डिफेंस कंपनी ने बताया कि इस दौरान उनके रेवेन्यू में भी इजाफा देखने को मिला है। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड का रेवेन्यू 6 प्रतिशत बढ़कर 5976 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 5636 करोड़ रुपये रहा था।
कंपनी ने कहा कि टैरिफ में बढ़ोतरी के कारण कंपनी को तिमाही आधार पर ग्राहकों का नुकसान उठाना पड़ा। वोडाफोन आइडिया ने 4 जुलाई से मोबाइल सर्विसेज की दरों में 11 से 24 प्रतिशत का इजाफा किया है।
एनबीसीसी के रेवेन्यू में भी शानदार बढ़ोतरी देखने को मिली है। एनबीसीसी इंडिया लिमिटेड ने बुधवार, 13 नवंबर को एक एक्सचेंज फाइलिंग में शेयर बाजार को बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 19.4 प्रतिशत बढ़कर 2459 करोड़ रुपये रहा।
टाटा मोटर्स ने बताया कि दूसरी तिमाही में जैगुआर-लैंड रोवर की आमदनी भी 5.6 प्रतिशत घटकर 6.5 अरब पाउंड रह गई। कंपनी ने बताया कि एल्युमीनियम सप्लाई में अस्थाई बाधा और अतिरिक्त गुणवत्ता नियंत्रण जांच के लिए 6,029 गाड़ियों पर रोक लगने के कारण उसका मुनाफा प्रभावित हुआ।
एलआईसी ने 3.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 18,082 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया, जबकि 30 सितंबर, 2023 को खत्म छमाही के लिए यह 17,469 करोड़ रुपये था।
एसेट क्वालिटी के मोर्चे पर, बैंक ने सुधार देखा और सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) सितंबर 2024 के आखिर तक सकल लोन के 3. 73 प्रतिशत पर आ गईं, जो एक साल पहले 4. 76 प्रतिशत थीं।
केनरा बैंक के रिजल्ट से निवेशक काफी संतुष्ट नजर आ रहे हैं और जमकर शेयर खरीद रहे हैं। आज दोपहर 02.20 बजे तक केनरा बैंक के शेयर 3.00 रुपये (2.98%) की बढ़ोतरी के साथ 103.65 रुपये के भाव पर ट्रेड कर रहे थे।
दूसरी तिमाही के दौरान कंपनी की इंटीग्रेटेड बिक्री घटकर 27,271.30 करोड़ रुपये रह गई, जो पिछले साल की समान तिमाही में 29,978.01 करोड़ रुपये थी। बोर्ड ने 2024-25 के लिए 15.75 रुपये प्रति शेयर का पहला अंतरिम लाभांश घोषित किया है।
जुलाई-सितंबर तिमाही में बैंक की एसेट क्वालिटी में सुधार देखा गया और सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) सितंबर 2024 की तिमाही के आखिर में सकल अग्रिमों के 3. 68 प्रतिशत तक बढ़ गईं, जबकि एक साल पहले यह 4. 90 प्रतिशत थी।
यूनियन बैंक ने तिमाही के दौरान 26,708 करोड़ रुपये की ब्याज आय दर्ज की, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 24,587 करोड़ रुपये थी। हालांकि, शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) पिछले साल की दूसरी तिमाही के 9,126 करोड़ रुपये से 0. 87 प्रतिशत घटकर 9,047 करोड़ रुपये रह गई।
आईआरसीटीसी (IRCTC) का लक्ष्य स्टेशन, ट्रेन और अन्य स्थानों पर खानपान तथा आतिथ्य सेवाओं को उन्नत करना, पेशेवर बनाना और प्रबंधित करना है।
सितंबर तिमाही के अंत तक कंपनी का एआरपीयू 4.8 प्रतिशत की बढ़त के साथ 109 रुपये के स्तर पर पहुंच गया, हालांकि सब्सक्राइबर बेस में कमी दर्ज हुई
बैंक के एनपीए सितंबर, 2021 के अंत तक कुल अग्रिम पर 12 प्रतिशत से नीचे रहे हैं। एक साल पहले एनपीए 13.79 प्रतिशत था। शुद्ध एनपीए भी पहले के 2.89 प्रतिशत से गिरकर 2.79 प्रतिशत पर आ गया
पीएनबी की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां मामूली रूप से बढ़कर 13.63 प्रतिशत हो गईं। यह पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 13.43 प्रतिशत थी।
पिछली तिमाही के मुकाबले बैंक की एसेट क्वालिटी सुधरी है। तिमाही के दौरान बैंक की सकल गैर- निष्पादित राशि (एनपीए) इस दौरान उसके कुल अग्रिम का 13.43 प्रतिशत रह गई जो कि पहली तिमाही में 14.11 प्रतिशत पर थी। वहीं इस दौरान शुद्ध एनपीए घटकर 4.75 प्रतिशत रह गया।
चालू वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 15 प्रतिशत घटकर 9,567 करोड़ रुपये रहा। इससे पूर्व वित्त वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में कंपनी को 11,262 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। कंपनी की आय 2020-21 की दूसरी तिमाही में घटकर 1.2 लाख करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले 2019-20 इसी तिमाही में 1.56 लाख करोड़ रुपये थी।
सितंबर तिमाही में कंपनी ने 3,93,130 वाहनों की बिक्री की, जो साल भर पहले की समान अवधि की तुलना में 16.2 प्रतिशत अधिक है। इस दौरान घरेलू बिक्री 18.6 प्रतिशत बढ़कर 3,70,619 इकाइयों पर पहुंच गयी। हालांकि विदेशों में कोरोना के असर की वजह से इस अवधि के दौरान निर्यात में गिरावट देखने को मिली।
स्टैंडअलोन आधार पर कंपनी को दूसरी तिमाही में 1,212.45 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ। जबकि पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 1,281.97 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। वहीं कंपनी की परिचालन आय इस दौरान 9,668.10 करोड़ रुपये रही।
पिछले वित्त वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में बैंक को 3,459 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। बैंक की नेट इंट्रेस्ट इनकम दूसरी तिमाही के दौरान चार प्रतिशत बढ़कर 1,695 करोड़ रुपये रही। बैंक का शुद्ध एनपीए उसके कर्ज का 2.67 प्रतिशत रहा जो पिछले वित्त वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में 5.97 प्रतिशत था।
वहीं कंसोलिडेटेड प्रॉफिट 21.62 प्रतिशत गिरकर 1,194 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी को साल भर पहले इसी तिमाही में 1,523 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। कंपनी की बिक्री साल भर पहले के मुकाबले 10 प्रतिशत कम रही है। हालांकि, इस दौरान घरेलू दोपहिया वाहनों की बिक्री छह प्रतिशत बढ़ी है।
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