भारतीय रेलवे के लिए इस बार के आम बजट में कई बड़ी घोषणाएं की गई हैं। वित्तमंत्री का मुख्य फोकस रेल इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने और रेल सुविधाओं के आधुनिकीकरण पर रहा है।
इस बार बजट में रेलवे के बुनयादी ढांचें को और भी ज्यादा मजबूत करने पर जोर दिया जायेगा। इसके साथ ही मेक इन इंडिया हाई स्पीड ट्रेनों और अधूरे पड़े प्रॉजेक्ट को पूरा करने पर जोर रहेगा।
रेलवे ने अब अहम बदलाव करने का फैसला किया है, जहां वह मेक इन इंडिया कार्यक्रम को बेहतरी से बढ़ावा देगा। वहीं इसके लिये रेलवे ने बजट के पूर्व मीटिंग में कई प्रस्ताव रखे हैं।
आम बजट- 2023 वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी, 2023 को आम बजट को संसद में पेश करेंगी। दूसरी ओर लोकसभा चुनाव- 2024 से पहले मोदी सरकार अपना आखिरी पूर्ण बजट पेश करेगी।
Northern Railway Sells Scrap: रेलवे प्लेटफॉर्म और उसके आस-पास गैरजरूरी चीजों को एक बेच देता है। इस बार उत्तर रेलवे ने 500 करोड़ रुपये के कबाड़ बेचे हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें।
कटरा-बनिहाल का 111 किमी लंबा रेल खंड बन रहा है। ये सबसे चुनौतीपूर्ण हिस्सा है, क्योंकि इस लाइन का 97.34 किमी हिस्सा सुरंगों से गुजरता है।
अगर आपकी ट्रेन मिस हो जाती है तो आपके पास जो मौजूद टिकट है उसका क्या होता है। ये सवाल अधिकतर लोगों के मन में आता है। दरअसल अगर आपका टिकट रिजर्वेशन में है तो उस टिकट से आप किसी अन्य ट्रेन में सफर नहीं कर सकते हैं। अगर आपके पास रिजर्वेशन टिकट नहीं है तो आप उस टिकट से दूसरे ट्रेन में सफर कर सकते हैं।
Budget 2023 में न्यू ऐज रोलिंग स्टॉक के अलावा 100 विस्टाडोम कोच बनाने का प्लान और प्रीमियर ट्रेनों के 1,000 कोचो का नवीनीकरण को भी प्रोग्राम में किया जा सकता है शामिल ।
आइए जानते हैं इतिहास की तारीखों में कैद हो चुके बजट से जुड़े उन परंपराओं के बारे में जिसे मोदी सरकार ने खत्म कर दिया और यूनियन बजट को एक नया रूप दिया था।
अब रेल बजट आने से ठीक पहले वरिष्ठ नागरिकों से जुड़े संघठन एक बार फिर अपनी मांग को दोहराने लगे हैं।
राजस्थान में एक ऐसा स्टेशन है जहां दो राज्यों की सीमा लगती है। आइए इस अनोखे स्टेशन के बारे में जानते हैं। यहां टिकट लेने से ट्रेन पकड़ने के बीच में ही राज्य की सीमा बदल जाती है।
आजादी के बाद से बजट पेश करने से पहले कई तरह की परंपराएं होती है। ये हर पार्टी के सरकार में होता आया है, लेकिन मोदी सरकार जब से कार्यकाल में आई है इसमें कई बदलाव किए हैं। आइए उसके बारे में जानते हैं।
2014 में बेंगलुरू से शुरू हुई ये सर्विस अब तक देश के 6100 से अधिक रेलवे स्टेशनों पर उपलब्ध कराई जा चुकी है।
रेलवे मंत्रालय की ओर से गोड़ को जो जानकारी मुहैया कराई गई है उसके मुताबिक भारतीय रेलवे के ग्रुप सी में एक नवंबर (प्रोवीजनल) तक 312944 पद रिक्त थे।
बहुत से लोग एक शहर से दूसरे शहर काम की वजह से रहने लगते हैं और ट्रांसपोर्टेशन के लिए मेट्रो या टैक्सी का इस्तेमाल करते हैं।
देशभर के लाखों रेल यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। सफर के दौरान बेस्वाद और खराब खाने की शिकायत बीते दिनों की बात होने वाली है।
अप्रैल-अक्टूबर, 2022 के दौरान उसने माल ढुलाई से कुल 92,345 करोड़ रुपये अर्जित किए जो एक साल पहले के 78,921 करोड़ रुपये की तुलना में 17 प्रतिशत अधिक है। एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले रेलवे की माल ढुलाई भी करीब नौ प्रतिशत बढ़ गई।
Indian Railways: भारतीय रेलवे ने स्क्रैप बिक्री में इस बार रिकॉर्ड बनाया है। पिछले 6 महीने में 2,582 करोड़ रुपये के कबाड़ बेच दिए हैं।
गाजियाबाद से पूर्वाचल, पश्चिम बंगाल और बिहार की तरफ प्रतिदिन 50 से अधिक ट्रेनों का परिचालन होता है।
एनएफआर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) सब्यसाची डे ने कहा कि देश के बाकी हिस्सों के साथ त्रिपुरा की रेल कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाने के लिए, गुवाहाटी-कोलकाता-गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन को सप्ताह में एक बार त्रिपुरा की राजधानी अगरतला तक बढ़ाया गया है।
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