आज के समय में कई कंपनियां ऑनलाइन फर्जी रेटिंग करा रही हैं ताकि उनका प्रोडक्ट गूगल पर सर्च करने पर टॉप रेटिंग वाले प्रोडक्ट में शामिल हो सके। इससे आम ग्राहक को नुकसान हो जाता है। अब सरकार इसपर लगाम लगाने की तैयारी में है।
आज के समय में कई कंपनियां फेक रिव्यू करा रही हैं, ताकि कस्टमर को अधिक से अधिक आकर्षित किया जा सके। सरकार इसपर लगाम कसने के लिए तैयारी में है। आइए जानते हैं कि इससे किन कंपनियों को नुकसान होगा।
आर्थिक स्वतंत्रता के एक वार्षिक सूचकांक में भारत का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है और यह 123 वें स्थान से खिसक कर 143 वें स्थान पर पहुंच गया है।
ग्लोबल रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पुअर्स (S&P) ने भारत का आउटलुक स्टेबल रखा है। साथ ही 2016 में 7.9 फीसदी जीडीपी ग्रोथ का अनुमान लगाया है।
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