आपको रेलवे मे दिए जाने वाले खाने-पीने के सामान के पूरी प्राइस लिस्ट पता होना जरूरी है, आज हम आपको इसी प्राइस लिस्ट के बारे में जानकार दे रहे हैं
रेलवे ने खास रेलगाडि़यां शुरू की हैं। ज्यादातर ट्रेनें पूर्वी भारत के लिए हैं। वहीं दक्षिण एवं पश्चिम भारत के लिए भी रेलगाडि़यां शुरू की गई हैं।
रेलवे मंत्रालय ने अभूतपूर्व कदम उठाते हुए 36 साल पुराने एक प्रोटोकॉल को समाप्त कर दिया है
आईआरसीटीसी की वेबसाइट के जरिये डेबिट या क्रेडिट कार्ड से ऑनलाइन टिकट बुक करने पर लगने वाला मर्चेंट डिस्काउंट रेट (एमडीआर) शुल्क खत्म हो सकता है।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि जल्द ही रेलवे के आधुनिकीकरण के लिए पटरियों की खरीद के लिए वैश्विक निविदा जारी होगी, इससे 10 लाख रोजगार पैदा हो सकते हैं।
मोबिक्विक की मदद से अब आप ट्रेन की टिकट भी बुक करा सकेंगे। इसके लिये आईआरसीटीसी रेल कनेक्ट एप के साथ कंपनी ने साझेदारी की घोषणा की है।
फ्लेक्सी-फेयर सिस्टम के कारण रेल टिकट की बहुत अधिक कीमत से जुड़ी यात्रियों की शिकायतों पर रेल मंत्री ने कहा कि इसकी समीक्षा होगी और किराये में कमी आएगी।
रेलवे को फ्रांस से उच्च क्षमता का रेल इंजन बुधवार को प्राप्त हुआ। फ्रांस की कंपनी एल्स्टॉम ने 12 हजार हॉर्स पावर क्षमता वाले इंजन की आपूर्ति कर दी है।
इस बार दिवाली, दशहरा और छठ के मौके पर घर जाने के समय रेलवे की तरफ से आपको सीट मुहैया कराए जाने का पूरा इंतजाम हो रहा है।
रेलवे बोर्ड द्वारा जारी इस सर्कुलर के अनुसार, रेलयात्री अब अपने रिजर्व्ड बर्थ पर रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक ही सो सकते हैं।
यात्री जल्द ही खाने पर अपना फीडबैक टैबलेट के जरिये ऑनलाइन दे सकेंगे। वे खाना खाने के तुरंत बाद ही बता सकेंगे कि खाना अच्छा, बुरा या खराब था।
आपके मोबाइल फोन पर मौजूद एम-आधार ही पहचान के लिए पर्याप्त होगा, रेलवे ने एम-आधार को पहचान के सबूत के रूप में अपनी स्वीकृति दे दी है।
बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए जापान टेक्नोलॉजी मुहैया करा रहा है साथ में 50 साल के लिए 80,000 रुपए का कर्ज भी दे रहा है
ट्रेन से आपको अब घंटों लंबे सफर में बोरियत महसूस नहीं होगी। क्योंकि दिनों दिन हाइटेक होती जा रही रेलवे अब यात्रियों के मनोरंजन का इंतजाम भी करने जा रही है।
भारतीय रेलवे स्टेशनों पर मिलने वाले गूगल के वाईफाई की तुलना अगर लंदन और सैन फ्रांसिस्कों से की जाए तो कैपेसिटी और कवरेज के लिहाज से भारत में ज्यादा बेहतर है
रेलवे ऐसी कोच में कंबल की व्यवस्था को खत्म करने पर विचार कर रहा है। इसकी जगह रेल प्रशासन ऐसा फॉमूला तैयार कर रहा है जिससे आपको कंबल की जरूरत ही न हो
सभी ट्रेनों में कैटेरिंग सर्विस इस साल के अंत तक IRCTC के हवाले कर दी जाएंगी। सात राजधानी और छह शताब्दी ट्रेनों में ई-कैटेरिंग सुविधा मिलेगी।
रेल मंत्रालय ट्रेनों की स्पीड बढ़ाकर 600 किमी/ घंटा करना चाहता है। इसके लिए भारतीय रेलवे एप्पल जैसी टेक्नोलॉजी कंपनियों के साथ मिलकर काम कर रही है।
भारतीय रेलवे ने रेल सारथी (Rail SAARTHI) एप पेश की है, जो यात्रियों की टिकट बुकिंग, पूछताछ, साफ सफाई और खाने का ऑर्डर जैसी जररूतों को पूरा करेगी।
रेलवे जल्द ही एक नया मोबाइल एप लॉन्च करने जा रहा है, जिसकी मदद से एयर टिकट की बुकिंग कराई जा सकती है। ये ऐप यात्रियों की अलग-अलग जरूरतों को पूरा करेगा।
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