एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज द्वारा 'इंडियन रेनफॉल ट्रैकर’के मुताबिक, समग्र बुवाई लगभग पूरी हो जाने के साथ, अब ध्यान कटाई के मौसम पर केंद्रित होगा।
राज्य में इस साल मई, जून और जुलाई में पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में कम बारिश हुई है। इस साल कम बारिश के कारण किसानों को फसलों पर अधिक लागत लगानी पड़ रही है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ. मृत्युंजय महापात्र का कहना है कि बिहार और पूर्वोत्तर के जिन इलाकों में बीते दिनों भारी बारिश के कारण बाढ़ के हालात बने हुए हैं वहां अब भारी बारिश का सिलसिला थमेगा
मानसून की प्रगति में शिथिलता के कारण देश में खरीफ फसलों की बुवाई की रफ्तार भी धीमी है।
मौसम विभाग के मुताबिक 15 अगस्त को देश के ज्यादातर हिस्सों में बरसात होने की संभावना है
पूरे मानसून सीजन यानि जून से सितंबर के दौरान अगर बारिश की कमी 10 प्रतिशत या इससे ज्यादा हो तो सीजन को सूखा घोषित कर दिया जाता है।
जाते-जाते मानसून निराश करने वाला है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, मानसून सीजन के महत्वपूर्ण महीने जून से सितंबर के आखिरी दो महीनों के दौरान देश में औसत बारिश होने की संभावना है।
देश में मानसून सीजन आधा खत्म हो चुका है और अबतक बीते मानसून सीजन के दौरान देशभर में सामान्य के मुकाबले 6 प्रतिशत कम बरसात दर्ज की गई है
भारतीय मौसम विभाग ने मध्य भारत में भारी बरसात के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। सोमवार को मौसम विभाग की तरफ से जारी किए गए रेड अलर्ट के मुताबिक 23 जुलाई को पूर्वी राजस्थान, पूर्वी और पश्चिमी मध्य प्रदेश और विदर्भ में कुछेक जगहों पर बहुत भारी से अत्याधिक बरसात होने की आशंका है। पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश में इस तरह के हालात 24 जुलाई को भी रह सकते हैं।
देश में मानसून सीजन को शुरू हुए लगभग डेढ़ महीना हो चुका है. लेकिन इसके बावजूद देख के कई हिस्से ऐसे हैं जहां अब भी बारिश का इंतजार हो रहा है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक देशभर में 103 जिले ऐसे हैं जहां अबतक बीते मानसून सीजन यानि पहली जून से लेकर 14 जुलाई के दौरान बारिश की कमी 50 प्रतिशत या इससे ज्यादा दर्ज की गई है
Monsoon Update: मानसून आखिरकार देश की राजधानी दिल्ली में भी पहुंच गया है, भारतीय मौसम विभाग की तरफ से जारी की गई जानकारी के मुताबिक दक्षिण पश्चिम मानसून पूरे हरियाणा, दिल्ली और चंडीगढ़ में पहुंच चुका है, इसके अलावा गुजरात और राजस्थान के भी ज्यादातर हिस्सों में मानसून की बरसात हो चुकी है।
देश की राजधानी दिल्ली में बुधवार को लंबे समय के बाद हल्की बारिश हुई है और इस हफ्ते के अंत तक और भी जोरदार बरसात की संभावना है क्योंकि अगले 24-48 घंटे में मानसून दिल्ली पहुंच सकता है। मौसम का आंकलन करने वाली निजी संस्था स्काइमेट के प्रधान मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत ने बताया कि थमने के बाद अब फिर से मानसून बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है और 28 या 29 जून को दिल्ली में दाखिल हो जाएगा।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इस साल देश में सामान्य मानसून की भविष्यवाणी की है लेकिन मानसून सीजन के पहले 20 दिन यानि पहली से 20 जून तक देशभर में औसत के मुकाबले 7 प्रतिशत कम बरसात दर्ज की गई है। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 20 जून तक देशभर में औसतन 84.5 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है जबकि सामान्य तौर पर इस दौरान देश में 90.6 मिलीमीटर बरसात होती है।
अबतक बीते मानसून सीजन के दौरान देशभर में भले ही सामान्य बरसात हुई हो लेकिन मानसून के रुकने की वजह से कुछेक राज्यों में बारिश की भारी कमी देखी जा रही है जिस वजह से उन राज्यों में खरीफ की बुआई बुरी तरह से प्रभावित हो रही है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक अबतक बीते मानसून सीजन के दौरान गुजरात, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बारिश की भारी कमी देखी जा रही है
भारतीय मौसम विभाग (IMD) की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक मानसून सीजन के शुरुआती 10 दिन यानि पहली से 10 जून के दौरान देश में औसत के मुकाबले 15 प्रतिशत अधिक बरसात हुई है, इस दौरान देशभर में औसतन 41.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है जबकि सामान्य तौर पर 36.2 मिलीमीटर बारिश होती है
इस साल पूरे मानसून सीजन में भले ही सामान्य बरसात होने का अनुमान जारी किया गया हो लेकिन अबतक बीते सीजन में औसत के मुकाबले 9 प्रतिशत कम बरसात दर्ज की गई है। मौसम विभाग की तरफ से जारी किए गए बारिश के आंकड़ों के मुताबिक पहली जून से लेकर 5 जून तक देशभर में औसतन 14.2 मिलीमीटर बरसात हुई है जबकि सामान्य तौर पर इस दौरान औसतन 15.6 मिलीमीटर बारिश होती है
मंगलवार को मानसून के पहले दिन भारी बरसात दर्ज की गई है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक केरल, लक्ष्यद्वीप और कर्नाटक में औसत से बहुत ज्यादा बरसात दर्ज की गई है, IMD की तरफ से पहले दिन की बारिश को लेकर जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक केरल में औसत से 3 गुना ज्यादा जबकि लक्ष्यद्वीप में 4 गुना ज्यादा बरसात हुई है
मानसून को लेकर अच्छी खबर है, मौसम का आकलन करने वाली निजी संस्था स्काइमेट का मानना है मानसून के केरल के तट पर पहुंचने के लिए जो पैमाना रखा गया है उसके मुताबिक मानसून ने केरल में आज अपनी दस्तक दे दी है। स्काइमेट वेदर के मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत ने इंडिया टीवी को बताया कि मानसून को लेकर परिस्थियां अनुकूल हैं और इसके आगे तेजी से बढ़ने का अनुमान है, हालांकि उन्होंने बताया कि मानसून के पहुंचने की आधिकारिक घोषणा मौसम विभाग ही करेगा और उम्मीद है कि आज मौसम विभाग यह घोषणा कर सकता है।
इस बार मानसून देश में जल्दी दस्तक देने वाला है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार को बताया कि 29 मई को मानसून केरल पहुंच जाएगा। इस साल भारत में मानसून सामान्य रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है।
24 फरवरी को उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी और मैदानी राज्यों में कुछएक जगहों पर बारिश होने का अनुमान है। इसके अलावा मध्य और पश्चिम भारत में कुछएक जगहों पर बारिश के साथ ओले गिरने की चेतावनी भी है
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