राजधानी, शताब्दी या दुरंतो गाड़ियों से सफर करने वाले रेल यात्रियों के लिए अच्छी खबर है
भारत के नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (CAG) ने रेलवे की मांग बढ़ने के साथ किराया बढ़ोतरी (फ्लेक्सी-फेयर) योजना को लेकर कड़ी फटकार लगाते हुए आगाह किया कि इस योजना से यात्रियों को हवाई यात्रा के लिए ‘मजबूर’ होना पड़ रहा है।
रेलवे की चेन्नई स्थित इंटिग्रल कोच फैक्टरी (ICF) ने ट्रेन को डिजाइन कर लिया है और इस साल जून तक 16 एसी डिब्बों वाली पहली ट्रेन को उतारा जा सकता है।
अभी तक भारतीय रेल की तरफ से सिर्फ उन्हीं यात्रियों को SMS से सूचना दी जाती है जिनका वेटिंग टिकट कन्फर्म होता है।
केंद्र सरकार के कर्मचारी अब लीव ट्रैवल कंसेशन (LTC) के तहत राजधानी और शताब्दी ट्रेनों में डायनामिक या फ्लेक्सी किराया सुविधा का भी लाभ उठा सकेंगे।
फ्लेक्सी फेयर सिस्टम से रेलवे की आय में कोई खास फर्क पड़ने की संभावना नहीं है पर इससे यात्रियों का खर्च बढ़ने के साथ समस्या जरूर बढ़ेगी।
राजधानी, शताब्दी और दुरंतो ट्रेन के लिए आपको अब ज्यादा किराया चुकाना पड़ेगा। रेल मंत्रालय 9 सितंबर से इन ट्रेनों में फ्लेक्सी फेयर सिस्टम लागू करेगी।
एयर इंडिया ने प्रमुख घरेलू मार्गों पर अपनी उड़ानों की अंतिम समय की टिकटों में किराया घटाकर राजधानी रेलगाडियों के एसी 2 टायर के किरायों के बराबर किया है।
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