीआई के भीतर डिजिटल करेंसी पर तेजी से काम चल रहा है।
केंद्रीय बैंक ने कहा कि भारतीय रिटेल निवेशक अब सीधे RBI के साथ अपना खाता खोल सकेंगे। आरबीआई ने कहा कि इसके लिए अलग से दिशा-निर्देश जल्द ही जारी किए जाएंगे।
रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को मुख्य पॉलिसी दरों में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है, रेपो रेट की दर को 4 प्रतिशत पर स्थिर रखा गया है, जिस वजह से आने वाले दिनों में होम और कार लोन की दरों में कमी आने की उम्मीद कम है।
वित्त मंत्री निर्मला निर्मला सीता रमण के आम बजट ने आम लोगों को बहुत निराश किया। अब बजट पेश होने के 5 दिन बाद एक बार फिर आम लोगों की उम्मीदें जागी हैं।
रिसर्जेंट इंडिया के प्रबंध निदेशक ज्योति प्रकाश गाडिया ने कहा कि रिजर्व बैंक नीतिगत दरों से छेड़छाड़ नहीं करेगा।
केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक के नतीजों की घोषणा पांच फरवरी को की जाएगी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को लोकसभा में आम बजट पेश करेंगी।
आरबीआई के नाम एक ईमेल में कोविड-19 मुआवजे के रुप में यूनाइटेड नेशन्स के द्वारा 1.60 करोड़ रुपए देने का दावा किया जा रहा है। इस ईमेल में पर्सनल और बैंक डिटेल मांगी जा रही है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 100 रुपये, 10 रुपये और 5 रुपये के पुराने नोटों को वापस लेने की खबरों का सोमवार को खंडन किया।
PIBFactCheck: यह दावा फ़र्ज़ी है। RBI ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है।
आरबीआई के मुताबिक धोखाधड़ी के बारे में बताने में देरी के लिए जुर्माना लगाया गया है, जिसका पता 31 मार्च 2018 और 31 मार्च 2019 को बैंक के निरीक्षण के दौरान चला
भारत की स्थिति को उबारने में ई-कॉमर्स और डिजिटल प्रौद्योगिकी की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
एसबीआई के लिए एडिशनल कॉमन इक्विटी टियर-1 रिक्वायरमेंट एक जोखिम वेटेड असेट (RWAs) के रूप में 0.6 प्रतिशत है, जबकि अन्य दो बैंकों के लिए यह 0.2 प्रतिशत है।
बैंक क्रेडिट 3.2 प्रतिशत बढ़कर 107.05 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में बैंक क्रेडिट 2.7 प्रतिशत बढ़ा था। वहीं 27 मार्च, 2020 को समाप्त पखवाड़े में बैंकों के द्वारा बांटे गए कर्ज 103.72 लाख करोड़ रुपये रहा था।
बैठक में रिजर्व बैंक के साथ भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) तथा भारतीय बीमा विनियामक प्राधिकरण इरडा सहित विभिन्न नियामकों ने भाग लिया।
रिजर्व बैंक ने कहा कि परिसमापन के बाद जमा बीमा एवं कर्ज गारंटी निगम से जमाकर्ता पांच लाख रुपये तक का जमा पाने के पात्र होंगे।
आरबीआई ने कोविड-19 संकट के बीच लोगों को राहत देने के लिये कर्ज लौटाने को लेकर छह महीने की मोहलत दी जो अगस्त में समाप्त हो गई। बाद में कर्जदारों को राहत देने के लिये एक बारगी कर्ज पुनर्गठन की घोषणा की।
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