अमेरिकी प्रशासन ने कहा है कि उसने ग्रीन कार्ड पाने के लिए जो अंक आधारित प्रणाली शुरू की है उसका एकमात्र मकसद प्रोफेशनल तौर पर विदेशी कर्मचारियों का हित है।
एशिया पैसिफिक क्षेत्र में रोजगार को लेकर भारत का आउटलुक सबसे बेहतर है। करीब 84% भारतीय प्रोफेशनल्स ऐसा मानते हैं।
लिस्टेड कंपनियों, विभिन्न वित्तीय संस्थाओं और डॉक्टर, वकील व आर्किटेक्ट सहित सभी पेशेवरों को 31 मई तक अपने बड़े लेनदेन की जानकारी देनी होगी।
अमेरिका को 2018 के वित्त वर्ष के लिए H-1B वीजा हेतु 3,70,000 कम अर्जियां मिली हैं। यूएससीआईएस ने बताया कि उसे सिर्फ 1,99,000 H-1B अर्जियां मिलीं हैं।
आईटी उद्योग के शीर्ष संगठन नैसकॉम ने कहा कि एच-1बी वीजा पर अमेरिका के नए निर्देशों का भारतीय आईटी कंपनियों पर मामूली असर होगा।
ट्रंप सरकार ने कंपनियों को कड़ी चेतावनी दी है कि वे एच-1बी वीजा कार्यक्रम का दुरूपयोग कर अमेरिकी कामगारों से भेदभाव नहीं करें।
अमेरिका वित्त वर्ष 2017-18 के लिए एच-1बी वीजा के लिए आवेदन 3 अप्रैल से लेना शुरू करेगा। हालांकि, इस वीजा कार्यक्रम को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
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