गौरतलब है कि रेलवे के इस नियम के अनुसार प्लेटफॉर्म टिकट केवल प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए ही नहीं, बल्कि ट्रेन में चढ़ने का भी पात्र बनाता है।
आंकड़ों से पता चलता है कि रेलवे के पास लगभग 3,82,562 वैगन हैं, जिनमें से 1,31,403 खुले वैगन हैं।
रेलवे के अनुसार तकनीकी वृद्धि के कारण इन पदों पर तैनात कर्मचारियों के लिए पर्याप्त कार्य नहीं बचे हैं। रेलवे के बढ़ते खर्चे को ध्यान में रख कर ये फैसला लिया है।
बिहार का पटना जंक्शन भी कमाई के मामले में अब पीछे नहीं रहा है। पटना जंक्शन रेलवे की सालाना कमाई 4.36 करोड़ तक पहुंच गई है।
रेलोफी ऐप से ट्रेन के अंदर अपनी सीट पर हल्दीराम, मोती महल और अन्य दूसरे शीर्ष रेस्तरां से मनपंसद स्वादिष्ट भोजन मंगा सकते हैं।
तो आइए, जानते हैं कि रेलवे ने कहां-कहां से होली स्पेशल ट्रेन चलाने का ऐलान किया है और उनमें कैसे कर सकते हैं टिकट की बुकिंग।
हम यहां आपको ऐसी ट्रिक बता रहे हैं जिसके जरिये आप तत्काल कोटा के जरिये कंफर्म टिकट बुक करा सकेंगे।
उन्होंने अपने बजट भाषण में कहा, ‘‘एक उत्पाद एक रेलवे स्टेशन को लोकप्रिय बनाया जाएगा, 400 नयी वंदे भारत ट्रेन शुरू की जाएंगी।’’
मध्य प्रदेश के रहने वाले चंद्रशेखर गौर द्वारा दायर एक आरटीआई के जवाब में, रेलवे ने कहा कि उसने वित्तीय वर्ष 2021-22 में सितंबर तक ‘डायनामिक’ किराये से 240 करोड़ रुपये, तत्काल टिकट से 353 करोड़ रुपये और प्रीमियम तत्काल शुल्क से 89 करोड़ रुपये कमाए।
ग्राहकों से वसूले जाने वाले सुविधा शुल्क से आईआरसीटीसी को बड़ा राजस्व मिलता है। यह आईआरसीटीसी द्वारा दी जाने वाली ऑनलाइन टिकट बुकिंग की सेवा के लिए वसूला जाता है।
रेलवे में उत्पादकता से जुड़ा बोनस पूरे देश में फैले सभी अराजपत्रित रेलवे कर्मचारियों (आरपीएफ/आरपीएसएफ कर्मियों को छोड़कर) को कवर करता है।
रेल मंत्रालय के अनुसार आज से ये नये कोच ट्रेन नंबर 02403 प्रयागराज- जयपुर एक्सप्रेस में सेवा दे रहे हैं। जल्द ही नये इकोनॉमी एसी कोच को दूसरी ट्रेन में भी इस्तेमाल किया जायेगा
नई कैटेगरी बनने से यात्रियों को जहां कम किराये में प्रीमियम सुविधाओं का मौका मिलेगा वहीं रेलवे को भी इससे अतिरिक्त इनकम होगी।
इसमें से 17,180 करोड़ रुपये चालू वित्त वर्ष में, 57,222 करोड़ रुपये अगले वित्त वर्ष (2022-23), 2023-24 में 44,907 करोड़ रुपये और 2024-25 में 32,557 करोड़ रुपये एकत्रित किए जाएंगे।
आरएलडीए द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि अतिरिक्त 49 स्टेशनों में अमरावति, राजकोट, मथुरा, आगरा फोर्ट, बीकानेर, कुरुक्षेत्र और भोपाल आदि शामिल हैं।
भारत के विभिन्न राज्यों में कोरोनावायरस का ग्राफ गिरने के साथ अनलॉक की प्रक्रिया और पिछले 12 दिनों के दौरान कोविड-19 मामलों की संख्या एक लाख से कम होने को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेलवे ने शुक्रवार को कहा कि उसने एक महीने में 660 और ट्रेनों के संचालन को मंजूरी दे दी है।
गोरखपुर पनवेल, दिल्ली गोरखपुर, छपरा पनवेल के बीच 3 जोड़ी समर स्पेशल ट्रेन चलाने का ऐलान हुआ है।
महाराष्ट्र में 614 टन ऑक्सीजन, उत्तर प्रदेश में लगभग 3797, मध्य प्रदेश में 656 टन, दिल्ली में 5692 टन, हरियाणा में 2135 टन ऑक्सीजन की सप्लाई हो चुकी है।
ऑक्सीजन एक्सप्रेस द्वारा अब तक 13 राज्यों में ऑक्सीज़न की आपूर्ति की गयी है, सबसे ज्यादा 4278 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की सप्लाई दिल्ली में हुई
अब तक 34 ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन अपना सफर पूरा कर चुकी हैं, जो विभिन्न राज्यों में 137 टैंकरों में 2,067 टन तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन पहुंचा चुकी है।
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