बीते साल मारुती कंपनी ने बिक्री के लिए 2.33 लाख कार रेलवे के जरिए भेजा। ऐसा कर के कंपनी ने 17.4 करोड़ लीटर फ्यूल और 4,800 टन कॉर्बन डॉईऑक्साइड कम उत्सर्जित की।
नए नियम के मुताबिक, आईआरसीटीसी ने एक यूजर आईडी से अधिकतम 12 टिकट बुक करने की सीमा को बढ़ाकर 24 टिकट तक कर दिया है।
जिन रेल कर्मचारियों को अभी 6वें वेतन आयोग के तहत सैलरी दी जा रही है, उनका महंगाई भत्ता 14 फीसदी बढ़ाया जा रहा है।
गौरतलब है कि रेलवे के इस नियम के अनुसार प्लेटफॉर्म टिकट केवल प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए ही नहीं, बल्कि ट्रेन में चढ़ने का भी पात्र बनाता है।
आंकड़ों से पता चलता है कि रेलवे के पास लगभग 3,82,562 वैगन हैं, जिनमें से 1,31,403 खुले वैगन हैं।
रेलवे के अनुसार तकनीकी वृद्धि के कारण इन पदों पर तैनात कर्मचारियों के लिए पर्याप्त कार्य नहीं बचे हैं। रेलवे के बढ़ते खर्चे को ध्यान में रख कर ये फैसला लिया है।
बिहार का पटना जंक्शन भी कमाई के मामले में अब पीछे नहीं रहा है। पटना जंक्शन रेलवे की सालाना कमाई 4.36 करोड़ तक पहुंच गई है।
रेलोफी ऐप से ट्रेन के अंदर अपनी सीट पर हल्दीराम, मोती महल और अन्य दूसरे शीर्ष रेस्तरां से मनपंसद स्वादिष्ट भोजन मंगा सकते हैं।
तो आइए, जानते हैं कि रेलवे ने कहां-कहां से होली स्पेशल ट्रेन चलाने का ऐलान किया है और उनमें कैसे कर सकते हैं टिकट की बुकिंग।
ग्रामीण क्षेत्रों में ब्रॉडबैंड इंटरनेट सुविधा की शुरुआत होने से डिजिटल प्रगति, प्रौद्योगिकी उन्नयन और वहां रहने वाले लोगों के जीवन स्तर की गुणवत्ता में सुधार हो रहा है।
हम यहां आपको ऐसी ट्रिक बता रहे हैं जिसके जरिये आप तत्काल कोटा के जरिये कंफर्म टिकट बुक करा सकेंगे।
उन्होंने अपने बजट भाषण में कहा, ‘‘एक उत्पाद एक रेलवे स्टेशन को लोकप्रिय बनाया जाएगा, 400 नयी वंदे भारत ट्रेन शुरू की जाएंगी।’’
मध्य प्रदेश के रहने वाले चंद्रशेखर गौर द्वारा दायर एक आरटीआई के जवाब में, रेलवे ने कहा कि उसने वित्तीय वर्ष 2021-22 में सितंबर तक ‘डायनामिक’ किराये से 240 करोड़ रुपये, तत्काल टिकट से 353 करोड़ रुपये और प्रीमियम तत्काल शुल्क से 89 करोड़ रुपये कमाए।
ग्राहकों से वसूले जाने वाले सुविधा शुल्क से आईआरसीटीसी को बड़ा राजस्व मिलता है। यह आईआरसीटीसी द्वारा दी जाने वाली ऑनलाइन टिकट बुकिंग की सेवा के लिए वसूला जाता है।
रेलवे में उत्पादकता से जुड़ा बोनस पूरे देश में फैले सभी अराजपत्रित रेलवे कर्मचारियों (आरपीएफ/आरपीएसएफ कर्मियों को छोड़कर) को कवर करता है।
रेल मंत्रालय के अनुसार आज से ये नये कोच ट्रेन नंबर 02403 प्रयागराज- जयपुर एक्सप्रेस में सेवा दे रहे हैं। जल्द ही नये इकोनॉमी एसी कोच को दूसरी ट्रेन में भी इस्तेमाल किया जायेगा
नई कैटेगरी बनने से यात्रियों को जहां कम किराये में प्रीमियम सुविधाओं का मौका मिलेगा वहीं रेलवे को भी इससे अतिरिक्त इनकम होगी।
इसमें से 17,180 करोड़ रुपये चालू वित्त वर्ष में, 57,222 करोड़ रुपये अगले वित्त वर्ष (2022-23), 2023-24 में 44,907 करोड़ रुपये और 2024-25 में 32,557 करोड़ रुपये एकत्रित किए जाएंगे।
आरएलडीए द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि अतिरिक्त 49 स्टेशनों में अमरावति, राजकोट, मथुरा, आगरा फोर्ट, बीकानेर, कुरुक्षेत्र और भोपाल आदि शामिल हैं।
भारतीय रेल के पास पूरे देश में 43 हजार हेक्टेयर खाली जमीन पड़ी है। आरएलडीए इस समय 85 रेलवे कॉलोनी विकास परियोजनाओं को हाथ में लिए है।
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