मर्चेंट्स को सिर्फ अपना मौजूदा सिंगल क्यूआर कोड को शो करना है जिसमें CBDC-R और यूपीआई पेमेंट एक्सेप्ट होता हो।
आपको बता दें कि क्रेडिट लाइन सुविधा एक तरह का लोन होगा जो बैंकों की ओर से अपने ग्राहकों को प्री-एप्रूव्ड होगा।
एक रिपोर्ट के अनुसार, केवल बैंकिंग प्रणाली में 35,000 करोड़ रुपये से अधिक ऐसी राशि है जिस पर किसी का दावा नहीं है, जबकि ऐेसा कुल धन करीब एक लाख करोड़ रुपये से अधिक बताया गया है।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने ग्राहकों के लिए बड़ा ऐलान किया है। अब स्टेट बैंक के ग्राहकों को डिजिटल तौर पर पेमेंट करने में आसानी होगी।
रिजर्व बैंक के गवर्नर ने कहा,‘‘हम उम्मीद करते हैं कि सितंबर से खुदरा महंगाई घटने की शुरुआत हो जाएगी।
उदय कोटक पिछले लगभग 15 वर्षों से यह जिम्मेदारी निभा रहे थे। उनका मौजूदा कार्यकाल 31 दिसंबर 2023 तक था, लेकिन कार्यकाल खत्म होने से पहले ही उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
आपको बता दें कि सितंबर में बैंक श्री कृष्ण जन्माष्टमी, वरसिद्धि विनायक व्रत/विनायक चतुर्थी, गणेश चतुर्थी समेत कई त्योहारों के कारण बंद रहेंगे।
उआरबीआई ने पिछले साल फरवरी में रूस-यूक्रेन युद्ध छिड़ने के बाद से मुद्रास्फीति में आई तेजी के बीच ब्याज दरों में लगातार बढ़ोतरी कर इसे 6.50 प्रतिशत तक पहुंचा दिया है।
RBI Guidelines: आरबीआई ने नया गाइडलाइन जारी किया है, जिसमें उसने बैंकों से कहा है कि बिना बताए अपनी मर्जी से EMI नहीं बढ़ा सकते हैं।
RBI: आरबीआई ने उन लोगों के लिए राहत का कार्य किया है, जिनका पैसा बैंक में जमा हुआ पड़ा है और वह उसे निकाल नहीं पा रहे हैं।
कुल कर्ज में NBFC की हिस्सेदारी इस साल जून महीने में बढ़कर 9.9% हो गयी जबकि साल भर पहले यह 8.5 % थी
Inflation Tomato: देश में महंगाई तेजी से बढ़ रही है। आम आदमी की थाली से सब्जी और जेब से पैसे दोनों गायब हो रहे हैं। अब इस आंकड़े ने एक नई चिंता पैदा कर दी है।
रिजर्व बैंक के दस्तावेज के अनुसार, इनमें से मैकिन्से एंड कंपनी इंडिया एलएलपी और एक्सेंचर सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड इंडिया को अनुबंध दिया गया है।
आरबीआई के सर्कुलर में बैंकों से कहा गया है कि वे ग्राहक को केवाईसी प्रक्रिया को पूरी करने के लिए डिजिटल माध्यम से यह सुविधा प्रदान करें।
RBI ने बृहस्पतिवार को लगातार तीसरी नीति बैठक में अपनी प्रमुख ब्याज दर रेपो को अपरिवर्तित रखा
आपको बता दें कि आरबीआई ने रेपो रेट को 6.50 फीसदी पर स्थिर रखने का ऐलान किया है।
हालांकि, अब भी कुल भुगतान सीमा 2,000 रुपये ही रहेगी। इसका मकसद भुगतान के इस तरीके की स्वीकार्यता बढ़ाना है।
रिजर्व बैंक जल्द ही व्यवस्था करने जा रहा है, जिसके तहत कर्ज लेते समय बैंक ग्राहकों को फिक्स और फ्लोटिंग ब्याज दरों का विकल्प दे सकते हैं। इससे बार बार ईएमआई बढ़ने से राहत मिलेगी।
शक्तिकांत दास ने उम्मीद जताई कि बाजार में नई फसल की आवक शुरू होने के साथ स्थिति में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि जुलाई में मानसून और खरीफ की बुवाई में उल्लेखनीय प्रगति देखने को मिली है।
रिजर्व बैंक ने होम, कार लोन समेत तमाम तरह के लोन लेने वालों को बड़ी राहत देते हुए रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। रेपो रेट 6.5% पर बना रहेगा।
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